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बैलेनोग्लोसस और संघ एनेलिडा से समानताएँ , असमानताएँ सजातियताएँ affinities of balanoglossus in hindi
affinities of balanoglossus in hindi बैलेनोग्लोसस और संघ एनेलिडा से समानताएँ , असमानताएँ सजातियताएँ ?
बैलेनोग्लोसस की सजातियताएँ (Affinities of Balanoglossus)
बैलेनोग्लोसस, समूह हैमिकार्डेटा के वर्ग एन्टेरोन्यूस्टा में वर्गीकृत किया जाता है। सर्वप्रथम गेगेनबॉर (Gegenbaur) ने 1870 में वर्ग एन्टेरोन्यूस्टा की स्थापना की तथा बैलेनोग्लोसस को इस वर्ग में वर्गीकृत किया। 1885 में बेटसन (Bateson) ने इसमें पाये जाने वाले कुछ कॉर्डेट लक्षणों के आधार पर इसे हैमिकार्डेटा समूह में वर्गीकृत किया । हैमिकार्डेटा से यह तात्पर्य है कि कुछ लक्षणों में ये कॉर्डेटा प्राणियों की तरह होते हैं। मेश्निकॉफ (Metshincalf) ने 1875 में एन्टोरोन्यूस्टा वर्ग की संघ इकाइनोडर्मेटा के साथ सजातियताओं का वर्णन किया था। इसी तरह स्पेन्जेल ( Spengel) ने 1893 में एनेलिडा संघ से इसकी सजातियताओं का वर्णन किया था। समूह हैमिकॉर्डेटा के प्राणी न केवल आकारिकी रूप से बल्कि भ्रूणीय रूप से भी अकशेरूकी प्राणियों से सजातियताएँ प्रदर्शित करते हैं। हाइमन (Hymen) ने 1959 में हैमिकॉर्डेटा को नॉनकॉर्डेटा के अन्तर्गत एक पृथक संघ के रूप में वर्गीकृत किया है।
यहाँ बैलेनोग्लोसस तथा इसके समूह हैमिकार्डेटा की विभिन संघों से सजातियताओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया जा रहा है।
- संघ एनेलिडा के साथ सजातियाताएँ (Affinities with phylum Annelida) : स्पेन्जेल (Spengel) ने 1893 में बेटसन (Bateson) द्वारा इस समूह को संघ कॉर्डेटा में वर्गीकृत करने का तीव्र विरोध करते हुए इस समूह की संघ एनेलिडा के साथ सजातियताओं का वर्णन करते हुए इस समूह के जन्तुओं को संघ एनेलिडा में वर्गीकृत करने का सुझाव दिया।
(A) संघ एनेलिडा से समानताएँ ( Similarities with phylum Annelida) :
- इस समूह के जन्तुओं की आकृति कृमि समान होती है।
- इस समूह के जन्तुओं में देहगुहा (सीलोम ) पायी जाती है।
- इस समूह के जन्तु संघ एनेलिडा संघ के जन्तुओं की तरह बिलकारी स्वभाव के होते हैं या नलिकावासी होते हैं।
- दोनों समह के जन्तु बिल बनाते समय मिट्टी खाते हैं तथा उपयोगी पदार्थों का पाचन कर शेष मिटटी को गोलियों के रूप में मल त्याग द्वारा बाहर निकालते हैं।
5.दोनों समूह के प्राणियों का परिसंचरण तन्त्र समान प्रकार का होता है। दोनों में ही हृदय आहारनाल के पृष्ठ में स्थित होता है। पृष्ठ वाहिका में रक्त का बहाव पीछे से आगे की तरफ तथा अधर वाहिका में रक्त का बहाव आगे से पीछे की तरफ होता है।
- बैलेनोग्लोसस के टॉर्नेरिया लारवा (tornaria larva) संघ एनेलिडा के पॉलीकीट कृमियों के रूपान्तरित ट्रोकोफोर (trochophore) लारवा के समान दिखाई पड़ता है।
7 बैलेनोग्लोसस में उपस्थित अधर तंत्रिका रज्जु की उपस्थिति भी एनेलिडा से समानता प्रदर्शित करती है।
- बैलेनोग्लोसस में उपस्थित शुण्डिका (proboscis), एनेलिडा संघ के जन्तुओं के प्रोस्टोमियम (prostomium) के समान मुख पूर्वी संरचना होती है।
दोनों समूहों में उपरोक्त समानताओं के बावजूद भी इन दोनों समूहों में इतनी अधिक विभिन्नताएँ या असमानताएँ पायी जाती हैं कि इन्हें एक सथ वर्गीकृत करना संभव नहीं है।
(B) संघ एनेलिडा से असमानताएँ (Dissimilarities with phylum Annelida) :
1- संघ एनेलिडा के जन्तुओं में क्लोम छिद्रों का अभाव होता है जबकि बैलेनोग्लोसस में पाये जाते हैं।
- बैलेनोग्लोसस में पृष्ठ व अधर तंत्रिका रज्जु पायी जाती है जो एनेलिडा जन्तुओं से भिन्न होती हैं।
- हैमिकॉर्डेटा समूह के जन्तुओं में वृक्ककों (nephidia) का अभाव होता है। वयस्कों के अलावा इनकी भौणिकी तथा लारवा में भी असमानताएँ पायी जाती हैं।
