एक परमाणुक गैस , द्विपरमाणु , त्रि परमाणु गैस (monatomic diatomic triatomic gases in hindi)

(monatomic diatomic triatomic gases in hindi) एक परमाणुक गैस , द्विपरमाणु , त्रि परमाणु गैस : यहाँ हम इन तीनों के बारे में पढेंगे।

एक परमाणुक गैस (Monoatomic GAS) : किसी एक परमाणुक गैस के कण स्वतंत्र आकाश में किसी एक दिशा में या एक अक्ष पर गति कर सकता है , अत: इस गैस के कण तीन संभव दिशाओ में गति कर सकते है (x,y,z अक्ष ) में।

इसलिए एक परमाणुक गैस की स्वतंत्रता की कोटि तीन होती है।

द्वि परमाणु गैस (diatomic gas) : इस गैस के एक अणु में दो परमाणु विद्यमान रहते है , इसके परमाणुओं की दो अक्षों में घूर्णन गति होती है और दो अक्षो के अनुदिश स्थानान्तरीय गति होती रहती है।  द्विपरमाणु गैस की स्वंत्रता की कोटि 5 होती है।

त्रि परमाणु गैस (triatomic gases) : त्रिपरमाणु गैस के एक अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या तीन होती है और इसलिए ही इसे त्रिपरमाणु गैस कहते है। इस गैस के अणु तीनों अक्षों के अनुदिश घूर्णन और स्थानान्तरीय गति  कर सकता है तथा इस गैस के अणु की स्वंत्रता की कोटि 6 होती है।

नोट : त्रिपरमाणु गैस के अणु की स्वंत्रता की कोटि 6 होती है यदि यह अरेखीय है तथा यदि यह रेखीय गैस हो तो इसकी स्वंत्रता की कोटि 7 होती है। अत: