d और f ब्लॉक के तत्व (d and f block elements in hindi) , इलेक्ट्रॉनिक विन्यास , तत्वों के नाम , लैंथेनाइड और ऐक्टिनाइड

(d and f block elements in hindi) d और f ब्लॉक के तत्व इलेक्ट्रॉनिक विन्यास , तत्वों के नाम , लैंथेनाइड और ऐक्टिनाइड :- आधुनिक आवर्त सारणी में s ब्लाक और p ब्लॉक के मध्य में आने वाले तत्वों को संक्रमण तत्व या d एवं f ब्लॉक के तत्व कहते है।
आधुनिक आवर्त सारणी को यहाँ प्रदर्शित किया गया है –

यहाँ लाल रंग वाले हिस्से में आने वाले सभी तत्व संक्रमण तत्व होते है , याद रखे कि d और f ब्लॉक के तत्वों को ही संक्रमण तत्व कहते है।
संक्रमण तत्वों का (n-1) d उपकोश आंशिक रूप से भरा हुआ रहता है , संक्रमण तत्वों में आने वाला नया इलेक्ट्रॉन (n-1)d कक्षक में प्रवेश करता है या अंतिम इलेक्ट्रॉन (n-1)d कक्षक में प्रवेश करता है और यही कारण कि इन तत्वों को d ब्लॉक के तत्व कहा जाता है।
संक्रमण तत्वों के संयोजकता कोश का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n-1)d1–10.ns0, 1, 2 होता है , d ब्लॉक के तत्वों को उनके कक्षक भरने के श्रेणी के हिसाब से चार श्रेणियों में बांटा गया है , ये 3d, 4d, 5d और 6d श्रेणी होती है। अर्थात तत्वों के कक्षक 3d, 4d, 5d और 6d भरने के अनुसार इन्हें निम्न चार श्रेणियों में बाँट दिया गया है।
3d, 4d, 5d और 6d श्रेणियों के तत्वों को निम्न प्रकार रखा गया है या इन श्रेणियों में निम्न तत्व शामिल होते है –

f ब्लॉक के तत्व

ये तत्व जिनमें आखिरी इलेक्ट्रॉन f कक्षक में जाता है उन तत्वों को f ब्लॉक के तत्व कहते है , f ब्लाक के तत्वों को आंतरिक संक्रमण तत्व भी कहते है , f ब्लाक के तत्वों में आखिरी इलेक्ट्रॉन या आने वाला इलेक्ट्रॉन (n – 2)f कक्षक में जाता है अर्थात इसमें आखिरी इलेक्ट्रॉन f ब्लॉक में जाता है और इसलिए इन तत्वों को f ब्लाक के तत्व कहते है।
f ब्लॉक के तत्व या संक्रमण तत्व 4f या 5f कक्षक में प्रवेश कर सकते है और इन तत्वों के आखिरी इलेक्ट्रॉन के 4f या 5f कक्षक में प्रवेश करने के आधार पर इन तत्वों को दो भागो में बांटा जाता है , लैंथेनाइड और ऐक्टिनाइड।
f ब्लाक के तत्वों को नीचे प्रदर्शित किया गया है अर्थात f ब्लॉक में निम्न तत्वों को रखा जाता है –
लैंथेनाइड : f ब्लॉक के वे तत्व जिनमें आखिरी इलेक्ट्रॉन 4f कक्षक में प्रवेश करता है उन्हें लैंथेनाइड तत्व कहते है , इनमें सेरियम से लेकर लुटेटियम तक वाले सभी तत्व शामिल होते है , ऊपर चित्र में इन्हें ऊपर वाली लाइन के अनुसार रखा जाता है देख सकते है इन्हें Ce से लेकर Lu तक के रूप में दर्शाया गया  है।
ऐक्टिनाइड : वे तत्व जिनका आखिरी इलेक्ट्रॉन 5f कक्षक में प्रवेश करता है या नया आने वाला इलेक्ट्रॉन 5f कक्षक में प्रवेश करता है उन तत्वों को ऐक्टिनाइड श्रेणी के तत्व कहते है , ऐक्टिनाइड श्रेणी के तत्वों में थोरियम से लॉरेंसियम तक के तत्व शामिल है , ऊपर चित्र में इस श्रेणी के तत्वों को Th से Lr से व्यक्त किया गया है।
f ब्लॉक के तत्वों का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास  (n–2)f1–14(n–1)d0–1ns2 होता है , यह f ब्लाक के तत्वों का संयोजकता कक्षक का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास होता है।
लैंथेनाइड श्रेणी के तत्वों को सामान्य संयोजकता कक्षक का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास [Xe]4f1–145d0–16s2 होता है।
ऐक्टिनाइड श्रेणी के तत्वों का संयोजकता कोश का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास [Rn]5f1–146d0–17s2 होता है।