JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

युग्मशब्द (paronyms in hindi) या समोच्चरित | भिन्नार्थक शब्द क्या होता है ? परिभाषा , समान शब्द अर्थ अलग

(paronyms in hindi) युग्मशब्द  या समोच्चरित | भिन्नार्थक शब्द क्या होता है ? परिभाषा , समान शब्द अर्थ अलग  ? समान उच्चारण वाले शब्द , श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द pdf समोच्चरित भिन्नार्थक शब्द पर आधारित प्रश्न उत्तर ?

युग्मशब्द या समच्चरित

भिन्नार्थक शब्द

कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनका उच्चारण एक समान होता है, लेकिन उनके अर्थ में होता है। इन्हें श्रुतिसम भिन्नार्थक शाब्द अथवा युग्म शब्द अथवा सोच्चारिप्राय भिन्नार्थक शब्द कहते है। इनके उदाहरण-

शब्द  अर्थ

अंब  = माता, आम

अवदान =  निर्मल, सफेद

अंबु, अंभ = जल

उदात्त =  ऊँचा

अंत्य  = नीच, अंतिम

आवृत्ति =  बेकारी

अंत = समाप्ति

आवृत्ति = दुहराना

अंश  = हिस्सा

अपेक्षा = इच्छा, तुलना में

अंस = कंधा

उपेक्षा =  निरादर

अँगना = आँगन

अपध्य =  जो बीमार के

अंगना =  स्त्री अनुकूल न हो

अंधकारि = शिव

अपत्य =  संतान

अंधकारी = भैरव राग की

अन्तराय =  विघ्न

एक स्त्री

अन्तराल  =  बीच की फाँक

अंबुज = कमल

अतुल =  जिसकी तुलना न हो सके

अंबुधि = सागर

अतल =  गहरा

अविराम = लगातार

अनिष्ठ =  निष्ठाहीन

अभिराम = सुन्दर

अनिष्ट =  बुराई

अनल  = आग

अवलम्ब = सहारा

अनिल = हवा

अविलम्ब =  शीघ्र

अणु = कण

अश्व =  घोड़ा

अनु = पीछे

अश्य =  पत्थर

अन्न = अनाज

अचर =  न चलनेवाला

अन्य = दूसरा

अनुचर =  नौकर

अशन = भोजन

अशक्त =  असमर्थ

आसन = बैठने की वस्तु

आक्त =  विरक्त

अवध्य =  जो वध के योग्य न हो

अलीक =  झूठ

अवंध = निन्दनीय

अलिक =  ललाट

अन्योन्य =   परस्पर

अलक = बाल

अन्यान्य =  दूसरा-दूसरा

अवदान =  प्रशंसित कार्य या देना

अजर =  जो बूढ़ा न हो

अवधान = मनोयोग

अजिर = आँगन

अरी =  स्त्री के लिये संबोधन

अरि = शत्रु

अचिर =  जल्दी

अध्ययन =  पढ़ना

अघ =  पाप

अध्यापन =  पढ़ाना

अग =  अचल, सूर्य

अब्ज =  कमल

अगम =  अगम्य

अब्द = बादल

आगम =  शास्त्र, प्राप्ति

अस्र =  आँसू

अमित्र =  शत्रु

अस्त्र =  हथियार

अमात्य = मंत्री

असित =  काला

अमित =  अत्यधिक

अशित =  भोथरा

उभय  = दोनों

अर्घ =  मूल्य

अभय =  निर्भय

अघ्र्य =  पूजन सामग्री

अवधूत = संन्यासी

अविहित =   अनुचित

अधूत = निर्भय

अभिहित =  उक्त

अवधी  = एक भाषा

अथक =  बिना थके हुए

अवधि = समय

अकथ = जो कहा नही जाय

अलि =  भौरा          (आ-इ $ ई)

