परमाणु मॉडल (atomic model in hindi)

(atomic model in hindi) परमाणु मॉडल : डाल्टन के परमाणु के सिद्धांत के अनुसार सभी पदार्थ छोटे छोटे कणों से मिलकर बना होता है और इन छोटे कणों को परमाणु कहा जाता है। इसके बाद परमाणु यह ज्ञात हुआ कि परमाणु भी अन्य कणों जैसे इलेक्ट्रॉन , प्रोटोन , न्यूट्रॉन आदि से मिलकर बना होता है , इन्हें परमाणु के उप – परमाण्विक कण कहा जाता है।

एक लम्बे समय से अलग अलग वैज्ञानिकों ने परमाणु के आकार , उप – परमाण्विक कणों की स्थिति , अर्थात उप – परमाण्विक कणों का परमाणु में वितरण , परमाणु का रूप , द्रव्यमान तथा आवेश को समझाने के लिए अपने अपने मत रखे और इन्हें समझाने के लिए प्रयोगों के आधार पर अपने परमाणु मॉडल रखे जिसमे उन्होंने इन सभी की व्याख्या करने की कोशिश की।

अलग अलग वैज्ञानिकों के परमाणु मॉडल में नयी चीज देखने को मिली तो वे कुछ चीजों को समझाने में असमर्थ रहे जिससे आगे से आगे फिर किसी अन्य वैज्ञानिक ने अपना परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया और पिछली कमियों को दूर करने की कोशिश की , इस प्रकार एक युग बीतता चला गया और परमाणु के बारे में उप – परमाण्विक कणों का वितरण , रूप , आकार आदि की जानकारी मिलती रही।

ऐसा नहीं है कि जिन वैज्ञानिकों के परमाणु मॉडल में कमियां रही उनका कोई योगदान नहीं रहा , शुरूआती वैज्ञानिकों के कारण ही नए नए मॉडल आये जो परमाणु की व्याख्या करने में कुछ सक्षम रहे और बाकी कमियों को आगे अन्य किसी वैज्ञानिक ने हल किया और थोडा थोडा करके आज हम परमाणु के रूप , आवेश , द्रव्यमान आदि की जानकारी प्राप्त कर चुके है और आज भी इन पर प्रयोग होते रहते है कि ये जानकारियां सत्य है या नहीं।

कई वैज्ञानिकों द्वारा कई परमाणु मॉडल प्रस्तुत किये गए और कई इन में से परमाणु के स्थायित्व की व्याख्या करने में असमर्थ रहे जिससे आगे अन्य किसी वैज्ञानिक में अपना परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया।

अब तक निम्नलिखित परमाणु मॉडल प्रस्तुत किये जा चुके है –

  1. थॉमसन का परमाणु मॉडल (thomson’s atomic model)
  2. रदरफोर्ड परमाणु मॉडल (rutherford model of atom)
  3. बोहर का परमाणु मॉडल (bohr atomic model)
  4. सोमरफेल्ड परमाणु मॉडल (sommerfeld atomic model)
  5. वेक्टर परमाणु मॉडल (vector atom model)
  6. तरंग यान्त्रिकी मॉडल (wave mechanical model)