यह अध्याय कक्षा 9 वीं में 5 वाँ है जिसका नाम जीवन की अवधारणा है , इस पाठ में हम पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीवो के जीवन , परिभाषा , दैनिक चर्या आदि के बारे में विस्तार से पढाया गया है , पहले हम इस पाठ के सभी टॉपिक के बारे में विस्तार से पढेंगे और फिर इस पाठ के प्रश्न उत्तर के बारे में अध्ययन करेंगे , आपको जो पढना है उस टॉपिक या प्रश्न पर क्लिक करके पढ़े |
मुख्य टॉपिक निम्न है –
- सजीव और निर्जीव में अन्तर
- जीवन की उत्पत्ति से संबंधी परिकल्पनायें
- स्वत: जनन
- कॉस्मोज़ोइक सिद्धांत
- जैव जनन वाद
- ऑपेरिन का सिद्धान्त
- मिलर का प्रयोग
- बाह्य अन्तरिक्ष में जीवन की खोज
- पृथ्वी जैसे ग्रह का अर्थ और उनकी खोज
वस्तुनिष्ठ प्रश्न और उत्तर (1 से लेकर 5 तक के प्रश्न)
- पृथ्वी के पश्चात् हमारे सौरमण्डल में कौनसे ग्रह पर जीवन संभव है ?
- निम्न में से कौनसा गुण निर्जीवो में नहीं पाया जाता है ?
- ऑपेरिन के सिद्धांत द्वारा जीव की उत्पत्ति को कितने चरणों में विभाजित किया गया है ?
- जिव जननवाद किसके द्वारा दिया गया है ?
- 17 अप्रेल 2014 को पृथ्वी समान खोजे गए ग्रह का नाम है ?
अतिलघुरात्मक प्रश्न और उत्तर (प्रश्न 6 से 8 तक)
6. स्वत: जननवाद को किस वैज्ञानिक द्वारा खण्डित किया गया ?
7. पृथ्वी से समानता दर्शाने वाले दो ग्रह कौनसे है ?
8. कॉस्मोज़ोइक सिद्धान्त किस वैज्ञानिक द्वारा प्रतिपादित किया गया ?
लघुरात्मक प्रश्न और उत्तर (9 से 11 तक)
9. सजीव व निर्जीव में अंतर को उदाहरण सहित समझाइये ?
10. मिलर के प्रयोग को चित्र द्वारा समझाइए
11. जीव जननवाद का वर्णन कीजिये
निबन्धात्मक प्रश्न और उत्तर (12 से 13 तक)
12. जीवन की उत्पत्ति से सम्बन्धित सभी परिकल्पनाओं के नाम बताइये और उनमे से किसी एक का वर्णन कीजिये ?
13. जिव के उत्पत्ति संबंधित ओपेरिन के सिद्धांत को समझाइये |