हिंदी माध्यम नोट्स
protostomes in hindi आद्यमुखीय किसे कहते हैं , दीर्णगुहिकीय क्या है (schizocoelomate in hindi)
परिभाषा पढेंगे कि protostomes in hindi आद्यमुखीय किसे कहते हैं , दीर्णगुहिकीय क्या है (schizocoelomate in hindi) ?
परिभाषा : संघ एनेलिडा के जन्तुओं की तरह आर्थ्रोपोडा संघ के जन्तु भी बहुकोशिकी (metazoan) या सच्चे मेटाजोअन (Eumetazoan) हैं। आर्थ्रोपोड़ा संघ के सभी सदस्य द्विपार्श्वसममिति (bilateral symmetry) प्रदर्शित करते हैं अत: इन्हें बाइलेटेरिया वर्गक में भी रखा जाता है। इन जन्तुओं में सच्ची देहगुहा (coelom) पाई जाती है, अर्थात् ये देहगुहिकीय या सीलोमेट हैं। देहगुहा की उत्पत्ति चूँकि मीजोडर्म कोशिकाओं में विपाटन (splitting) से होती है अत: इन्हें दीर्णगुहिकीय (schizocoelomate) भी कहा जाता है। जन्तुओं में भ्रूण के कोरक रन्ध्र के बन्द होने के स्थान पर या उसके निकट ही वयस्क का मुख बनता है। ऐसे जन्तु आद्यमुखीय (protostomes) कहलाते हैं।
संघ आर्थ्रोपोडा जन्तु जगत का सबसे विशाल समूह है क्योंकि संख्या की दृष्टि से विश्व की अधिकांश जातियाँ आर्थ्रोपोडा संघ की ही है। इस संघ आर्थ्रोपोडा के जन्तुओं में एनेलिड जन्तुओं की तरह विखण्डन (segmentation) पाया जाता है। विभिन्न खण्ड अलग-अलग कार्यों के लिए रूपान्तरित हो सकते हैं। उपरोक्त कारण से शरीर को सिर, वक्ष व उदर में विभेदित किया जा सकता है। संघ के जन्तुओं में संधित उपांग पाए जाते हैं इसी कारण इस संघ को आर्थ्रोपोडा (Gr. arthros =joint, podas = foot) कहा जाता है। इनका शरीर एक काइटिन (chitin) नामक कार्बनिक यौगिक के बाह्यकंकाल से ढका रहता है। इनमें सम्पूर्ण आहारनाल पाइ जाती है। इनका परिसंचरण तन्त्र खुला (open) होता है। पृष्ठ हृदय धमनियों से अंगों व ऊत्तकों को रक्त प्रवाहित करता है जो देह के अवकाशों (hemocoel) से पुन: हृदय में लौटता है। श्वसन के लिए इनमें क्लोम, ट्रेकिआ या बुकलंग (पुस्त फुफ्फुस ) पाए जाते हैं।
आर्थ्रोपोड जन्तु सभी तरह के आवासों में पाए जाते हैं व विभिन्न जलवायुओं व परिस्थितियों के लिए अनुकूलित होते हैं। अकशेरूकी जन्तुओं का यह संघ अत्यन्त विविध, अग्रगत (advanced ) व सफल है। इनमें तन्त्रिका तन्त्र, संवेदी अंग तथा पेशियाँ विकसित हैं अतः ये तीव्र प्रतिक्रिया प्रदर्शित कर सकते हैं। संघ आर्थ्रोपोडा को समझने के लिए यह उपयोगी रहेगा कि हम इसके कुछ उदाहरणों के विभिन्न तन्त्रों का व जीवन चक्र का विस्तृत विवरण जानें। यहाँ हम इसके एक सदस्य पेलिनिअस (Palamnaeus) या बिन्छू (Scorpoin) का सविस्तार अध्ययन करेंगे।
Recent Posts
मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi
malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…
कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए
राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…
हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained
hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…
तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second
Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…
चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi
chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…
भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi
first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…