JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: chemistry

समपरासरी विलयन , अल्प परासरी और अति परासरी विलयन (isotonic solution hypertonic solution hypotonic solution)

(isotonic solution hypertonic solution hypotonic solution) समपरासरी विलयन , अल्प परासरी और अति परासरी विलयन : पहले हम बात करेंगे की विलयन की परिभाषा क्या होती है , और उसके बाद परासरण दाब क्या होता है , इसके बाद परासरण दाब के आधार पर विलयन के प्रकार के बारे में अध्ययन करेंगे जो हमारा यह टॉपिक है।
विलयन : जब दो या दो से अधिक समांगी पदार्थ मिश्रित होते है तो विलयन बनता है अर्थात दो या दो से अधिक पदार्थो के समांगी मिश्रण को विलयन कहा जाता है।
विलयन में एक पदार्थ विलेय कहलाता है और दूसरा विलायक , विलयन में जो पदार्थ कम मात्रा में होता है उस पदार्थ को विलेय पदार्थ कहते है और जो पदार्थ अधिक मात्रा में उपस्थित रहता है उस पदार्थ को विलायक कहते है।
जैसे : जब किसी पानी में नमक घोला जाता है तो , नमक बहुत कम मात्रा में उपस्थित रहता है इसलिए नमक को विलेय कहते है और पानी अधिक मात्रा में है इसलिए पानी को विलायक कहते है ,अर्थात विलेय घुलता है जबकि विलायक घोलता है।
परासरण दाब : जब दो भिन्न सांद्रता वाले विलयनों के मध्य अर्द्ध पारगम्य झिल्ली लगायी जाए तो विलायक के अणु कम सांद्रता वाले विलयन से अधिक सांद्रता वाले विलयन की तरफ गति करते है , विलायक के अणुओं की इस गति को रोकने के लिए आरोपित आवश्यक दाब के मान को परासरण दाब कहते है।
परासरण दाब के आधार पर विलयन के प्रकार –
1. सम परासरी विलयन
2. अल्पपरासरी विलयन
3. अतिपरासरी विलयन

1. सम परासरी विलयन

जब दोनों विलयनों की सांद्रता का मान समान हो तो दोनों विलयन के लिए परासरण दाब का मान भी बराबर होगा अत: वे विलयन जिनके लिए परासरण दाब का मान समान होता है उन्हें समपरासरी विलयन कहते है।
माना दो विलयन है , पहले विलयन की सांद्रता C1 और दूसरे विलयन की सांद्रता C2 है और यदि ये दोनों विलयन समपरासरी विलयन है तो
C1  = C2
साथ ही दोनों विलयन का परासरण दाब का मान भी समान होगा।

2. अल्पपरासरी विलयन

जिस विलयन का परासरण दाब का मान अपेक्षाकृत कम होता है उस विलयन को अल्प परासरी विलयन कहते है।

3. अतिपरासरी विलयन

जिस विलयन का परासरण दाब का मान अपेक्षाकृत अधिक होता है ऐसे विलयन को अति परासरी विलयन कहते है।
अर्थात अल्पपरासरी विलयन का परासरण दाब निम्न होता है जबकि अतिपरासरी विलयन का परासरण दाब उच्च या अधिक होता है।
चूँकि अल्प परासरी तथा अति परासरी विलयन में परासरण दाब में अंतर है तो इनकी सांद्रता में भी अंतर होगा अत: इन दोनों प्रकार के विलयन में परासरण होता है अर्थात इन दोनों प्रकार के विलयन में विलायक के अणु कम सांद्रता वाले विलयन से अधिक सांद्रता वाले विलयन की तरफ गति करेंगे।
लेकिन सम परासरी विलयन में , दोनों विलयनों की सान्द्रता समान होती है इसलिए ऐसे विलयन में परासरण की घटना घटित नहीं होती है।
Sbistudy

Recent Posts

सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke rachnakar kaun hai in hindi , सती रासो के लेखक कौन है

सती रासो के लेखक कौन है सती रासो किसकी रचना है , sati raso ke…

2 days ago

मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी रचना है , marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the

marwar ra pargana ri vigat ke lekhak kaun the मारवाड़ रा परगना री विगत किसकी…

2 days ago

राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए sources of rajasthan history in hindi

sources of rajasthan history in hindi राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की विवेचना कीजिए…

4 days ago

गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है ? gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi

gurjaratra pradesh in rajasthan in hindi गुर्जरात्रा प्रदेश राजस्थान कौनसा है , किसे कहते है…

4 days ago

Weston Standard Cell in hindi वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन

वेस्टन मानक सेल क्या है इससे सेल विभव (वि.वा.बल) का मापन Weston Standard Cell in…

3 months ago

polity notes pdf in hindi for upsc prelims and mains exam , SSC , RAS political science hindi medium handwritten

get all types and chapters polity notes pdf in hindi for upsc , SSC ,…

3 months ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now