भू चुम्बकत्व , पृथ्वी के चुम्बकत्व का कारण Cause (reason) of earth’s magnetism

Cause of earth’s magnetism in hindi भू चुम्बकत्व , पृथ्वी के चुम्बकत्व का कारण  : हमने यह भू चुम्बकत्व के बारे में अध्ययन कर चुके है की पृथ्वी भी एक चुम्बक की तरह व्यवहार करती है। पर ऐसा क्यों होता है अर्थात पृथ्वी चुम्बक के भांति व्यवहार क्यों करती है इसके बारे में यहाँ अध्ययन करेंगे।

पृथ्वी के चुम्बकत्व के बारे में पता लगाने के लिए विभिन्न वैज्ञानिको में अध्ययन करके अपने अपने मत रखे और इसके अलग अलग कारण बताएं

1. जर्मनी के वैज्ञानिक एलसेसर ने भू चुम्बकत्व का कारण यह बताया की पृथ्वी के अन्दर इसके केंद्र क्रोड़ में अनेको चालक पदार्थ पिघली हुई अवस्था में रहते है जिनमे लोहा तथा निकल अधिक है। पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूर्णन से इसके अर्ध द्रव क्रोड़ में धीमी संवहन धाराएँ उत्पन्न हो जाती है , जिससे पृथ्वी में स्व-उत्तेजित जनित्र (जनरेटर) की क्रियाएं होने लगती है जिससे पृथ्वी में विद्युत धारा उत्पन्न हो जाती है और इस धारा के कारण चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है।

2. भू चुम्बकत्व के सन्दर्भ में यह मत भी है की वायुमंडल में गैसे आयनित अवस्था में रहती है , सूर्य से आने वाली उच्च उर्जा की किरणें वायुमण्डल की ऊपरी सतह पर परमाणुओं से टक्कर करके उन्हें आयनित कर देती है , इसी प्रकार वायुमंडल की रडियो एक्टिव व कोस्मिक किरणें भी गैसों का आयनीकरण कर देती है।

पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है , आयनित कणों के कारण पृथ्वी के घूर्णन से विद्युत धाराएँ उत्पन्न हो जाती है और इस धारा से चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है।

3. ग्रोवर (वैज्ञानिक) ने पृथ्वी के चुम्बकत्व के सम्बन्ध में अपना मत रखा और कहा पृथ्वी की सतह के बाहर धाराएँ बहती है , ये धाराएँ सूर्य के कारण उत्पन्न होती है।

भौगोलिक निरक्ष के पास के स्थानों से गर्म हवा ऊपर उठती है तथा उत्तरी व दक्षिणी गोलार्धो की तरफ जाती है और जाते हुए विधुन्मय हो जाती है।  इन धाराओ के कारण पृथ्वी की बाहरी सतह पर उपस्थित लोह चुम्बकीय पदार्थ चुम्बकित हो जाते है।

वर्तमान समय में भी पृथ्वी के चुम्बकीय प्रभाव का पता लगाने के लिए विभिन्न उपग्रह छोड़े गए पर अभी तक पृथ्वी के चुम्बकत्व का वास्तविक कारण पता नही लग पाया है , अभी तक प्रतावित सभी मतों से इसका इसका सही कारण पता नहीं लग पाया है।