JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: Physics

लम्बे तथा सीधे धारावाही चालक तार के कारण चुंबकीय क्षेत्र Magnetic Field Due to Long Conductor

Magnetic Field Due to a Long and straight Current Carrying Conductor लम्बे तथा सीधे धारावाही चालक तार के कारण चुंबकीय क्षेत्र : चुंबकीय क्षेत्र का आधार हम पढ़ चुके है अर्थात यह क्या होता है , परिभाषा , सूत्र इत्यादि।

अब हम अध्ययन करते है विभिन्न प्रकार की आकृतियों के कारण किसी बिंदु पर चम्बकीय क्षेत्र कितना होता है तथा इनके लिए सूत्र भी स्थापित करेंगे।

1. परिमित लम्बाई का सीधा धारावाही चालक तार (Straight current carrying conducting wire of finite length )

यहाँ पहले यह समझ ले की परिमित लम्बाई का मतलब होता है सिमित लम्बाई वाला तार के कारण किसी बिंदु चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात करेंगे।

माना एक चित्रानुसार AB चालक तार है जिसमे I विद्युत धारा A से B की तरफ प्रवाहित हो रही है , चूँकि चालक तार में धारा बह रही है अतः इसके चारो ओर एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जायेगा।
हमें तार AB के लंबवत दुरी R पर किसी बिंदु P पर चुंबकीय क्षेत्र की गणना करनी है।
इसके लिए हम तार पर एक अल्पांश dl की गणना करते है , हम बायो सावर्ट नियम का नियम पढ़ चुके है जिसके अनुसार इस अल्पांश dl के कारण चुंबकीय क्षेत्र निम्न होगा

हम चित्र में स्पष्ट रूप से देख सकते है Idl तथा r वेक्टर के मध्य का कोण (180 – θ) होगा।
अतः सूत्र निम्न प्राप्त होता है

चूँकि हम जानते है की sin(180 – θ) = sinθ
अतः

डाइग्राम से
EG = EF sinθ = dl sinθ तथा EG = EPsin dϕ = rsin dϕ
अतः समीकरण 1 में निम्न मान रखने पर समीकरण निम्न प्राप्त होता है

EQP से हम देख सकते है की 

अतः r का मान रखने पर 

यह चुंबकीय क्षेत्र dB मात्र अल्पांश dl कारण बिंदु P पर है अतः सपूर्ण चालक तार AB के कारण बिन्दु P पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान 

  

2.अनंत लम्बाई के सीधे धारावाही चालक तार के कारण चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field due to straight current carrying wire of infinite length )

हम सिमित लम्बाई के तार के कारण किसी बिंदु P पर चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात कर चुके है , हमने यह निम्न सूत्र प्राप्त किया है।
अब हम बात करते है जब तार अनन्त लम्बाई का है इस स्थिति में
Φ1 = Φ2 = π/2 =  90’

अतः यह मान सूत्र में रखने पर हमें अनन्त लम्बाई वाले चालक तार के कारण किसी बिन्दु P पर चुम्बकीय क्षेत्र प्राप्त होता है जिसका मान निम्न होगा 

यदि इसकी दिशा भी ज्ञात करनी हो  हम चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के बारे में पहले पढ़ चुके है की किस प्रकार चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात की जाती है। 

लम्बे ऋजु धारावाही तार के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र (magnetic field due to a long straight current carrying wire) : माना AB एक अनंत लम्बाई का धारावाही ऋजु चालक है जिसमें I धारा प्रवाहित हो रही है। तार से x दूरी पर स्थित बिंदु P पर इसके कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का मान ज्ञात करना है। चालक पर एक छोटा खण्ड ab ले लेते है। इस खण्ड की बिंदु P से दूरी r है तथा इसके द्वारा P पर अंतरित कोण dɸ है। खंड ab का मध्य बिंदु O है तथा रेखा OP चालक AB के साथ θ कोण बनाती है। छोटे चालक खण्ड ab के लिए ∠QOP = ∠QbP = θ होगा। 

बायो सावर्ट के नियम से धारावाही चालक खण्ड ab के कारण P पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र

dB = (u0/4π)I.ab.sinθ/r2 . . . . . . . समीकरण-1

चित्र से

चूँकि ac/ab = sinθ

ac = sinθ.ab

अत: समीकरण-1 से –

dB = (u0/4π).I.ac/r2 . . . . . . . समीकरण-2

चूँकि कोण = चाप/त्रिज्या

अत: dɸ = ac/r

ac = r.dɸ

अत: समीकरण-2 से

dB = (u0/4π).I.r.dɸ/r2

या

dB = (u0/4π).I.dɸ/r . . . . . . . समीकरण-3

चूँकि x/r = cosɸ

r = x/cosɸ

अत: समीकरण-3 से –

dB = (u0/4π).I.cosɸ.dɸ./x

अत: सम्पूर्ण चालक AB के कारण P पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र

B = AB dB =  -ɸ1 +ɸ2 (u0/4π).I.cosɸ.dɸ./x

अनंत लम्बाई के चालक के लिए –

ɸ1 = π/2 तथा ɸ2 = π/2

अत:

B = AB dB =  – π/2  +π/2 (u0/4π).I.cosɸ.dɸ./x

हल करने पर

B =(u0/4π) .2I/x

प्रश्न 1  : एक चालक में 90 एम्पियर धारा पूर्व से पश्चिम की ओर प्रवाहित हो रही है। धारा के कारण चालक से 1.5 m नीचे एक बिन्दु P पर चुम्बकीय क्षेत्र की गणना कीजिये।

उत्तर : I = 90A , x = 1.5 m , B = ?

अत: B = 2 x 10-7 .1/x

अत: Bp = 2 x 10-7 .1/1.5

Bp = 1.2 x 10-5 T

दिशा : दायें हाथ की हथेली के नियम से उक्त चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा दक्षिण से उत्तर की ओर होगी।

 प्रश्न 2  :  एक धारा खण्ड जिसकी लम्बाई 2 सेंटीमीटर है और उसमें 16 एम्पियर की धारा है , मूल बिन्दु पर x अक्ष के अनुदिश रखा हुआ है। इसके कारण y अक्ष पर मूलबिन्दु से 0.8 m की दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र कितना होगा ?

हल : I = 16A

y = r = 0.8m

dl = 2 cm = 2 x 10-2 m

बायो सावर्ट के नियम से P पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता –

dB = (u0/4π)I.dl.sinθ/r2

मान रखकर हल करने पर

dB = 0.5 x 10-7 T

या

5 x 10-8 Tesla (z दिशा में)

Sbistudy

Recent Posts

सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke rachnakar kaun hai in hindi , सती रासो के लेखक कौन है

सती रासो के लेखक कौन है सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke…

11 hours ago

मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी रचना है , marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the

marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी…

11 hours ago

राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए sources of rajasthan history in hindi

sources of rajasthan history in hindi राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए…

2 days ago

गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है ? gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi

gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है…

2 days ago

Weston Standard Cell in hindi वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन

वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन Weston Standard Cell in…

3 months ago

polity notes pdf in hindi for upsc prelims and mains exam , SSC , RAS political science hindi medium handwritten

get all types and chapters polity notes pdf in hindi for upsc , SSC ,…

3 months ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now