JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi sociology physics physical education maths english economics geography History

chemistry business studies biology accountancy political science

Class 12

Hindi physics physical education maths english economics

chemistry business studies biology accountancy Political science History sociology

Home science Geography

English medium Notes

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Class 12

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Categories: Biology

आदर्श गर्भ निरोधक , गर्भ निरोधक उपाय (विधियाँ) , महत्व Ideal contraceptive in hindi

Ideal contraceptive in hindi आदर्श गर्भ निरोधक , गर्भ निरोधक उपाय (विधियाँ) , महत्व

आदर्श गर्भ निरोधक:-

1 प्रयोगकर्ता के हितों की रक्षा करने वाली हो

2 गोपनीयता

3 दुष्प्रभाव कम से कम हो अथवा थोडा हो

4 आसानी से उपलब्ध हो।

5 उपयोगकर्ता की कामेच्छा व मैथुन क्रिया में बाधक न हो।

गर्भ निरोधक उपाय (विधियाँ):- 

A – प्राकृतिक विधियाँ

1 आवधिक संयम:- निषेच्य अवधि के दौरान मैथून क्रिया न करना।

2 अंतरित मैथुन:-

मैथुन क्रिया के दौरान वीये संखलन से पहले पुरूष अपना लिंग मादा की योनि से बाहर निकाल लेता है। इस क्रिया को अंतरित मैथुन कहते है।

3 स्तनपान अनार्तव :-

शिशु को स्तनपान करवाने की अवधि 4-6 माह तक गर्भधारण की संभावना कम होती है।

महत्वः

किसी भी औषधि /साधन का प्रयोग नहीं करना पडता अतः दुष्प्रभाव काफी होते है। ये प्रथम सन्तान या सन्तानों में अन्तर रखने के लिए उपयुक्त है।

 कमी/दोष:- इनकी सफलता की दर कम होती है।

B  कृत्रिम विधियाँ:-

1 रोध ठंततपमत विधियाँ:- क्रियाविधि (सिद्धान्त):-

इनमें शुक्राणु एवं अण्डाणु को आपस में मिलने नहीं दिया जाता है।

उदाहरण:- कण्डोम (निरोध), डायफ्राम, गर्भाशय ग्रीवाटोप, बोल्ट, शुक्राणुनाशक क्रीम, जैली या फोम

महत्व:-

1 गोपनीयता:- स्वयं प्रयोग कर सकता है।

2 योैन रोगों से बचाव:-

 दुष्प्रभाव कम:-

 अंतः गर्भाशय युक्तियाँ क्रियाविधि(Intrauterine device )(IUD ):-

1 शुक्राणु की गतिशीलता कम करना।

2 भ्रुण की रोपण के अयोग्य बनाना

3 ओषधि रहित:- लिप्टेस लूप उदाहरण:-

1 ताँबा मोचक Cu-T , Cu -7 , मल्टीलोड 375 – T

2 हार्मोन मोचक  IUD – प्रोजेस्टॉर्ट LNG 20

महत्व:-

सन्तानों में अन्तराल रखने की सर्वातम विधि है। अतः महिलाओं द्वारा अधिक प्रयोग की जाती है।

 कमी:- यह किसी विशेषज्ञ या प्रशिक्षित नर्स द्वारा लगवायी जानी चाहिए

3 खाने वाली औषधियाँ:-

 क्रिया विधि:-

1. प्रतिदिन 1 से 21 (22 से 28):- आयरन

2. साप्ताहिक:-

गैर-स्टीरायॅड सहेली माला-प्ट लखनऊ

3. खोज:-

केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान ब्व्त्प् आपातकालीन:-unwanted .72

4. अन्तर्रौप टीके:-

ये प्रोजेस्टोरोन या एस्ट्रोजन या इनके संयोजन से बने होते है इन्हें टीके के रूप में बाँहांे में लगाया जाता है अथवा छोटा सा चीरा लगाकर बाँह की त्वचा के नीचे रखा जाता है ये लम्बे समय तक प्रभावी रहते है।

5. बन्धयकरण/शल्यक्रिया/नसबंदी:-

ऐसे दम्पती जिन्हें आगे और सन्तान नहीं चाहिए वे शल्य क्रिया को अपनाते है यह गर्भनिरोध का स्थाई समाधान है । यह क्रिया दो प्रकार की होती है।

1- शुक्रवाहक उच्छेपन (वासैक्टोनी):- 

(पुरूष नसबंदी) इसमें शुक्रवाहक के छोटे भाग को चीरा लगाकर हटा देते है या बांध देते है

2- डिम्बवाहिनी उच्छेपन टुबेक्टोनी- महिला नसबंदी:-

इसमें महिला के उदर में छोटा सा चीरा लगाकर अथवा योनी मार्ग के द्वारा डिम्वाहिनी के छोटे से भाग को काँट या बाँध दिया जाता है।

सावधानियाँ:- किसी योग्य विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक की सलाह से इनका प्रयोग करना चाहिए।

दुष्प्रभाव:- पेटदर्द, उल्टी, जी घबराना, रक्त स्त्राव, अभिव्यक्ति, मासिक धर्म, वजन बढना, स्तर कैंसर

Sbistudy

Recent Posts

four potential in hindi 4-potential electrodynamics चतुर्विम विभव किसे कहते हैं

चतुर्विम विभव (Four-Potential) हम जानते हैं कि एक निर्देश तंत्र में विद्युत क्षेत्र इसके सापेक्ष…

1 day ago

Relativistic Electrodynamics in hindi आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा

आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा Relativistic Electrodynamics in hindi ? अध्याय : आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी…

3 days ago

pair production in hindi formula definition युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए

युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए pair production in hindi formula…

5 days ago

THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा

देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi…

5 days ago

elastic collision of two particles in hindi definition formula दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है

दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है elastic collision of two particles in hindi definition…

5 days ago

FOURIER SERIES OF SAWTOOTH WAVE in hindi आरादंती तरंग की फूरिये श्रेणी क्या है चित्र सहित

आरादंती तरंग की फूरिये श्रेणी क्या है चित्र सहित FOURIER SERIES OF SAWTOOTH WAVE in…

1 week ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now