अली  =  सखी

यक्ष =  एक देवजाति

आदि = आरम्भ, इत्यादि

अक्ष = धुरी

आदि =   अभ्यस्त, अदरक

अधर्म =  पाप

आधि =  मानसिक रोग

अधम  = नीच

आरति =  विरक्ति, दुख

अभिज्ञ =  जानने वाला

आराति = शत्रु

अनभिज्ञ =  अनजान

आरती = धूप-दीप दिखाना

आयसु = आज्ञा

आस्तिक =  ईश्वरवादी

अयस = लोहा

आस्तीक =  एक ऋषि, जिन्होंने

अयश अपकीर्ति जन्मेजय के नागयज्ञ

तक्षक के प्राण बचाये थे।

आभास =  झलक

उपरत =  उदासीन

आवास =  वासस्थान

उपरक्त =  भागविलास में लीन

आसन्न = निकट आया हुआ

उपल =  पत्थर

आसन = बैठने की वस्तु

उत्पल  =  कमल

आहुति = होम

उपला =   गोइँठा

आहूत =  निमन्त्रित

ऋत = सत्य

आकर =   खान

ऋतु = मौसम

आकार =  रूप

आभरण =  गहना

आमरण =  मरण तक

कंगाल = गरीब

आहरण = हरना

कंकाल =  ठठरी

आयत = लम्बा-चैड़ा

कस =  दबाव

आयात = बाहर से आना

कष = कसौटी

आर्द्र = गीला

कश =  चाबुक

आर्त्त  = दुखी

कुल =  वंश

आविल =  गन्दा

कूल =  किनारा

अवलि = पंक्ति

कर्म =  कार्य

इत्र = सुगन्ध

क्रम = सिलसिला

इतर = दूसरा

कृति = रचना

इति = अन्त

कृती =  निपुण

ईति = फसल में बाधा

कृत्ति = मृगचर्म

इन्दु =चन्द्रमा

कीर्ति = यश

इन्दुर = चूहा

कृत = किया हुआ

ईशा = ऐश्वर्य

क्रीत =  खरीदा हुआ

ईषा = इलकी लंबी लकड़ी

कली = अधखिला फूल

कलि = कलियुग

     (उ-ऊ-ऋ)

कान्ति =  चमक

उपकार = भलाई

क्लान्ति = थकावट

अपकार =  बुराई

क्रान्ति =  उलटफेर

उद्धत = उद्दण्ड

कूजन = पक्षियों की ध्वनि

उधत = तैयार

कुजन =  दुर्जन

कृपण =  कंजूस

कपीश =  हनुमान्, सग्रीव

कृपाण =  तलवार

कपिश =  मटमैला

कर्ण  = कान, एक नाम

कुंतल =  सिर के बाल

करण = एक कारक

कुण्डल =  कान का आभूषण

कदन = हिंसा

कुच =  स्तन

कदत्र = खराब अत्र

कूच =  प्रस्थान

कहा =  कहना का भूतकाल

कुट = किला

कहाँ = स्थान निर्देशक अव्वय

कूट =पहाड़ की चोटी

केन = एक उपनिषद्

कर्कट =  केंकड़ा

केंद = एक जंगली पेड

करकट =  कूड़ा

कत्र्तन = कतरना

कटिबन्ध =  कमरबन्द

कीत्र्तन = भजन

कटिबद्ध =  तैयार

कटक = सेना

कटीली =  तीक्ष्ण

कटुक = कड़वा

कँटीली =  काँटेदार

कंजर = नीच पुरूष

कुनवा =  खरीदने वाला

कूंजर = हाथी

कुनबा = घर, परिवार

काष्ठ = काठ

कृशानु =  आग

काष्ठा = दिशा

कृषाण =  किसान

काँटा = नुकीला अंकुर, तराजू

करीश =  गजराज

काटा = काटना का भूतकाल

करीष =  सूखा गोबर

कल्मष = पाप

काश =  शायद

कल्माष = काला

कास =  खाँसी, एक घास

कान्ता =सुन्दर स्त्री

क्षत्र =  क्षत्रिय

कान्तार = वन

छत्र =  छाता

कीला = गाड़ा या बाँधा

क्षात्र =  क्षत्रिय सम्बन्धी

किला = गढ़

छात्र =  विद्यार्थी

कलील = घोड़ा

कोश =  डिक्शनरी

कलिल = मिश्रित

कोष =  खजाना

कपि = बन्दर

खल =  दुष्ट

कपी = घिरनी

खलु =  ही, तो (अव्यय)

