शिवि जनपद की राजधानी क्या है , शिवी जनपद की राजधानी थी capital of shivi janpad in hindi

capital of shivi janpad in hindi शिवि जनपद की राजधानी क्या है , शिवी जनपद की राजधानी थी बताइए ?

प्रश्न : शिवि जनपद की राजधानी क्या है / थी ?

उत्तर : शिवी जनपद प्राचीन समय का राजस्थान राज्य में एक गणतांत्रिक राज्य था। यह जनपद वर्तमान समय में उदयपुर और चित्तोडगढ क्षेत्र (मध्यकालीन मेवाड़ राज्य) में स्थित था। शिवि जनपद की राजधानी मध्यमिका (नगरी) था। यह मेव जाति के अधिकार क्षेत्र में रहा इसलिए शिविजनपद को ‘मेदपाट’ तथा ‘प्राग्वाट’ भी कहते है। शिवी जनपद का उल्लेख हमें पाणिनि की रचना अष्टाधायी से प्राप्त होता है। मौर्य काल के समय कुल 16 जनपद बताये जाते है और इन सौलह जनपदों में से शिवी जनपद भी एक माना जाता है। यहाँ का इतिहास लगभग 2300 वर्ष पुराना बताया जाता है। यहाँ बहुत से बौद्ध स्तूप प्राप्त हुए है जिनके आधार पर यह अनुमान लगाया जाता है कि इस जनपद को बौद्ध भिक्षुओं ने ही बसाया था जिसके कारण यहाँ बौद्ध से सम्बन्धित स्तूप प्राप्त हुए है। इससे सम्बन्धित कई शिलालेख प्राप्त हुए है जिनके आधार पर यह पता लगाया है कि इस जनपद पर लगभग 2371 वर्ष यवनों ने आक्रमण किया था। राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में बडली नामक गाँव ने वीर संवत 84 नामक एक शिलालेख प्राप्त हुआ है इस शिलालेख में भी शिवी जनपद अर्थात नगरी (मध्यमिका) का उल्लेख प्राप्त होता है। ऐसा माना जाता है कि पहले अर्थात मध्यकाल में इसका नाम “मज्यमिका” था बाद में यह नाम अपभ्रंश होकर मध्यमिका बन गया और धीरे धीरे इसे अपभ्रंश करके नगरी के नाम से जाना जाने लगा। इस अपभ्रंश की घटना में लगभग 2000 वर्ष का समय लगा हुआ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस जनपद में बौद्धों ने कई विशेष निर्माण करवाए थे जिनमें देवरिया शिव मंदिर , हाथी भाटा तथा ऊबदिवड मुख्य माने जाते है। इसके भी प्रमाण बताये जाते है कि जहाँ हाथी भाटा है वहां प्राचीन समय में बौद्धों के महल थे। इसके साथ ही ऊब दिवड़ को भी बौद्धों ने ही निर्मित करवाया था। 

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