hindi me vyanjan kitne hote hai ? हिंदी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या कितनी है | हिंदी में कुल कितने व्यंजन होते हैं ?
उत्तर : हिन्दी व्याकरण में 33 होती है , 2 उत्क्षिप्त व्यंजन , 4 संयुक्त व्यंजन होते है अत: कुल 35 व्यंजन होते है जबकि मूल व्यंजनों की संख्या 33 होती है |
अनेकार्थी
1. निम्न विकल्पों में से अनेकार्थक शब्द का चयन कीजिए
(अ) नासिका (ब) कान (स) अंग (द) नेत्र
उत्तर-(स)
2. निम्नलिखित अनेकार्थी शब्द का दूसरा अर्थ बताइए। “अज-अजन्मा’’
(अ) आजन्म (ब) निर्भीक (स) आजीवन (द) ईश्वर
उत्तर- (द)
निर्देश: प्रश्न सं. 3 और 4 में, अनेकार्थी शब्द दिए गए हैं। एक अर्थ के साथ ही लिखा है, दूसरा अर्थ बताइए।
3. ‘‘प्रमत्त-स्वेच्छाचारी’’
(अ) उन्मत्त (ब) प्रपीड़ित (स) परितप्त (द) उत्कृष्ट
उत्तर- (अ)
4. ‘‘कनक-धतूरा’’
(अ) प्रसाद (ब) कसौटी (स) आभूषण (द) सोना
उत्तर- (द)
5. ‘‘अंक’’ शब्द का अनेकार्थी शब्द नहीं है
(अ) संख्या (ब) गोद
(स) पृथ्वी (द) नाटक का एक भाग
उत्तर- (स)
6. ‘पंच‘ शब्द का अनेकार्थी शब्द नहीं है
(अ) पाँच (ब) ग्राम सरपंच
(स) निर्णय करने वाला (द) पंचानन
उत्तर- (द)
7. अनेकार्थी शब्द श्अब्जश् के गलत विकल्प का चयन कीजिए-
(अ) शंख (ब) चन्द्रमा (स) मेघ (द) कपूर
उत्तर- (स)
8. अनेकार्थी शब्द श्नागश् का निम्नलिखित में से एक अर्थ है-
(अ) रथ (ब) पारा (स) हाथी (द) मोक्ष
उत्तर- (स)
9. ‘द्विज‘ के अनेकार्थी शब्दों में से निम्नलिखित में से कौन सा एक शब्द नहीं आता?
(अ) ब्राह्मण (ब) पक्षी (स) दाँत (द) विदेह
उत्तर-(द)
10. जल, प्राण पुत्र, किस शब्द का अनेकार्थी है?
(अ) औषधि (ब) सार (स) तत्व (द) जीवन
उत्तर- (द)
व्यंजनध्विदेशी शब्द
1. हिन्दी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या है
(अ) 32 (ब) 34 (स) 33 (द) 36
उत्तर- (स)
2. कौन ऊष्म व्यंजन नहीं है?
(अ) श (ब) ष (स) ग (द) स
उत्तर-(स)
3. संयुक्त व्यंजन श्ज्ञश् बनता है?
(अ) ग$ञ (ब) ज्$ञ (स) ग्$न (द) क$ग
उत्तर-(ब)
4. श्वश् व्यंजन है
(अ) ऊष्म (ब) अन्तस्थ (स) महाप्राण (द) अघोष
उत्तर-(ब)
5. इनमें से कौन संयुक्त व्यंजन नही है?
(अ) क्ष (ब) त्र (स) ज्ञ (द) फ
उत्तर-(द)
6. ‘लालटेन‘ शब्द निम्न वर्गों में से किस वर्ग में आता है? (अ) तत्सम (ब) तद्भव (स) देशज (द) विदेशज
उत्तर-(द)
7. कौन तुर्की शब्द नहीं है
(अ) बावर्ची (ब) बेगम (स) डेरा (द) दरोगा
उत्तर-(स)
8. निम्न में से कौन-सा व्यंजन संघर्षी है?