खोआ = दूध की बनी ठोस वस्तु

चपरास =  चपरासियों का पट्टा

खोया = भूल गया

चपड़ा =  लाह

ग्ूाढ़ = गम्भरी

चक्रवाल =  एक पर्वत

गुड़ = शक्कर

चक्रवात =  बवंडर

गण = समूह

चक्रवाक =  चकवा पक्ष्ज्ञी

गण्य = गिनने योग्य

छनद =  पद्यबन्ध

ग्रह = सूर्य-चन्द्र आदि

छिद्र = छेद

गृह = घर

छाक =  तृप्ति

छाग = बकरा

शब्द अर्थ

जगत् = संसार

चीर =कपड़ा

जगत -कुएँ का चैतरा

चिर पुरानाजरा

जरा – थोड़ा

चीता -एक जानवर

जरा –  बुढ़ापा

चिता –  शव जलाने के लिये , लकड़ियो का ढेर

जलद – बादल

जलज – कमल

चूर -कण, चूर्ण

जायाव्यर्थ

चूड़ -चोटी

जायापत्नी

चाष -नीलकण्ड पक्षी

जिला – चमक

चास – खेती, जोताई

जिला – इलाका

चषक -प्याला

जीन –  वृद्ध

चसक -आदत

जिन – सूर्य

चतुष्पद – जानवर

जघन्य –  शूद्र

चतुष्पथ -चैराहा

जघननितम्ब

चरि – पशु

(ट-ठ-ड-ढ)

चरी – हरा चारा

टोंटा –  बन्दूक का कारतूस

चार – चार संख्या

टोटा –  घाटा

चारु- सुन्दर

टूक –  टुकड़ा

चर -नौकर, दूत

टुक –  थोड़ा

च्युत – गिरा हुआ

डीठ –  दृष्टि

चूत – आम का पेड़

डीह –  निडर

(त-थ-द-ध-न)

दावा –  बन की आग

दाबा – कलम तैयार करना

तनु – दुबला-पतला

द्रौणि –  दोण का पुत्र

तनू – पुत्र

द्विप –  हाथी

तुंड – मुँह

द्वीप –  आपू

तर्क – पेट

दमन –  दबाना

तक्र -बहस

दामन –  अंचल, छोर

तरि -मट्ठा

दाँतमुँह का दाँत

तरीनाव

दात –  दिया हुआ

तरंग –  गीलापन

दाहज्वाला

तुरंग – घोड़ा

दहकुंड

तव – तुम्हारा

दाई –  दासी

तब – इसके बाद

दायी –  देने वाला

तप्त  -गर्म

दंशनदाँत से काटना

तृप्त –  संतुष्ट

दशन –  दाँत

तोष – सन्तोष

दिवा –  दिन

तोश -हिंसा

दीवा –  दीपक

तड़ाक -जल्दी से

देव – देवता

तड़ाग तालाब

दैव – भाग्य

तरणि -सूर्य

द्रव –  रस

तरणी -नाव

द्रव्य –  पदार्थ

तरुणी – युवती

दंश –  डंक

दार -स्त्री

दश –  दस अंक

द्वार – दरवाजा

धुरा –  अक्ष

दिन -दिवस

धूरा –  धूल

दीन -गरीब

नीड़ –  घोंसला

दारु -लकड़ी

नीर –  जल

दारू – शराब

निहित –  छिपा हुआ

दूत – सन्देशवाहक

निहत –  मरा हुआ

नित -हरिदिन

निशाचर –  राक्षस

नीत -लाया हुआ

निशाकर –  चन्द्रमा

नत -झुका हुआ

नहर –  कृत्रिम नदी

नियत –  निश्चित

नाहर –  सिंह

नियति – भाग्य

नाई –  तरह, समान

नीयत – मंशा

नाईहजाम

नगर – शहर

नारीस्त्री

नागर – चतुर्थ व्यक्ति

नाड़ी –  नब्ज

नशा –  मद

निसान –  झंडा

निशा – रात

निशान –  चिन्ह

निशित -तीक्ष्ण

(प-फ-ब-भ-म)

