biodiversity and its conservation notes pdf in hindi class 10 , जैवविविधता एवं इसका संरक्षण कक्षा 10 वीं अध्याय 19 : यह कक्षा 10 का पाठ 19 वां है जिसमें हम जीवो में पायी जाने वाली विभिन्न्त्ता के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे , जैसा कि हम जानते है कि हमारे आस पास और ब्रह्माण्ड में विभिन्न प्रकार के जीव पाए जाते है इन विभिन्न प्रकार के जीवो में कई स्तर पर विविधता पायी जाती है इनका वर्गीकरण आदि का हम इस पाठ में अध्ययन करेंगे।
टॉपिक
- जैवविविधता क्या है
- जैव विविधता के स्तर
- प्रजाति विविधता
- आनुवांशिक विविधता
- पारिस्थितिकी तंत्र विविधता
- वैश्विक जैवविविधता
- भारत में जैव विविधता
- जैवविविधता के तप्त स्थल
- भारत के जैवविविधता तप्त स्थल
- पूर्वी हिमालय जैवविविधता तप्त स्थल
- पश्चिमी घाट जैव विविधता तप्त स्थल
- स्थानबद्ध प्रजातियाँ
- जैवविविधता का महत्व
- आर्थिक महत्व
- औषधीय महत्व
- पर्यावरणीय महत्व
- सामाजिक , सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्व
- जैवविविधता पर संकट
- जैवविविधता का संरक्षण
- जैव विविधता संरक्षण के प्रकार
बहुचयनात्मक प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1 : किसी पारिस्थितिकीय तंत्र के संतुलन की मापक इकाई क्या है ?
प्रश्न 2 : विश्व में कृषि सहयोग के हिसाब से भारत कौनसे स्थान पर है ?
प्रश्न 3 : विश्व में कुल कितने जैव विविधता तप्त स्थल (biodiversity hotspots) है ?
प्रश्न 4 : भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव कौनसा है ?
प्रश्न 5 : निम्न में से कौनसा जैव विविधता तप्त स्थल (biodiversity hotspots) भारतीय क्षेत्र में आता है ?
प्रश्न 6 : अन्तराष्ट्रीय जैवविविधता दिवस कब मनाया जाता है ?
प्रश्न 7 : अन्तराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष कब मनाया गया ?
प्रश्न 8 : आज लगभग कितनी जंतु प्रजातियाँ विलुप्त होने के कगार पर है ?
प्रश्न 9 : निम्न में से कौनसा जीव भ्रामक धारणाओ के कारण ग्रामीणों के द्वारा मारा जाता रहा है ?
प्रश्न 10 : 1992 में पृथ्वी सम्मलेन कहाँ हुआ था ?
अतिलघुरात्मक प्रश्न एवं उत्तर
लघुरात्मक प्रश्न तथा उत्तर
निबंधात्मक प्रश्न व उनके उत्तर
महत्वपूर्ण बिंदु या जैवविविधता एवं इसका संरक्षण पाठ का सारांश
- जैव विविधता : प्रकृति में पाए जाने वाले जीवो और जन्तुओ में पायी जाने वाली विभिन्नता को या विषमता को ही जैवविविधता कहते है।
- विश्व में कुल 34 जैव विविधता तप्त स्थल है।
- लोगो में व्याप्त अंधविश्वास और अज्ञानता के कारण जीवो की विभिन्न प्रजातियों पर खतरा मंडरा रहा है और लगातार एक विशेष प्रकार की जैव प्रजाति अंधविश्वास के कारण लगातार कम होती जा रही है , जैसे लोगो में यह अज्ञानता है कि गागरोनी तोते मनुष्य की बात को समझते है और इस अंध विश्वास में लोग उनको बहुत अधिक मात्रा में पकड़ने लगे जिसके कारण गागरोनी तोते की प्रजाति लगभग विलुप्त हो चुकी है। इसी प्रकार अज्ञानता के कारण लोग गोडावन पक्षी को यौनवर्धक मानते है जिसके कारण उनका लगातार शिकार होता रहा और इसका नतीजा तह हुआ है कि आज गोड़ावण पक्षी की प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है। इसी प्रकार गावो में यह माना जाता है कि गोयरा की सांस जहरीली होती है और इसलिए गावो में गोयरा को देखते ही मारने का प्रयास करते है जिसके कारण इसकी प्रजाति नष्ट होती जा रही है।
- भारत में एक विशेष भौगोलिक स्थिति के कारण जैव विविधता से हमारा देश संपन्न है अर्थात भारत देश में जैव विविधता एक बहुत अधिक बड़े पैमाने पर समृद्ध है , भारत में विश्व की कुल भूमि की लगभग केवल 2.4% भूमि ही है लेकिन जैव विविधता की दृष्टि से विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 7-8% जैव विविधता भारत देश में पायी जाती है , अत: हम कह सकते है कि भारत देश जैवविविधता की दृष्टि से समृद्ध देश है और यही कारण है कि भारत देश विश्व के 17 वृहद जैवविविधता वाले देशो की गिनती में आता है।