- दोनों समूहों में विदलन के प्रतिरूप अलग-अलग होते हैं। संघ एनेलिडा के जन्तुओं में विदलन सर्पिलाकार होती है जबकि हैमिकॉर्डेटा समूह में विदलन अनियमित होती है।
- हैमिकार्डेटा समूह में आद्यान्त्र (archenteron) का निर्माण अन्तर्वलन से होता है जबकि एनेलिडा संघ के जन्तुओं में आद्यान्त्र का निर्माण कोशिकाओं के एक ध्रुवीय या बहुध्रुवीय (unipoalr or multipolar) गमन द्वारा होता है।
- हैमिकॉर्डेटा समूह के जन्तुओं में सीलोम की उत्पत्ति आंत्र गुहीय (entero coelic) प्रकार से होती है जबकि संघ एनेलिडा के जन्तुओं में सीलोम की उत्पत्ति दीर्ण गुहीय (schizocoelic) प्रकार से होती है।
- एनेलिडा के ट्रोकोफार लारवा में मुख्यपूर्वी सीलोम का अभाव होता है जबकि टॉर्नेरिया लारवा में पायी जाती है।
- ट्रोकोफोर लारवा में कोरक रन्ध्र (blastopore) से मुख का निर्माण होता है जबकि टॉर्नेरिया लारवा में इससे गुदा का निर्माण होता है।
- संघ इकाइनोडर्मेटा से सजातियताएँ (Affinities with phylum Echinodermata) वयस्क बैलेनोग्लोसस संघ इकाइनोडर्मेटा के वयस्क प्राणी से बहुत कम मिलता-जुलता है बल्कि दोनों के बीच इतनी अधिक असमानताएँ होती हैं कि उनके बीच कोई सम्बन्ध स्थापित करने की कल्पना करना भी कठिन होता है । परन्तु फिर भी दोनों समूहों के जन्तुओं के बीच भ्रौणिको प्रमाणों के आधार पर अत्यधिक समानताएँ पायी जाती हैं। बैलेनोग्लोसस का टॉर्नेरिया लावा इकाइनोडर्मेटा संघ के बाइपिन्नरिया या ऑरिकुलेरिया लारवा से अत्यधिक समानताएँ प्रदर्शित करता है। जो निम्न प्रकार हैं
- समानताएँ (Similarities)
- दोनों ही लारवा अवस्थाएँ, छोटी मुक्त प्लावी पारदर्शी व अण्डाकार होती हैं।
- टॉर्नेरिया लारवा में पायी जाने वाली सिलियातित पट्टी ( ciliary band) इकाइनोडर्मेटा के लारवा के समान होती है।
- दोनों ही लारवाओं में पायी जाने वाली आहारनाल समान होती है। इनमें समान विभाजन जैसे- अग्रआंत्र, आमाशय व आंत्र पाये जाते हैं।
- दोनों में सीलोम आंत्रगुहीय (enterocoelic) प्रकार की होती है ।
- दोनों प्रकार के लारवाओं में कोरक रन्ध्र (blastopore) से गुदा का निर्माण होता है।
- दोनों लारवाओं में सीलोम तीन भागों में विभाजित होती है। टॉर्नेरिया में इन्हें प्रोटोसील, मीजोसील तथा मेटासील कहते हैं। इनकी तुलना इकाइनोडर्मेटा में पायी जाने वाली एक्सोसील, हाइड्रोसील तथा सोमेटोसील से की जा सकती है।
- बैलेनोग्लोसस में पाये जाने वाले हृदय – आशय (heart vesicle) की तुलना संघ इकाइनोडर्मेटा के लारवा के पृष्ठ कोष तथा मेड्रिपोरिक आशय (medriporic vesicle) से की जा सकती है। ये दोनों ही संरचनाएँ परिसंचरण एवं उत्सर्जन में भाग लेती है।
लारवाओं के अलावा कुछ समानताएँ वयस्क प्राणियों में भी देखने को मिलती है जो निम्न प्रकार
- दोनों समूहों में तंत्रिका तन्त्र एक समान, अल्प विकसित होता है तथा तंत्रिका तन्त्र सतह के समीप एपिडर्मिस में धंसा रहता है।
(B) विभिन्नताएँ (Dissimilarities)
- टॉर्नेरिया लारवा में नेत्र बिन्दु पाया जाता है जबकि बाइपिनेरिया लारवा में नहीं पाया जाता है।
- बाइपिनेरिया लारवा में शीर्षस्थ प्लेट (apical plate) तथा टीलोट्रॉक (telotroch) का अभाव होता है जबकि ये दोनों ही संरचनाएँ टॉर्नेरिया लारवा में पायी जाती हैं।
- इकाइनोडर्मेटा के लारवा में प्रोटोसील (protocoel) युग्मित होती है जबकि टॉर्नेरिया लारवा में यह अयुग्मित होती है।
बैलेनोग्लोसस तथा इकाइनोडर्मेटा संघ के जन्तुओं में पायी जाने वाली भ्रूणीय समानताओं के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि दोनों समूह एक-दूसरे के निकट सम्बन्धी हैं तथा ही समान पूर्वजों से उत्पन्न हुए हैं। इनमें से संघ इकाइनोडर्मेटा के जन्तु तो अपने पूर्वजों से दूर हो गये जबकि बैलेनोग्लोसस अभी भी अपने पूर्वजों से निकटता बनाये हुए हैं।
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