निशीथ – आधीरात

निवार – रोकना

प्रतीप –  उलटा

निवार -जंगली थान

प्रदीपदीपक

निश्चल – अटल

पुरुष –  नर

निश्छल -छलरहित

परुष – कठोर

नियुक्त -बहाल किया हुआ

प्रधान – मुख्य

नियुत -लाख

परिधान – वस्त्र

निमित्त – हेतु

प्रसाद -कृपा

नांदी – नाटक का मंगलाचरण

प्रणय –  प्रेम

नंदी –  शिव का बैल

परिणय –  विवाह

नीरद – बादल

प्रबल – शक्तिशाली

नीरज – कमल

प्रवर – श्रेष्ठ

नीतप्राप्त

परिणाम –  फल

नेति -न इति

परिमाण –  मात्रा

नेती – मथानी की रस्सी

पासनिकट

निर्जर – देवता

पास –  बंधन

निर्झर – झरना

पानीजल

निर्वाद – निन्दा

पाणिहाथ

निर्विवाद –   विवादरहित

प्रस्तार –  फैलाव

परिहत –  मरा हुआ

प्रस्तर  -पत्थर

परिहित –  पहना हुआ

परिताप –  दुख

प्रतिषेध –  निषेध

प्रताप –  .ऐश्वर्य

प्रतिशोधबदला

पेयपीने योग्य

परीक्षाइम्तहान

प्रेयप्रिय

परिक्षा –  कीचड़

परिमिति – माप, तौल

प्रधर्षण –  अपमान

परमिति –  चरम सीमा

प्रदर्शन –  दिखलाने का काम

पुष्कल – प्रभूत

परिहारपरित्याग निराकरण

पुष्कर –   पजलाशय

प्रहारआघात

प्रमाण –  सबूत

प्रद्वेष –  शत्रुता

प्रणाम –  नमस्कार

प्रदेश –  प्रान्त

प्राकार – घेरा

पर्यंक –  पलंग

प्रकार -किस्म

पर्यन्त – तक

प्राकृत – एक भाषा

पांशु – धूलि

प्रकृत -असली

पशु –  जानवर

पीक -पान आदि की थूक

पत्र – पड़ा हुआ

पीक -कोयल

पन –  संकल्प

पराग -पुष्पराज

पथ – रास्ता

पारग – पारंगत

पथ्य –  रोगी का भोजन

प्रेषित -भेजा हुआ

परिच्छद –  पोशाक ढाँकने की वस्तु

पत्तिपैदल सिपाही

परिच्छेद – अध्याय

पत्ती – छोटा पत्ता

प्रवार – वस्त्र

पत – सम्मान

प्रवालमूँगा

पति – स्वामी

परबर्ता –  पहाड़ी तोता

पवन -वायु

परवक्ता –  दूसरे की कहने वाला

पावन – पवित्र

पदत्राण –  जूता

परिजन –  नौकर-चाकर

परित्राण -रक्षा

परजन्यबादल

पुर -नगर

बल –  ताकत

पूर -बाढ़

वल –  मेघ

पाश -बंधन

वहन – ढोना

पार्श्व -बगल

बहन –  बहिन

पलटी –  बदली

बाट – रास्ता

पलथी –  बैठने का एक ढंग

बाँट – भाग

प्रहार -चोट

बाँस-  एक वनस्पति

प्रहरपहर (समय)

