legislative control of insect pest in hindi legal किट वैधानिक नियंत्रण किसे कहते है ? कीट तथा पीड़क वैधानिक व्यवस्था क्या होती है परिभाषा ?
वैधानिक नियंत्रण क्यों आवश्यक है?
अक्सर अनुभव किया गया है कि जब कभी कोई कीट अथवा अन्य प्राणी पीड़कों के रूप में एक महामारी जैसा रूप ले लेते है, तब वे भयानक शत्रु बन जाते हैं, और उस समय अधिकतर मामलों में उन्हें व्यक्तिगत प्रयासों से नियंत्रित नहीं किया जा सकता। जब किसी देश में टिड्डियों जैसा कोई पीड़क प्रकट होता है, तब वह एक राष्ट्रीय आपदा बन जाता है। तब देश के समस्त लोगों और वहां की सरकार को भी सामने आए खतरे से एकजुट होकर प्रयास करना होता है। इस विशाल अभियान को विधान के माध्यम से समाज की स्वीकृति चाहिए और साथ ही उसके लिए वित्तीय सहायता की भी जरूरत होती है।
वैधानिक व्यवस्था इसलिए भी जरूरी है कि देश के बाहर से किसी ऐसे पीड़क के आकस्मिक प्रवेश को रोका जाना चाहिए, जो पहले से उस देश में मौजूद न हो। पीड़क-संग्रसित पौधों अथवा संग्रसित पादप-सामग्री के एक देश से दूसरे देश में लाए ले जाए जाने पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता उस समय महसूस हुई जब 19वीं शताब्दी के बाद के वर्षों में अंगूर का फिलोक्सेरा (च्ीलससवगमतं) अमेरिका से फ्रांस में पहुंच गया तथा सैन जोजे स्केल संयुक्त अमरीका में पहुंच गया और इन्होंने वहां भारी क्षति फैलायी।
साथ ही नागरिकों में कड़ाई से अनुशासन लागू किया जाना चाहिए कि वे किसी भी वर्जित (निषिद्ध) सामग्री को देश में न लाएं भले ही वे इसके खतरे से अनजाने में ऐसा कर रहे हों या मात्र लालच के लिए कर रहे हो।
बोध प्रश्न 1
वैधानिक नियंत्रण की आवश्यकता क्यों है?
बोध प्रश्न 1
1. देखिए भाग 16.2
2. ं) 1905
इ) पांच
ब) विदेशीय पीड़क, रोग तथा खरपतवार
क) देश, राज्य, फैलने
म) अधिसूचित
ि) कीटनाशियों में मिलावट, उनका भ्रामक ब्रैंडनामन तथा गलत साज-संभाल
ह) गतिविधियों, अनुप्रयोग
3. ं) विनाशकारी कीट तथा पीड़क
इ) पादप संगरोध तथा राज्य कृषि एवं रोग अधिनियम के माध्यम से विधान उपाय
4. प) पादप सुरक्षा एवं संगरोध का केंद्रीय निदेशालय
पप) मुम्बई, कोलकाता, कोचीन, चेन्नई, तूतिकोरिन, रामेश्वरम, भावनगर तथा विशाखापटनम के बंदरगाह तथा अमृतसर, मुम्बई,
कोलकाता, चेन्नई तिरुचिरापल्ली एवं नई दिल्ली के हवाई अड्डे ।
5. पीड़क, रोग अथवा खरपतवार के राज्य के एक भाग से दूसरे भाग में फैलाव को रोकना और कृषक के ऊपर यह अनिवार्य कारक कि वह निर्धारित उपचार करे।
6. प) काले शीर्ष का केटरपिलर, ओपिसाइना ऐरेनोसेला.
पप) ष्कॉटनी कुशल स्केलष् आसीरिया पर्चेजाई
पपप) काफी का बेरी-वेधक हाइपोथेनेमस हैम्पिआई
पअ) गन्ने का शीर्ष वेधक सोफैगा एक्सर्पटैलिस
अ) मवेशी मक्खी स्टोमोक्सिस कैल्सिट्रैन्स
वैधानिक नियंत्रण की श्रेणियां
व्यापार में कृषि उत्पादों के मंगाए अथवा भेजे जाने के साथ कृषि पीड़कों का फैलाव हो सकता है। इसे रोकने के लिए और साथ ही संग्रसित पादप एवं प्राणी सामग्री की आवा-जाही को प्रतिबंधित करने हेतु अतिरिक्त कानून बनाये जाते हैं। इसे संगरोध (quarantine) कहते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रथम संगरोध कानून 1905 में लागू हो गया था। आज के दिन विभिन्न देशों में लागू वैधानिक उपायों को निम्नलिखित पांच श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है रू
(प) वैदेशिक पीड़कों, रोगों तथा खरपतवारों के प्रवेश को रोकने का कानून,
(पप) पहले से ही स्थापित पीड़कों, रोगों को तथा खरपतवारों को देश के भीतर ही अथवा किसी राज्य-विशेष के भीतर फैलने को रोकने का कानून,
(पपप) पीड़कों के विरुद्ध चलाए जा रहे अधिसूचित नियंत्रण आंदोलनों के लिए कानून बनाना, अर्थात् ऐसे कानून बनाना जिनसे किसानों पर जिम्मेदारी डाली जाए कि वे पूर्ववत स्थापित पीड़कों, रोगों एवं खरपतवारों से होने वाली क्षति को रोकने हेतु प्रभावकारी नियंत्रण उपाय काम में लाएं।
(पअ) पीड़कों के नियंत्रण हेतु इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशकों अथवा उपकरणों मे मिलावट, भ्रामक ब्रैड नामन तथा गलत साज-संभाल को रोकने एवं खाद्य पदार्थों में उनकी अनुमत अवशेष सहनता को निर्धारित करने का कानून,
(अ) पीड़क नियंत्रण कार्यचालनों में लगे व्यक्तियों की गतिविधियों के नियमन तथा जोखिम भरे कीटनाशकों के अनुप्रयोग के नियमन के लिए कानून बनाना।
बोध प्रश्न 2
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(ं) संयुक्त राज्य अमेरिका में पहला संगरोध कानून वर्ष …………… में लागू हुआ।
(इ) आजकल विभिन्न देशों में लागू कानून …………….. श्रेणियों में विभाजित किए जा सकते हैं।
(ब) …………..,……………….. तथा ……………….. के आप्रवेश को रोकने के लिए कानून बनाना आवश्यक है।
(क) ……………….. के अथवा किसी विशेष के भीतर पहले से ही स्थापित पीड़कों, रोगों तथा खरपतवारों के ……………. को रोकने के लिए कानूनों की आवश्यकता है।
(म) पीड़कों के प्रति नियंत्रण के ……… आंदोलनों के लिए कानून बनाने आवश्यक हैं।
(ि) पीड़क नियंत्रण में काम आने वाले कीटनाशकों अथवा उपकरणों आदि के ……………… तथा ……………….. के लिए कानून बनाने आवश्यक हैं।
(ह) पीड़क नियंत्रण कार्यचालन में लगे लोगों की ……………….. तथा जोखिम भरे कीटनाशकों के ……………….. के लिए कानून बनाना आवश्यक है।