समतल दर्पण से प्रतिबिम्ब का निर्माण Formation of image by plane mirror in hindi

Formation of image by plane mirror in hindi समतल दर्पण से प्रतिबिम्ब का निर्माण : जब  किसी समतल दर्पण के समाने कोई वस्तु रखी हो तो उसका प्रतिबिम्ब कैसे बनता है इसके बारे में हम यहाँ अध्ययन करते है।
माना एक वस्तु O किसी समतल दर्पण PQ के सामने रखी हुई है जैसा चित्र में दर्शाया गया है।
वस्तु से कई प्रकाश की किरण चलती है लेकिन हम प्रतिबिम्ब निर्माण को समझने के लिए दो किरणों पर अध्ययन करते है और यह ज्ञात करते है।
माना वस्तु O से दो किरणें OA तथा OC समतल दर्पण की तरफ गमन करती है , दोनों किरणें दर्पण से टकराकर परावर्तित हो जाती है तथा परावर्तन के बाद किरणें AB तथा CD के रूप में मनुष्य की आँखों (E) की तरफ गति करती है।
अगर दर्पण पर जहाँ वस्तु से चलने वाली किरणें परावर्तित होती है , दोनों किरणों को दर्पण के पीछे बढ़ाने पर ये दोनों किरणें मिलती हुई प्रतीत होती है , जहाँ ये दोनों किरणें मिलती हुई प्रतीत होती है वहाँ ही वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है जिसे चित्र में I से व्यक्त किया गया है।
या
समतल दर्पण के पीछे जहाँ किरणें मिलती हुई प्रतीत होती है वहाँ वस्तु O का प्रतिबिम्ब I बनता है।