वास –  निवास

पौत्र – पोता

बास –  गंध

पोत -जहाज

बलीवीर

प्रण – प्रतिज्ञा

बलि –  बलिदान

प्राण  – जान

बायीं –  ‘बायाँ‘ का स्त्रीलिंग

पाहन –  पत्थर

बाई –   वेश्या, बहन

पावन –  पवित्र

बन्दी – चारण

पाहुन –  मेहमान

बन्दीकैदी

प्रतिहार -द्वारपाल

बंदजो खुला न हो

प्रत्याहार -वर्णों का वर्ग

बद –  बुरा

प्रवाहबहाव

बारिशवर्षा

परवाह – चिन्ता

बारीश –  समुद्र

पट – कपड़ा

बात – वचन

पट्ट -तख्ता

वात –  हवा

प्रकोट – परकोटा

बम् –  शिवजी का आरधना , का एक शब्द

प्रकोप –  अत्यधिक क्रोध

प्ररोचन –  रूचि उत्पन्न करना

बमविस्फोटक गोला

प्ररोधन – ऊपर रोकना, चढ़ाना

बुरा –  खराब

प्रवाल – मूँगा

बूरा –  शक्कर

प्रवास – विदेश में निवास

बन –  बनना

फन -कला

वन –   जंगल

फलसर्प का फण

बहुबहुत

फूट –  खरबूजा जाति का फल

बहू –  पुत्रवधू

फुट –  अकेला

वरणचुनाव

मरिचमिर्च

वर्ण –  रंग

मरीची -सूर्य

व्रण – घाव

मरीचि –  किरण

बाण -तीर

मूलजड़

बान -आदत

मूल्य –  कीमत

बुर्द -नफा

मेघ –  बादल

बुर्ज -गुंबद

मेघ –  यज्ञ

वीणा – तार का एक बाजा

मणि –  रत्न

बिना – अभाव

मणी –  सर्प

वार -चोट

मांसगोश्त

बार – दफा

मास –  महीन

विद्ध – छिदा हुआ

मनुजात –  मनु से उत्पन्न

बद्ध – बँधा हुआ

मनुजाद –  नरभक्षक

भाट -चारण

(य-र-ल-व-श-स-ह)

