हिंदी माध्यम नोट्स
Class 6
Hindi social science science maths English
Class 7
Hindi social science science maths English
Class 8
Hindi social science science maths English
Class 9
Hindi social science science Maths English
Class 10
Hindi Social science science Maths English
Class 11
Hindi sociology physics physical education maths english economics geography History
chemistry business studies biology accountancy political science
Class 12
Hindi physics physical education maths english economics
chemistry business studies biology accountancy Political science History sociology
English medium Notes
Class 6
Hindi social science science maths English
Class 7
Hindi social science science maths English
Class 8
Hindi social science science maths English
Class 9
Hindi social science science Maths English
Class 10
Hindi Social science science Maths English
Class 11
Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics
chemistry business studies biology accountancy
Class 12
Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics
chemistry business studies biology accountancy
अजवायन (lovage , bishop’s weed in hindi) , वानस्पतिक नाम : Trachyspermum ammi , कुल
अजवायन (lovage , bishop’s weed) :
वानस्पतिक नाम : Trachyspermum ammi
कुल : Apiaceae या umbelliferae
उपयोगी भाग :
उत्पत्ति तथा उत्पादक देश :
- अजवाइन को यूरोप , एशिया तथा उत्तरी अमेरिका का मूल निवासी माना जाता है , अत: इन संभाग के सभी देशो में बोया जाता है |
- भारत में इसे प्रमुखत: मध्य प्रदेश , गुजरात , महाराष्ट्र , उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान में बोया जाता है |
पादप की बाह्य आकारिकी :
- अजवाइन का पादप दुर्बल , 1 से 1.5 मीटर लम्बे तने युक्त सगंध , शाखित तथा एक वर्षीय पाया जाता है |
- पत्तियां छोटे खंडो में विभाजित रहती है अर्थात विसयुक्त प्रकार की पायी जाती है |
- पुष्प क्रम सयुक्त छत्रक प्रकार का पाया जाता है जिस पर सफ़ेद या हल्के बैंगनी रंग के पुष्प पाए जाते है |
- फल त्रिमोखारक प्रकार का पाया जाता है जो सामान्यत: आकार में छोटा तथा खुरदरी सतह युक्त होता है |
- अजवाइन में सहगंध तेल पाया जाता है तथा इसकी खेती शीत ऋतू में की जाती है |
अजवाइन का आर्थिक महत्व
- अजवाइन के फल वातहर , उद्दीपक तथा प्रतिरोधी होती है अत: इन्हें पेट दर्द , जोड़ो के दर्द , दमा , खांसी आदि में उपयोग किया जाता है |
- फलो में एक विशेष प्रकार का सगन्ध तेल पाया जाता है जिसे – thymol कहते है , इस सगंध तेल को बाम , अमृतधारा , विभिन्न प्रकार की क्रीम , साबुन आदि में निर्माण में उपयोग किया जाता है |
- अजवाइन के फलों को मसालों के रूप में , बिस्कुट , मट्ठी तथा पकोड़ी के निर्माण में उपयोग किया जाता है |
- शिशु के जन्म के पश्चात् प्रसूता को अजवाइन के लड्डू खिलाये जाते है |
औषधि उत्पादक पादप :
औषधि उत्पादक पादपो का इतिहास :
- औषधी के रूप में पादपों का उपयोग उतना ही पुराना है जितनी पुरानी मानव सभ्यता है |
- प्राचीन सभ्यता में प्रेत आत्माओं को रोगों का कारण माना जाता है अत: रोगों के उपचार हेतु पादपीय उत्पादों को नशीले पदार्थ के रूप में उपयोग किया जाता था |
- पादपो का औषधिक के रूप में उपयोग विभिन्न प्राचीन ग्रंथो में उल्लेखित है जो निम्न प्रकार है –
(A) ऋग्वेद (1100 B)
(B) आयुर्वेद (भारत का प्राचीनतम चिकित्सीय ग्रन्थ)
(C) भारत के विभिन्न आयुर्वेदिक आचार्यो के द्वारा रचित चरक संहिता तथा सुश्रुत संहिता में औषधीय पादपों का उल्लेख है |
(D) 15 वीं शताब्दी में फ्रांस तथा यूरोप में भी अपनी औषध ग्रंथो में पादपो के चिकित्सीय महत्व को उल्लेखित किया है |
(E) हिप्पोक्रेटस नामक वैज्ञानिक को father ऑफ़ मेडिसिन के नाम से जाना जाता है |
प्रश्न 1 : पादपो के औषधिय महत्व का प्रमुख कारण स्पष्ट कीजिये |
उत्तर : पादपों के औषधीय महत्व का प्रमुख कारण उनमे पाए जाने वाले विभिन्न रासायनिक पदार्थ है जैसे एल्केलॉईड , ग्लाईकोसाइड , टेनिन , रेजिन , गोंद , श्लेष्मा तथा वाष्पशील तेल है |
प्रश्न 2 : पादपो में पाए जाने वाले चिकित्सकीय महत्व के रसायन , पादपों के किन भागो में पाए जाते है ?
उत्तर : उपरोक्त रसायन प्रमुखत: पादपों के फल में , बीज में , छाल तथा तना , पत्ती आदि में भी इनका संचय पाया जाता है |
- औषधीय पादप प्रमुखत: जंगली प्रजाति के रूप में स्वत: विकसित होते है परन्तु कुछ पादपों को फसल के रूप में भी विकसित किया जाता है |
- औषधिय पादपो को प्रमुखत: आयुर्वेदिक , होमोफेथिक तथा यूनानी चिकित्सा तकनीक के अंतर्गत उपयोग किया जाता है |
Recent Posts
नियत वेग से गतिशील बिन्दुवत आवेश का विद्युत क्षेत्र ELECTRIC FIELD OF A POINT CHARGE MOVING WITH CONSTANT VELOCITY in hindi
ELECTRIC FIELD OF A POINT CHARGE MOVING WITH CONSTANT VELOCITY in hindi नियत वेग से…
four potential in hindi 4-potential electrodynamics चतुर्विम विभव किसे कहते हैं
चतुर्विम विभव (Four-Potential) हम जानते हैं कि एक निर्देश तंत्र में विद्युत क्षेत्र इसके सापेक्ष…
Relativistic Electrodynamics in hindi आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा
आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा Relativistic Electrodynamics in hindi ? अध्याय : आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी…
pair production in hindi formula definition युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए
युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए pair production in hindi formula…
THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा
देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi…
elastic collision of two particles in hindi definition formula दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है
दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है elastic collision of two particles in hindi definition…