हिंदी माध्यम नोट्स
रासायनिक बल गतिकी : ऊष्मागतिकी , रासायनिक साम्य , अभिक्रिया के प्रकार , अभिक्रिया का वेग (rate of reaction)
1. ऊष्मागतिकी : ऊष्मा गतिकी यह बताती है कि कोई रासायनिक अभिक्रिया संभव होगी या नहीं , इसके अनुसार ,
यदि △G = -Ve तो अभिक्रिया संभव होगी।
△G = +Ve तो अभिक्रिया नही होगी।
△G = 0 तो अभिक्रिया साम्य अवस्था में होगी।
2. रासायनिक साम्य : रासायनिक साम्य यह बताता है कि अभिक्रिया किस सीमा तक होगी।
3. रासायनिक बलगतिकी : यह किसी रासायनिक अभिक्रिया के वेग तथा अभिक्रिया के साम्यावस्था में पहुँचते में लगे समय को बताती है।
अभिक्रिया के प्रकार
से 10-16 second) में पूर्ण हो जाती है , तीव्र या तात्क्षणिक अभिक्रियाएँ कहलाती है।
अभिक्रिया का वेग (rate of reaction)
अत: अभिक्रिया -वेग समय वक्र से स्पष्ट है कि समय के साथ साथ अभिक्रिया वेग में परिवर्तन होता है अत: इस अभिक्रिया वेग को औसत अभिक्रिया वेग माना जाता है।
औसत अभिक्रिया वेग = ±△C/△t
△C = (C2 – C1) = अभिकारक / उत्पाद की सांद्रता में सूक्ष्म परिवर्तन
△t = (t2 – t1) = समय में सूक्ष्म परिवर्तन
जैसे R→P अभिक्रिया के लिए औसत अभिक्रिया वेग –
(i) यदि अभिकारको की सांद्रता ले तो -Ve चिन्ह लगाते है क्योंकि अभिकारको की सान्द्रता घटती है।
अत: औसत अभिक्रिया वेग = (-△R/△t)
(ii) यदि उत्पादों की सांद्रता ले तो +Ve चिन्ह लगाते है क्योंकि उत्पाद की सान्द्रता बढती है।
अत: औसत अभिक्रिया वेग = (+△P/△t)
औसत अभिक्रिया वेग को अभिकारक या उत्पाद के सान्द्रता समय वक्र में निम्न प्रकार दर्शाते है –
1. अभिकारक का सांद्रता समय वक्र :-
औसत अभिक्रिया वेग = -[R2-R2]/[t2-t1] = (-△R/△t)
2. उत्पाद का सांद्रता समय वक्र :-
औसत अभिक्रिया वेग = +[P2-P1]/[t2-t1] = (+△P/△t)
अभिक्रिया वेग व स्टाइकियोमीट्रिक सम्बन्ध
कोई रासायनिक अभिक्रिया में उपस्थित किसी भी अभिकारक या उत्पाद अणु के आधार पर अभिक्रिया वेग ज्ञात कर सकते है लेकिन इसके लिए उस अभिक्रिया की संतुलित समीकरण की आवश्यकता पड़ती है।
जैसे निम्न अभिक्रियाओ के लिए अभिक्रिया वेग के सूत्र इस प्रकार है –
(i) A + B → C + D
अभिक्रिया वेग = – △[A]/ △t = – △ [B]/ △t = + △[C]/ △t = + △[D]/ △t
यहाँ A व B के विलुप्त होने की दर C व D के बनने की दर के बराबर है।
(ii) 2A → B + C
अभिक्रिया वेग = -1/2 △[A]/ △t = +△[B]/ △t = +△[C]/ △t
यहाँ A के विलुप्त होने की दर B व C के बनने की दर से दुगुनी है।
तात्क्षणिक वेग
Recent Posts
सारंगपुर का युद्ध कब हुआ था ? सारंगपुर का युद्ध किसके मध्य हुआ
कुम्भा की राजनैतिक उपलकियाँ कुंमा की प्रारंभिक विजयें - महाराणा कुम्भा ने अपने शासनकाल के…
रसिक प्रिया किसकी रचना है ? rasik priya ke lekhak kaun hai ?
अध्याय- मेवाड़ का उत्कर्ष 'रसिक प्रिया' - यह कृति कुम्भा द्वारा रचित है तथा जगदेय…
मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi
malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…
कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए
राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…
हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained
hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…
तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second
Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…