भीड़ – जनसमूह

भिड़ -बरें

यान –  सवारी

भंगी -मेहतर

जान –  प्राण

भंगि -लहर

यश – कीर्ति

भित्ति – दीवार

जस – जैसा

भीत – डररा हुआ

राज –  रहस्य

भवन –  घर

राज – शासन

भुवन – संसार

राँड़ – विधवा

भारती – सरस्वती

रार –  झगड़ा

भारतीयभारत के वासी

रति –  कामदेव की स्त्री

मल –  गंदगी

रत –   लीन

मल्ल – पहलवान

राग –   लय

मनोज -कामदेव

रग –  नस

मनुज – मनुष्य

रंग –  वर्ण

मद्य – शराब

रंक –  दरिद्र

मद – अहंकार

रोचक  –  रुचने वाला

रोशन –  प्रकट

रेचक –  दस्तावर

रोषण –  पारा, कसौटी

व्यंग –  विकलांग

लक्ष्य -उद्देश्य

व्यंग्यउपालम्भ, हास

लक्ष –  लाख

वृन्त – डंठल

लवणनमक

वृन्द –  समूह

लवन -खेती की कटाई

शंकर –  महादेव

लास्य -एक नृत्य विशेष

संकर –  दोगला, मिश्रित

लाश -शव

सर –  तालाब

लुटना – बरबाद होना

शर –  बाण

लूटना -लूटा लेना

शूर –  वीर

विषजहर

सुर –  देवता

विस – कमल का डंठल

सूर – अन्धा, सूर्य

वसन  – कपड़ा

सूत -सारथी, धागा

व्यसन – आदत

सुत –  बेटा

विस्मृत – भूला हुआ

सूची –  सुई, विषयक्रम

विस्मित  -आश्चर्यित

सूचि –  सुई, सूचना करने वाला

वित्त -धन

शुचि –  पवित्र

वृत – गोलाकार

शची –  इन्द्राणी

वाद – तर्क, विचार

समसमान

वाघ – बाजा

शमसंयम

वस्तु – चीज

सुअन –  पुत्र

वास्तु – मकान

सुमन –  फूल

विपिनजंगल

सर्ग –  अध्याय

विपन्न –  विपत्तिग्रस्त

स्वर्गतीसरा लोक

वासना –  कामना

सर्व –  सब

बासना – सुगन्धित करना

शर्व –   शिव

विकट – कठिन

सूक्ति –  अच्छी उक्ति

विकच – खिलना

शुक्ति –  सीप

विधायक – विधान बनाने वाला

सखी –  सहेली

विधेयक -विधान, नियम

सखी – दानी

संवार – आच्छादन

सागर –  समुद्र

सँवार -सजाना

समान – सदृश

संकरी – दोगली

सामान – सामग्री

सँकरी -पतली

साँस –  मुँह से हवा लेना

शाला -घर

सास –  पति या पत्नी की माँ

साला -पत्नी का भाई

स्याम –  एक देश का नाम

शहर –  नगर

श्याम – काला, श्रीकृष्ण

सहर – सवेरा

स्वेद –  पसाीना

शबल -चितकबरा

श्वेतसफेद

सबल -तताकतवर

सलिलपानी

शप्ति – शाप

सलील –  लीला के साथ

सप्ति – घोड़ा

सतीपतिव्रता स्त्री

शप्त – शाप पाया हुआ

शती – सैकड़ा

सप्त – सात

शारदा –  सरस्वती

सिर -मस्तक

सारदा –  सारभाग देनेवाली

सीर – हल

सीकर –   जलकण

सुधि – स्मरण

सीकड़ –  जंजीर

सुधी – विद्वान्

संघ –  समिति

सुकर .. आसानी से होने वाला

संग –  साथ

शूकर – सुअर

सदेह –  देह के साथ

सेव – बेसन का एक पकवान

सन्देह –  शक

सेब -एक फल

स्वर – आवाज

सवा – चैथाई

स्वर्णसोना

सबा – सुबह की हवा

सकलसम्पूर्ण

सन् – साल

शकल –  टुकड़ा

सन – पटुआ

शक्ल – चेहरा

सीता – जानकी

सकृत्एक बार

सिता -चीनी

शकृत् –  मैला

सीसा -एक धातु

सुकृति –  पुण्य

शीशा – काँच

सुकृती –  पुण्यवान्

स्वपचस्वयंपाकी

स्वच्छ –  साफ

श्वपच -चाण्डाल

स्वक्ष –  सुन्दर आँख

सागर -प्याला

शस्त्र –  हथियार

स्वजनअपना आदमी

शास्त्रसैद्धान्तिक ग्रन्थ

स्वजन – कुत्ते

श्वश्रू –  सास

सज्जा – सजावट

श्मश्रु –  दाढ़ी-मूँछ

शय्या – बिछावन

श्रवण –  सुनना

शराब –  मदिरा

श्रमणबौद्ध संन्यासी

शरावमिट्टी का प्याला

स्रवण –  टपकना

श्रम –  परिश्रम

श्रोत्र –  कान

शम्र्म – सुख, मकान

स्रोत –  धारा

सान -बराबर

हूँकार –  ललकार

शाण – धार तेज करने का पत्थर

हरि –  विष्णु

शान – इज्जत, तड़क-तड़क

हरी –  हरे रंग की

शुल्क – फीस

हल्शुद्ध व्यंजन

शुक्ल – स्वच्छ, सफेद

हल – हल जोतने का औजार

शव -लाश

हंसी –  हंस का मादा

शब – .रात

हँसी –  हँसने की क्रिया

शित –   दुर्बल

शशधर –  चाँद

शुक –  सुग्गा

शकट –   बैलगाड़ी

शील –  चरित्र

शेखर –  भूषण

शीत –  ठंढा

शशिधर –  शंकर जी

शूक –  जौ

शकठ –   मचान

सील –   मुहर

शिखर – चोटी

Sbistudy

Recent Posts

सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke rachnakar kaun hai in hindi , सती रासो के लेखक कौन है

सती रासो के लेखक कौन है सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke…

20 hours ago

मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी रचना है , marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the

marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी…

20 hours ago

राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए sources of rajasthan history in hindi

sources of rajasthan history in hindi राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए…

2 days ago

गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है ? gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi

gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है…

2 days ago

Weston Standard Cell in hindi वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन

वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन Weston Standard Cell in…

3 months ago

polity notes pdf in hindi for upsc prelims and mains exam , SSC , RAS political science hindi medium handwritten

get all types and chapters polity notes pdf in hindi for upsc , SSC ,…

3 months ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now