अग्र मस्तिष्क क्या होता है forebrain parts and functions in hindi अग्र मस्तिष्क के कार्य लिखिए , संरचना , प्रकार भाग

forebrain parts and functions in hindi work अग्र मस्तिष्क क्या होता है अग्र मस्तिष्क के कार्य लिखिए , संरचना , प्रकार भाग  ?

अग्र मस्तिष्क (Forebrain) :

  • घ्राण पिण्ड : मस्तिष्क के अग्र सिरे पर छोटी मुग्दराकार के दो ठोस युग्मित (paired) घ्राण पिण्ड उपस्थित होते हैं | प्रत्येक पिंड के दो भाग होते है | अग्र भाग घ्राण बल्ब (olfactory bulb) और घ्राण नाल (olfactory tract) प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध द्वारा पूर्णतया ढके रहते हैं अत: मस्तिष्क की अधर सतह से दिखाई देते हैं | घ्राण पिण्ड से घ्राण तंत्रिका का युग्म उत्पन्न होता है | यह गंध की संवेदना (olfaction) से सम्बन्धित होते हैं |
  • प्रमस्तिष्क (cerebrum) (Telencephalon) : मानव मस्तिष्क का सबसे बड़ा और जटिल भाग प्रमस्तिष्क होता है | इसके दायें और बाएं गोलार्द्ध माइलिन युक्त तंतुओं के बड़े समूह corpus callosum और अन्य छोटे तंतुओं के समूह से जुड़े होते हैं | अग्र भाग पर कार्पस कैलोसम वलयित होकर genu बनाता है | पश्च भाग पर कार्पस केलोसम अधरीय मुड़ कर गोल splenium बनाता है जो एक तंतुमय पट्टी बनाता है fornix बनाता है | Fornix एक युग्मित संरचना है जो एक प्रत्येक गोलार्द्ध में स्थित होती है | प्रमस्तिष्क की बाह्य परत cerebral cortex कहलाती है जो प्रमस्तिष्क का grey matter बनाती है | वल्कुट की सतह अत्यधिक वलयित होती है जो तीन गुना सतह क्षेत्रफल बढ़ाती है | ऊपर की तरफ (upward) वलयन अथवा gyri (sing , gyrus) , नीचे की तरफ वलयन खांच अथवा sulci (sing , sulcus) के साथ एकान्तरित क्रम में रहती है | एक गहरी खांच longitudinal fissure दोनों गोलार्द्धों को पृथक करती है | प्रत्येक प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध में एक गुहा होती है जिसे lateral ventricle कहते हैं | इसकी गुहा में सेरेब्रो स्पाइनल तरल (CSF) भरा होता है | प्रमस्तिष्क का प्रत्येक गोलार्द्ध चार पालियों में बंटा होता है | चार पालियां frontal , parietal , temporal और occipital है | केन्द्रिक खांच (central sulcus) frontal lobe को parietal lobes में पृथक करती है | पाशर्वीय खांच पेराइटल पिण्ड को टेम्पोरल पिण्ड से पृथक करती है | parieto occipital sulcus पेराइटल पिंड को ऑक्सीपिटल पिण्ड से पृथक करती है | फ्रन्टल और टेम्पोरल पिण्ड लोम्बोइड ऊत्तक (lomboidal tissue) के द्वारा पृथक होते हैं | प्रीसेन्ट्रल (precentral) क्षेत्र (motor) फ्रंटल पिंड के ठीक आगे केन्द्रीय खांच तक पाया जाता है और प्रारंभिक चालक आवेग को विकसित करता है | फ्रन्टल पिण्ड में somatic motor area के ठीक आगे premotor area पाया जाता है | premotor area की अनैच्छिक गति , स्वायत्तशासी तंत्रिका तंत्र के लिए उच्चतम केंद्र है | पेराइटल पिण्ड में केन्द्रीय खांच के ठीक पीछे सामान्य संवेदना जैसे दर्द , छूना और तापमान की पहचान के लिए post central (sensory) area or somaesthetic area पाया जाता है |

