मुस्लिम त्यौहार | इस्लामिक त्यौहार | मुसलमानों के त्योहार कौन कौनसे है ? muslim festivals list in india in hindi

(muslim festivals list in india in hindi) मुस्लिम त्यौहार , इस्लामिक त्यौहार | मुसलमानों के त्योहार कौन कौनसे है ? हिजरी कैलेण्डर के अनुसार ?

मुस्लिम त्यौहार हिजरी कैलेण्डर के अनुसार मनाये जाते है। हिज़री कैलेण्डर एक चन्द्रमा आधारित कैलेण्डर होता है लेकिन हिंदु कैलेंडर भाँती इसमें अधिक मास नहीं होता है।

हिजरी कैलेण्डर में 12 महीने होते है जो निम्न प्रकार है –

1. मोहर्रम                 2. सफ़र / सिफर

3. रबी उल अव्वल    4.  रबी उस सानी

5. जमात उल अव्वल  6.. जमात उस सानी

7. रज्जब                   8. शाबान

9. रमजान                 10. शव्वाल

11. जिल्काद             12. जिल्हिज

1. मोहर्रम महीने के त्यौहार

10 तारीख : इस दिन मोहर्रम मनाया जाता है। इस दिन “हजरत मोहम्मद साहब” के नवासे “हजरत इमाम हुसैन” करबला के मैदान में लड़ते हुए शहीद हो गए थे। इन दिन “हजरत इमाम हुसैन” की याद में ताजिये निकाले जाते है।

27 तारीख : सैय्यद फखरुद्दीन का उर्स अथवा गलिया कोट का उर्स। यह उर्स गलिया कोट (डूंगरपुर) में आयोजित होता है। गलिया कोट (डूंगरपुर) “दाउदी बोहरा सम्प्रदाय” का मुख्य स्थान है।

2.  सफ़र या सिफर महीने के त्योहार

20 तारीख : यह मोहर्रम के 40 दिनों बाद मनाया जाता है। अर्थात हुसैन के शहादत दिवस के 40 दिन पूरे होने पर मनाया जाता है।

3. रबी उल अव्वल महीने के त्यौहार

12 तारीख : इस दिन ‘ईद उल मिला दुन्नबी’ त्यौहार मनाया जाता है। यह त्योहार पैगम्बर मौहम्मद साहब के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है अर्थात इस दिन पैगम्बर मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था।
12 तारीख : बारावफात :- लगभग 63 वर्ष पश्चात् अर्थात 63 वर्ष की उम्र में रबी उल अव्वल महीने की 12 तारीख को ही पैगम्बर मोहम्मद साहब की मृत्यु हुई थी इसलिए इस दिन बारावफात भी मनाया जाता है।

4.  रबी उस सानी महीने के त्यौहार

हिजरी संवत के इस महीने में कोई मुस्लिम त्यौहार नहीं मनाया जाता है।

5. जमात उल अव्वल महीने के त्यौहार

हिजरी संवत के इस महीने में भी कोई मुस्लिम त्यौहार नहीं आता।

6. जमात उस सानी महीने के त्यौहार

8 तारीख : जमात उत्सानी महीने की 8 तारीख को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का जन्म दिन मनाया जाता है। ख्वाजा मोईनुद्दीन का जन्म सांजर (सिस्तान) में हुआ जो वर्तमान में ईरान में है।

7. रज्जब महीने के त्यौहार

1-6 तारीख : रज्जब महीने की 1 तारीख से 6 तारीख तक अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का उर्स भरता है। यह उर्स मुसलमानों का सबसे बड़ा उर्स (मेला) माना जाता है। इस मेले में देश की राष्ट्रीय एकता व साम्प्रदायिक सद्भाव देखने को मिलता है।
6 तारीख : इस दिन “कुल की रस्म” मनाई जाती है।
9 तारीख : इस दिन “बड़े कुल की रस्म” मनाजी जाती है।
27 तारीख : रज्जब महीने की 27 तारीख को “शब ए मेराज” मनाया जाता है। इस दिन पैगम्बर मोहम्मद साहब की अल्लाह से मुलाक़ात हुई थी और इस पवित्र दिन को “शब ए मेराज” के रूप में मनाते है।

8. शाबान महीने के त्यौहार

14 तारीख : इस दिन “शब ए बारात” या शबेरात या शबे बारात मनाया जाता है। इस दिन हजरत मोहम्मद साहब की आकाश में ईश्वर से मुलाक़ात हुई थी। इस दिन मुसलमान अपनी भूलों एवं पापों के लिए ईश्वर से माफ़ी माँगते है।

9.  रमजान महीने के त्यौहार

इस्लाम (मुसलमानों) में रमजान का महिना सबसे पवित्र माना गया है। रमजान के महीने में “रोजा” रखे जाते है।
27 तारीख : रमजान महीने की 27 तारीख को “शब ए कद्र” मनाया जाता है। इस दिन कुरान उतारा गया था।
रमजान में 30 दिन तक रोजे रखे जाते है।

10. शव्वाल महीने के त्यौहार

1 तारीख : शव्वाल माह की पहली तारीख को “ईद उल फितर” मनाया जाता है , इसे मीठी ईद या सिवैयो की ईद भी कहा जाता है। रमजान में 30 दिन तक रोजे रखने के बाद शव्वाल माह की पहली तारीख की मीठी ईद मनाई जाती है , इस दिन मीठी सिवैया बनाई जाती है और एक दुसरे को खिलाई जाती है। यह भाई चारे का त्योहार है।

11. जिल्काद महीने के त्यौहार

हिजरी संवत के जिल्काद माह में कोई त्योहार नहीं मनाया जाता है।

12. जिल्हिज महीने के त्यौहार

जिल्हिज महीने में मुस्लिमों द्वारा हज की यात्रा की जाती है।
10 तारीख : इस दिन “ईद उल अजहा” मनाया जाता है। इसे बकरा ईद भी कहा जाता है। यह त्योहार पैगम्बर हजरत इब्राहिम द्वारा अपने बेटे हजरत इस्माइल की अल्लाह को कुर्बानी देने की याद में मनाया जाता है। यह कुर्बानी का त्यौहार माना जाता है , इस दिन मुस्लमान प्रतिक के रूप में बकरे की कुर्बानी देते है।