(Deficiency symptoms of minerals in plants in hindi) , पादपों में खनिज तत्वों के न्यूनता के लक्षण क्या है ?
न्यूनता के लक्षण (Deficiency symptoms)
इस की न्यूनता के लक्षण सामान्यतः सहजीवी, नाइट्रोजन यौगिकीकरण वाले पादपों में दिखाई देते हैं तथा नाइट्रोजन की कमी के कारण विकसित लक्षणों के समान ही होते हैं।
तालिका-3 : विभिन्न महत्वपूर्ण तत्वों के मुख्य कार्य, न्यूनता लक्षण एवं उसका उपचार
खनिज तत्व व अवशोषण का रूप | पादप में उपस्थित मात्रा
|
मुख्य कार्य
|
न्यूनता लक्षण
|
उपचार |
1. नाइट्रोजन (N)
NO3 NO2 NH4 +
|
1-3 % | प्रोटीन एन्जाइम DNA, RNA, NAD, NADP, FMN, FAD क्लोरोफिल सायटोक्रोम, विटामिन, हार्मोन, सह एन्जाइम, ATP का घटक
|
सामान्य भूखापन स्तम्भिक वृद्धि, हरिमाहीनता तने व पत्ती में एन्थोसायनिन का बनना, सीधी कम चौड़ी पत्तियाँ, पत्तियों का समय पूर्व झड़ना, पुष्पन एवं फलन सीमित अथवा देर से
|
अमोनियम सल्फेट,
कैल्शियम, अमोनियम, नाइट्रेट एवं यूरिया उपचार
|
2. फास्फोरस (P) H2PO4
HPO4 |
0.05-1%
(0.2-0.8% drywt) |
फास्फोलिपिड न्यूक्लिक अम्ल न्यूक्लिओप्रोटीन, शर्करा फास्फेट, NAD, NADP, AMP, ADP, AMP, ATP, GDP, GTP | पत्तियाँ गहरा नीलापन लिए
आभाहीन हरी, एन्थोसायनिन का बनना, मूल प्ररोह एवं पर्ण शीर्ष, हरिमाहीनता, मूल व प्ररोह वृद्धि का कम होना, पुष्पन देर से, समय पूर्व पत्तियों का झड़ना, पत्तियों पर ऊतकक्षयी धब्बे |
फास्फेट उर्वरकों की आपूर्ति
|
3. सल्फर (S)
SO42- |
0.05-1.5% | सल्फर युक्त अमिनो अम्ल, विटामिन, क्लोरोफिल, लिपिड संश्लेषण, फैराडो
क्सिन
|
स्तम्भित वृद्धि, लक्षण तरुण पत्ती में अधिक, कम पत्ते, (sparse foliage) पत्तियाँ छोटी लाल एवं नीला लाल रंग युक्त, हरिमाहीनता शीर्ष वृद्धि में रूकावट, पार्श्व वृद्धि समय से पूर्व प्रारम्भ, काष्ठीय तना | जिप्सम अथवा (NH4)2SO4
|
4. कैल्शियम (Ca)
Ca2+ |
1-3.5% | कोशिका भित्ति, कोशिका झिल्ली, वसा कार्बोहाइड्रेट उपापचय, नाइट्रेट स्वांगीकरण, कोशिका दीर्घीकरण, AT Pase सक्सीनेट डीहाइड्रोजिनेज एमाइलेज, फास्फोलाइपेज में सक्रियक, आविषालु अम्ल का उदासीनीकरण
|
लक्षण युवा पत्तियों व वृद्धि बिन्दुओं पर अधिक अल्पविकसित मूल, प्ररोह एवं मूल शीर्ष की मृत्यु हरिमाहीनता, तरुण पत्तियों में विरूपण, तथा किनारों पर हरिमाहीनता
|
कैल्शियम अमोनियम सल्फेट अथवा सुपरफास्फेट का उपयोग (भारत
में Ca कमी की समस्या अधिक नहीं ।)
|
5. पोटाशियम
(K) K+ |
0.3-6 % | पारगम्यता एवं कोशिका में परासरणी नियंत्रण, शर्करा स्थानांतरण क्लोरोफिल
संश्लेषण, रंध्र के खुलने व बंद होने में, आक्सीकरण, प्रकाश फास्फोरिलीकरण व एन्जाइम सक्रियण में विलेयों के स्थानांतरण
|
शीर्षारम्भीक्षय, वृद्धि में रूकावट, रोजेट वृद्धि, पुष्पन नहीं,
अंतराशिरीय हरिमाहीनता, पत्ती के किनारे झुलसे हुए
|
पोटाश के
सल्फेट का उपयोग |
6. मैनीशियम (Mg)
Mg2+ |
0.05-0.7% | क्लोरोफिल संश्लेषण फास्फोरस के वाहक, वसा का संश्लेषण फास्फेट उपापचय राइबोसोम यूनिट को जोड़ने के लिए ATP ऐज की क्रियाशीलता में
