प्रश्न 3 : तारा भौतिकी के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रथम भारतीय वैज्ञानिक का नाम है ?
- बीरबल साहनी
- सत्येन्द्रनाथ बोस
- आइन्स्टीन
- मेघनाथ साहा
उत्तर : मेघनाथ साहा भारत के पहले ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने तारा भौतिकी में कार्य किया था।
अतिरिक्त जानकारी : तारा भौतिकी या खगोल भौतिक विज्ञान की एक शाखा होती है जिसमें खगोलीय पिंडो की प्रकृति के बारे में और उससे सम्बंधित जानकारी को प्राप्त किया जाता है और रसायन विज्ञान की सहायता से पिण्डो के गुणों आदि को ज्ञात किया जाता है तथा भौतिकी की सहायता से खगोल पिंडो के बारे में विभिन्न गणनाओ का अध्ययन किया जाता है।
इस शाखा में विभिन्न पिंडो जैसे सूर्य , तारो आदि की अन्तरिक्ष में स्थिति , दूरी , गति आदि को ज्ञात किया जाता है।
तारा भौतिकी के क्षेत्र में कार्य करने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक का नाम मेघनाथ साहा था।
साहा का जन्म 6 अक्टूबर 1893 को ढाका के शओरातोली नामक जगह पर हुआ था जो अब वर्तमान समय में बांग्लादेश में स्थित है , वे एक भारतीय खगोल वैज्ञानिक थे , साहा अन्तरिक्ष से सम्बंधित तारो ,सूर्य आदि पिंडो के बारे में अध्ययन करते थे , उनको सबसे अधिक उनके द्वारा दी गयी समीकरण ‘साहा आयनीकरण समीकरण’ के कारण जाता है , साहा के द्वारा दी गयी इस समीकरण के आधार पर तारों की भौतिक और रासायनिक स्थिति के बारे में पता लगाया जा सकता है। तारो से सम्बंधित साहा पहले भारतीय वैज्ञानिक थे।
साहा राजनीती में भी सक्रीय थे और 1952 में वे भारत की संसद के सदस्य चुने गए थे।
साहा की मृत्यु दिल्ली में 62 की उम्र में 16 फरवरी 1956 को हुई थी।
साहा राजनीती में भी सक्रीय थे और 1952 में वे भारत की संसद के सदस्य चुने गए थे।
साहा की मृत्यु दिल्ली में 62 की उम्र में 16 फरवरी 1956 को हुई थी।
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