(अ) ह (ब) म (स) झ (द) ठ
उत्तर- (अ)
अपठित गधांश
निर्देश: (प्रश्न संख्या 1 से 5): निम्नलिखित अवतरण पर आधारित पाँच प्रश्न दिए गए हैं। अवतरण को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए तथा निर्देशानुसार चिह्न लगाइए।
राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए चरित्र निर्माण परम आवश्यक है। जिस प्रकार वर्तमान में भौतिक निर्माण का कार्य अनेक योजनाओं के माध्यम से तीव्र गति के साथ सम्पन्न हो रहा है, वैसे ही वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता यह है कि देशवासियों के चरित्र निर्माण
के लिए भी प्रयत्न किया जाए। उत्तम चरित्रवान व्यक्ति ही राष्ट्र की सर्वोच्च संपदा है। जनतंत्र के लिए तो यह एक महान कल्याणकारी योजना है। जन-समाज में राष्ट्र, संस्कृति, समाज एवं परिवार के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है इसका पूर्ण रूप से बोध कराना एवं राष्ट्र में व्याप्त समग्र भ्रष्टाचार के प्रति निषेधात्मक वातावरण का निर्माण करना ही चरित्र निर्माण का प्रथम सोपान है। पाश्चात्य शिक्षा और संस्कृति के प्रभाव से आज हमारे मस्तिष्क में भारतीयता के प्रति हीन भावनाश् उत्पन्न हो गई है। चरित्र निर्माण, कि बाल्यावस्था से ही ऋषिकुल, गुरुकुल, आचार्यकुल की शिक्षा द्वारा प्राचीन समय से किया जाता था, आज की लॉर्ड मेकाले की शिक्षा पद्धति से संचालित स्कूलों एवं कॉलेजों के लिए एक हास्यास्पद विषय बन गया है। आज यदि कोई पुरातन संस्कारी विद्यार्थी संध्यावंदन या शिखा-सूत्र रख कर भारतीय संस्कृतिमय जीवन बिताता है, तो अन्य छात्र उसे श्बुद्धश् या अप्रगतिशील कहकर उसका मजाक उड़ाते हैं। आज हम अपने भारतीय आदर्शों का परित्याग करके पश्चिम के अंधानुकरण को ही प्रगति मान बैठे हैं। इसका घातक परिणाम चारित्र्य-दोष के रूप में आज देश में सर्वत्र दृष्टिगोचर हो रहा है।
1. चरित्र निर्माण की परम आवश्यकता है
(अ) समाजोपयोगी कार्यों के लिए
(ब) राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए
(स) राष्ट्र की योजनओं के संचालन के लिए
(द) मानवमात्र के कल्याण के लिए
उत्तर- (ब)
2. जनतंत्र के लिए लाभकारी हो सकते हैं
(अ) निष्ठावान श्रमिक
(ब) धनवान व्यक्ति
(स) उत्तम चरित्रवान व्यक्ति
(द) शक्तिशाली सिपाही
उत्तर- (स)
3. उन्नत राष्ट्र के लिए विकास का प्रथम सोपान है?
(अ) भ्रष्टाचार के प्रति निषेधात्मक वातावरण
(ब) जनता में सांप्रदायिक सद्भाव
(स) राजनीति के कुशल दाँव-पेंच
(द) चरित्र निर्माण के लिए शैक्षिक वातावरण
उत्तर- (अ)
4. अप्रगतिशील रूप में मजाक उड़ाया जाता है, जो
(अ) पाश्चात्य संस्कृति को हृदय से अपनाता है
(ब) सत्संग में अधिक समय नहीं बिताता
(स) धार्मिक वातावरण में जीवन बिताता है
(द) भारतीय संस्कृतिमय जवन बिताता है
उत्तर- (द)
5. भारतीयता के प्रति हीन भावना का कारण है:
(अ) पुरातन संस्कारी संस्कृतिमय जीवन
(ब) लॉर्ड मेकाले की शिक्षा पद्धति
(स) प्राचीन गुरुकुल की शिक्षा पद्धति
(द) वर्तमान वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति
उत्तर- (ब)