|
लक्षण पहले प्रौढ़ पत्तियों में, चितकबरी हरिमाहीनता, पत्ती का मुरझाकर विगलन, ऊतकक्षयी धब्बे, कैरोटीन की अल्प मात्रा, तना हरा व काष्ठीय, तम्बाकू में सैंड ड्राउन रोग
|
मैनीशियम सल्फेट द्वारा उपचार |
7. आयरन
(Fe) Fe3 + |
10-1500ppm | क्लोरोफिल संश्लेषण, इलैक्ट्रान वाहक,
साइटो क्रोम, फैरोडॉक्सिन, हेमाटीन एल्यूरॉन कण, परॉक्सीडेज कैटेलेज में पर्णशीर्ष व किनारे झुलसे हुए इत्यादि का घटक, नाइट्रेट रिडक्टेज का सक्रियक
|
लक्षण तरुण पत्तियों में अधिक, अंतराशिरीय हरिमाहीनता, कभी-कभी पूरी पत्ती सफेद पीली, गंभीर लक्षण
में पर्णशीर्ष व किनारे झुलसे हुए |
फेरस सल्फेट व
चूना बराबर मात्रा में पत्ती पर छिड़काव Fe- EDTA प्रयोग, मृदा का pH मान बढ़ाएं
|
8. मैंगनीज
(Mn) Mn2 + |
5-1500ppm | क्रेब्स चक्र के एन्जाइम, नाइट्रेट रिडक्टेज व नाइट्रोजन उपापचय के एन्जाइम सक्रियण में, जल के प्रकाश अपघटन में (PSII में), क्लोरोफिल संश्लेषण
|
प्रौढ़ पत्तियों में लक्षण पत्ती में जालिकावत हरिमाहीनता, मृत ऊतक के धब्बे, मूलतंत्र अल्प विकसित, दाने कम बनते हैं। गन्ने में पहला अंगमारी, चुकंदर का कलंकित पीला रोग, अनाज वर्ग में ग्रे स्पैक रोग
|
मैग्नीशियम सल्फेट मिट्टी में मिलाना (15-30 kg/hact) अथवा पत्तियों पर छिड़काव (0.5%)
|
9. जिंक
(Zn) Zn2 + |
3-150ppm | ट्रिप्टोफान का संश्लेषण, कार्बोनिक एनहाइड्रेज, एल्कोहल डिहाइड्रोजिनेज एल्कलाइन फास्फटेज इत्यादि एन्जाइम का घटक, कार्बोहाइड्रेटउपापचय RNA संश्लेषण, क्लोरोफिल निर्माण में सहायक
|
हरिमाहीनता एवं ऊतकक्षय, रोजेट का निर्माण तथा समयपूर्व पत्तों का झड़ना, पत्तों के किनारे विकृत व पत्ती चमड़े जैसी एवं मोटी, फल, बीज उत्पादन कम
|
जिंक सल्फेट (10-30 kg/hact) मिट्टी में तथा
0.5% ZnSO4 का पत्तों पर छिड़काव
|
10. मोलिब्डिनम
(Mo) Mo3 ++ Mo4 ++ |
अत्यंत अल्प मात्रा | नाइट्रेट रिडक्टेज का घटक डिइड्रोजिनेज, फास्फटेज का सक्रियक, एस्कोर्बिक अम्ल में सहकारक, नाइट्रोजन यौगिकीकरण
|
परिपक्व पत्तियों में चितकबरी हरिमाहीनता पर्ण पटल न खुलना, कभी-कभी ऊतकक्षय,
गोभी में व्हिप टेल रोग
|
सोडियम अथवा
अमोनियम मोलिबडेट से उपचार
|
11. कॉपर
|
2-75ppm | कुछ ऑक्सीडेज, लैक्टेज, टाइरोसिनेज प्लास्टोसायनिन का घटक, प्रकाश संश्लेषण, श्वसन
N2 संतुलन इत्यादि में महत्वपूर्ण
|
तरुण प्ररोह व पत्तों का कुम्हलाना
(शीर्षारम्भीक्षय), पत्ती के किनारे जल जाना, शीर्ष बौने व विकृत, हरिमाहीन,
|
|
12. बोरॉन
(Co) Co2 + |
2- 75ppm | शर्कराओं का स्थानांतरण, Ca एवं K की मात्रा का नियंत्रण, पुष्पन परिवर्धन, लक्षण अवशोषण, RNA व बसा उपापचय, इत्यादि | विभज्योतकी क्षेत्र का विरूपण एवं मृत्यु मूल एवं प्ररोह शीर्ष की कम वृद्धि, पुष्प व फलों का गिरना, हार्ट रॉट रोग
|
|
13. कोबाल्ट (Co)
CO2 + |
अत्यंत अल्प
मात्रा |
नाइट्रोजन यौगिकी करण विटामिन व सहएन्जाइम का घटक
|
नाइट्रोजन न्यूनता के समान
|