Sensory speech area पेराइटल पिंड के नीचे स्थित होता है और टेम्पोरल पिंड तक विस्तारित होता है | यह बोले गए शब्दों को पहचानता है | टेम्पोरल पिंड में पाशर्वीय खांच के ठीक निचे auditory (hearing) area पाया जाता है | यह सुनने का केंद्र है | ऑक्सीपीटल पिंड के अत्यधिक बड़े भाग में visual area पाया जाता है | यह देखने का केंद्र है | टेम्पोरल पिण्ड की गहराई में घ्राण क्षेत्र (smell area) पाया जाता है | यह नासा से घ्राण तंत्रिकाओं द्वारा आवेग प्राप्त करता है और उनका विश्लेषण करता है | स्वाद क्षेत्र (taste area) पाशर्विय खांच के ऊपर पश्च केन्द्रीय क्षेत्र (post central area) में पाए जाते है | जीभ से आने वाले तंत्रिका आवेग यहाँ विश्लेषित होते हैं | motor speech area को Broca’s motor speech area भी कहा जाता है , फ्रन्टल पिण्ड में स्थित होता है | प्रमस्तिष्क के अन्य क्रियान्वित क्षेत्रों में parietal association area पैराइटल पिण्ड में , फ्रन्टल सम्बन्धित क्षेत्र फ्रंटल पिंड में , टेम्पोरल सम्बन्धित क्षेत्र टेम्पोरल पिण्ड में स्थित होते हैं | wernicke’s area टेम्पोरल पिंड में उपस्थित होता है ये speech समझने में सहायता करता है |

प्रमस्तिष्क के कार्यकारी (Functionary) क्षेत्र : इसमें तीन तरह के क्रियाशील क्षेत्र पाए जाते है ,

  • sensory areas : ये ग्राही से आवेग प्राप्त करते हैं |
  • Association areas : (Largest) ये आवेगों (input) की व्याख्या (initiate) और उन्हें संग्रहित करते हैं , और पश्च अनुभव के प्रति प्रतिक्रिया प्रारंभ करते हैं | इस प्रकार सम्बन्धित क्षेत्र (associated areas) याददाश्त , ज्ञान और तर्क में सम्मिलित होते हैं |
  • Motor areas : ये प्रभावी अंगों (effectors) को आवेग स्थानांतरित करता हैं |

प्रमस्तिष्क के कार्य : प्रमस्तिष्क हमारी याददाश्त , चेतना (conscious activities) इच्छा , बुद्धिमता (सोचना , तार्किक अनुभव से सीखना , ज्ञान) और स्पष्ट बोलने का केंद्र है | यह निपुण कार्य और ऐच्छिक कार्यों की व्याख्या (interprets) करता है और अनेक प्रत्यावर्ती क्रियाओं जैसे हँसना , रोना , मूत्र विसर्जन और मल विसर्जन को भी नियंत्रित करता है |

Motor areas पेशियों की गतिविधि , sensory areas संवेदनाओं का नियंत्रण और association areas चालक (motor) और संवेदी (sensory areas) क्षेत्रों को जोड़ता है और उच्च गुण जैसे बुद्धिमता , याददाश्त और इच्छा आदि समूहित कार्यों को संचालित करता है अत: यदि एक आदमी का प्रमस्तिष्क हटा दिया जाए तो वह सरल प्रत्यावर्ती प्राणी (simple reflex creature) बन जाता है |

Dieneephalon (थेलेमनसिफेलोन) : मस्तिष्क का यह भाग प्रमस्तिष्क के ऊपर और मध्य मस्तिष्क के नीचे पाया जाता है | इसकी गुहा third ventricle कही जाती है , जो प्रमस्तिष्क की lateral ventricles के पीछे पायी जाती है | Foramen of monro द्वारा प्रत्येक lateral ventricle के साथ जुडी रहती है | third ventricle की छत epithelium कहलाती है | इसमें अत्यधिक संवहनीय और वलयित ependymal epithelium होती है जो anterior choroid plexus बनाती है | यह plexus CSF स्त्रावित करता है | पीनियल काय एपिथैलेमस से जुडी रहती है | पीनियल काय अंतस्त्रावी ग्रंथि है |

Diencephalon , थैलेमस (upper) और hypothalamus में विभेदित होता है |

थैलेमस – यह भाग third ventricle के पाशर्व में दो (बाएं और दायें) बड़े और अंडाकार gray matter के पिण्डों से बना होता है | प्रत्येक पिंड तंत्रिका कोशिकाओं के अनेक छोटे गुच्छों से बना होता है जो थैलेमिक केन्द्रक कहलाते है |

कार्यात्मक रूप से थैलेमस प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मस्तिष्क के अन्य सभी भागों से आवेग प्राप्त करते हैं | थैलेमिक न्युक्लिआई के कार्य निम्नलिखित हैं –

  • निश्चित nuclei विश्लेषण करने के योग्य होते हैं और दर्द , तापमान और स्पर्श के संवेदनाओं के पहचान के लिए उत्तरदायी होते हैं |
  • कुछ nuclei प्रिय और अप्रिय भावनाओं के संवेदी आवेगों से सम्बन्धित होते हैं |
  • कुछ nuclei सचेतन (alerting) और जागने की क्रियाविधि में भूमिका अदा करते हैं और सुनने , देखने या अन्य प्रतिवर्ती क्रियाएं करने में सहायक होते हैं |
  • अधिकांश nuclei , आवेगों के उनके अन्य भागों से प्रमस्तिष्क वल्कुट तक सामान्य प्रसारक stations की तरह कार्य करते हैं |

