उपसहसंयोजन संख्या क्या है , उपसहसंयोजक संख्या किसे कहते है (coordination number in hindi)

(coordination number in hindi) उपसहसंयोजन संख्या क्या है , उपसहसंयोजक संख्या किसे कहते है : किसी भी संकुल या उपसह संयोजक यौगिक के केंद्र परमाणु या आयन से जुड़े हुए परमाणु या आयनों की संख्या को उस यौगिक की उपसहसंयोजन संख्या कहलाती है।
या
किसी उपसहसंयोजक यौगिक में केंद्र धातु परमाणु या आयन के साथ लिगेंड द्वारा बनाने गए बन्धो की संख्या को यौगिक की उपसहसंयोजन संख्या कहते है।
या
किसी भी संकुल यौगिक या उपसहसंयोजक यौगिक में उपस्थित एक दंतुक लिगेंड की संख्या को ही उस यौगिक की उपसहसंयोजन संख्या कहा जाता है।
अधिकतर यौगिको में मुख्यतः 2 से लेकर 9 तक उपसहसंयोजन संख्या पायी गयी , संकुल यौगिको में उच्च उपसहसंयोजन संख्या पायी जा सकती है लेकिन इसकी सम्भावना बहुत कम होती है या बहुत कम ही ऐसा होता है। याद रखिये कि किसी दिए गए समान आयन या परमाणु या अणु आयन के लिए उपसहसंयोजन संख्या का मान समान हो यह आवश्यक नहीं है उदाहरण के लिए [AlCl4] यौगिक में Al3+ आयन की उपसहसंयोजन संख्या का मान 4 होता है और दूसरे यौगिक [AlF6]3 में Al3+ आयन की ही उपसहसंयोजन संख्या का मान 6 होता है अत: समान आयन की उपसहसंयोजन संख्या का मान हमेशा समान या एक नियत नही होता है यह यौगिक के अनुसार बदल सकता है।
उपसहसंयोजन यौगिक [Mo(CN)8]4 तथा [Sr(H2O)8]2+ में उपसहसंयोजक संख्या का मान 8 होता है।
उपसहसंयोजन यौगिक [ZrF7]3 में उपसहसंयोजक संख्या का मान 7 होता है।
इसी प्रकार उपसहसंयोजक यौगिक [Zn(CN)4]2, [Cu(CN)4]3 और [Ni(CN)4]4 आदि में उपसहसंयोजन संख्या 4 होती है।
इसके अलावा [Ag(NH3)2]+, [AuCl2]और [HgCl2] आदि जटिल यौगिक (उपसहसंयोजन यौगिक या संकुल यौगिक) में उपसहसंयोजन संख्या 2 होती है।
‘उपसहसंयोजन संख्या किसी संकुल यौगिक के केंद्र धातु परमाणु से जुड़े हुए दाता परमाणुओं की संख्या होती है। ‘
केंद्र धातु परमाणु और लिगेंड के मध्य बने बंध , केंद्र धातु परमाणु या लिगेंड के आकार , इन पर उपस्थित आवेश और इनके इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर निर्भर करता है।