क्रिस्टल तंत्र : क्रिस्टल समूह या सिस्टम कितने प्रकार के होते है (crystal system in hindi)

(crystal system in hindi) क्रिस्टल तंत्र : क्रिस्टल समूह या सिस्टम कितने प्रकार के होते है : किसी क्रिस्टल में पायी जाने वाली आद्य एकक कोष्ठिका सात प्रकार की हो सकती है और हमने पढ़ा था कि किसी एकक कोष्ठिका के दो प्रकार के पैरामीटर होते है पहला अक्षीय लम्बाई अर्थात a , b और c तथा दूसरा अक्षीय कोनो के मध्य बने कोण अर्थात α , β , γ

यहाँ दोनों पैरामीटर के अलग अलग मान के लिए अलग अद्य एकक कोष्ठिका बनती है , कुल सात प्रकार की आद्य एकक कोष्ठिकाओं से मिलकर कोई क्रिस्टल बना हो सकता है जिनका अध्ययन हम आगे विस्तार से करने जा रहे है –
1. धनीय (cubic) : वह आद्य एकक कोष्ठिका जिसमे तीनों अक्षीय दूरियाँ बराबर हो और एक दुसरे के लम्बवत स्थित हो अर्थात तीनों अक्षीय कोणों के मान 90 डिग्री हो या कह सकते है।
अत: धनीय में
a=b=c तथा α=β=γ=90 डिग्री
2. त्रिसमनताक्ष अथवा त्रिकोणी (trigonal) : जब तीनों अक्षीय दूरियां तो एक दुसरे के समान हो साथ तीनों अक्षीय कोण भी समान हो लेकिन इनका मान 90 डिग्री न हो अर्थात अक्षीय अक्ष एक दूसरे के अलम्बवत स्थित न हो।
a = b = c α = β = γ < 120 ∘ , ≠ 90 डिग्री
3. षटकोणीय (hexagonal) : इसमें दो अक्ष समान लम्बाई की होती है लेकिन तीसरी अक्ष की लम्बाई भिन्न होती है , साथ इसमें दो अक्षीय कोण 90 डिग्री के होते है और एक अक्षीय कोण 120 डिग्री का होता है।
a = b ≠ c α = β = 90 डिग्री , γ = 120 डिग्री
4. द्विसमलम्बाक्ष या चतुष्कोणीय (tetragonal) : इसमें दो अक्षों की लम्बाई समान होती है लेकिन तीसरे अक्ष की लम्बाई अलग होती है , इसमें तीनों अक्ष कोण समान और 90 डिग्री के होते है अर्थात इसमें तीनों अक्ष एक दुसरे के लम्बवत होते है।
a = b ≠ c α = β = γ = 90 डिग्री
5. विषमलम्बाक्ष (orthorhombic) : इसमें तीनो अक्षों की लम्बाई ही एक दुसरे से भिन्न होती है अर्थात इसमें तीनो अक्षों की लम्बाई ही एक दुसरे के समान नहीं होती है लेकिन इसमें तीनो अक्ष कोण समान और 90 डिग्री के होते है अर्थात इसमें तीनो अक्ष एक दुसरे के लम्बवत स्थित होते है।
a ≠ b ≠ c α = β = γ = 90 डिग्री
6. एकनताक्ष (monoclinic) : इसमें अक्षीय दूरियां असमान होती है अर्थात तीनों ही अक्षीय दूरियां एक दुसरे के समान नहीं होती है तथा दो अक्षीय कोण 90 डिग्री के होते है और एक अक्षीय कोण 90 डिग्री से भिन्न होता है।
7. त्रिनताक्ष (triclinic) : इसमें न तो अक्षीय दूरियां समान होती है और न ही अक्षीय कोण समान होते है अर्थात इसमें तीनो अक्षीय दूरियों के मान एक दुसरे से भिन्न होते है तथा इसमें तीनो अक्षीय कोणों के मान भी एक दुसरे से अलग होते है।
a ≠ b ≠ c α ≠ β ≠ γ
सभी प्रकार के क्रिस्टल तंत्र को इस सारणी द्वारा आसानी से और जल्दी से समझा जा सकता है –
क्रिस्टल समूह या क्रिस्टल तंत्र का मान अक्षीय लम्बाई अक्षीय कोण
घनीय

a=b=c

α=β=γ=90∘

त्रिसमनताक्ष अथवा त्रिकोणी

a=b=c

α=β=γ<120∘, 

≠90∘

षटकोणीय

a=b≠c

α=β=90∘, 

γ=120∘

द्विसमलम्बाक्ष या चतुष्कोणीय

a=b≠c

α=β=γ=90∘

विषमलम्बाक्ष

a≠b≠c

α=β=γ=90∘

एकनताक्ष

a≠b≠c

α=β=90∘≠γ

त्रिनताक्ष

a≠b≠c