हाइपोथैलेमस : यह मध्य मस्तिष्क की पाशर्वभित्तियों के निम्न भाग और third ventricle की फर्श (Floor) और समीपवर्ती भागों से बना होता है | इसके निचले निम्न मध्य भाग में पीयूष ग्रंथि का वृन्त (hypophysis cerebri) होता है | पश्च भाग में mammillary bodies का युग्म होता है | अन्य भागों में महत्वपूर्ण nuclei होते हैं |

हाइपोथैलेमस जीवन को जीने के लिए (survival) और आनन्दमय जीवन (enjoyment of life) के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य करता है | इस तरह यह mind (psyche) और बॉडी (soma) के मध्य और तंत्रिका और अंतस्त्रावी तंत्र के मध्य संयोजन की तरह कार्य करता है | इसके मुख्य कार्य संक्षिप्त में निम्न हैं –

  • यह स्वायत्तशासी क्रियाओं के मुख्य नियंत्रक और समन्वयक की तरह कार्य करता है क्योंकि यह सभी visceral effectors जैसे चिकनी पेशी और ग्रंथिल ऊत्तकों की समन्वित क्रियाओं का नियंत्रण करता है | निस्संदेह brain stem और मेरुरज्जु में स्थित इसके nuclei तंतुओं के द्वारा अनुकंपी और परानुकंपी केन्द्रों से जुड़े रहते हैं |
  • यह brain stem और nerve cord के स्वायत्तशासी केन्द्रों और प्रमस्तिष्क वल्कुट के मध्य मुख्य relay centre है | इस तरह शरीर के कार्यों पर मस्तिष्क नियंत्रण के लिए channel प्रदान करता है | उदाहरण के लिए यह एक पथ (मार्ग) प्रदान करता है जिसके द्वारा प्यार (love) , घृणा (hate) , संतुष्टि (satisfaction) , असंतुष्टि (dissatisfaction) , गुस्सा , अप्रिय और प्रायश्चित (penance) आदि संवेदनाएँ हमारे शरीर द्वारा शारीरिक रूप से व्यक्त हो सकती है |
  • हाइपोथैलेमिक न्यूक्लिआई की तंत्रिका कोशिकाएं हार्मोन vasopression और oxytocin स्त्रावित करती हैं जो पियूष ग्रंथि के पश्च भाग में संग्रहित होते हैं और इस ग्रंथि के द्वारा आवश्यकता के समय स्त्रावित होते हैं |
  • अनेक हाइपोथैलेमिक तंत्रिकाएं हार्मोन स्त्रावित करती हैं जो पिट्यूटरी ग्रंथि के अग्र भाग की कोशिकाओं द्वारा स्त्रावित होने वाले विभिन्न हार्मोनों के लिए release और inhibitory factors की तरह कार्य करते हैं |
  • कुछ हाइपोथैलेमिक केंद्र हमारे शरीर के जागने (arousing) और सचेतन क्रियाविधि चलने के तरीके और अवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं |
  • कुछ हाइपोथैलेमिक nuclei हमारे भोजन की इच्छा के नियंत्रक “appetite” और “satiety” centres की तरह कार्य करते हैं | ये तापमान नियमन में भी सहायता करते हैं |
  • हाइपोथैलेमस की मैमिलरीकाय की मैमिलेरी न्यूक्लिआई घ्राण प्रत्यावर्ती (olfactory reflexes) से सम्बन्धित घ्राण तंतुओं के लिए relay center का कार्य करती है | (also audio and visual reflexes)
  • प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध के आंतरिक भाग और गहरी संरचनाओं से सम्बन्धित समूह जैसे amygdale , hippocampus आदि एक जटिल संरचना बनाते है जो limbic code या limbic system कहलाती है |
  • हाइपोथैलेमस के साथ यह लैंगिक व्यवहार के नियंत्रण , भावनाओं को प्रकट करने की क्रिया (उत्तेजनशीलता , सुख , घृणा और डर) और उत्तेजना के नियंत्रण में भी शामिल है |

Basal ganglia : यह अग्र मस्तिष्क में वल्कुट के आधार पर subcortical nuclei का संग्रहण है | इसमें सबसे बड़ा nucleus corpus striatum है | यह प्लानिंग का नियंत्रण करता है और stereotyped movement का संपादन करता है | अन्य आधारीय गुच्छक (ganglia) अर्ध चेतन (subconscious) स्तर पर धीमा और तीव्र pedaling  , धीमा और तीव्र लिखना और टाइप करना जैसे कार्यों को नियंत्रित करता हैं |