Drug and alcohol Mischief ड्रग और एल्कोहाॅल का कुप्रयोग युवावस्था एवं किशोरावस्था :-
अनेक पादप एवं उनके भाग औषधि महत्व के होते है जब इनका प्रयोग चिकित्सा के अतिरिक्त अन्य किसी उद्वेश्य से बार-बार और अधिक मात्रा में किया जाये तो ये शरीर की विभिन्न क्रियाओं पर विपरित प्रभाव डालते है इसे ही ड्रग/एलकोहाॅल का कुप्रयोग कहते है।
इस प्रकार के पादपों को तीन श्रेणियों में बाँटा गया है।
I. ओपियोइडस:-
II. वे पदार्थ को केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र के ओपियोइड ग्राही द्वारा ग्रहण किये जाते है उन्हें ओपियोइउस कहते है।
III. उदाहरण अफीम/पोस्ट ओपियम वन नाम-पेपावर सोमनीफेरम
अफीम पादप के कच्चे फलो के द्वाराप्राप्त की जाती है इसके लेटेकरा क्षीर के निष्कर्षण से मार्मिम प्राप्त होती है तथा मार्फिन के ऐसिटिलीकरण के द्वारा सिरोडन, स्मेक बनाये जाते है ये सफेद तीखा, स्बोदार यौगिक होता है जिसे सूंघकर अथवा टीको के रूप में प्रयोग किया जाता है।
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महत्व:-
यह अवसादक है अतः शीरर के प्रकार्यो को धीमा कर देती है । यह पीड़ाहर होता है अतः इसका प्रयोग शल्य क्रिया में किया जाता था।
II. केनेविनाइडस:-
वे पदार्थ जो केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र के केनेविनाइड ग्राही द्वारा ग्रहण किये जाते है उन्हें केनेबिनाइडस कहते है।
उदाहरण:-
भाँग केनेबिस सैटाइवा:-
उपयोगी अंग पुष्पक्रम भाँग के पादप के पुष्पशीर्ष, पत्तियों एवं रेजिन के अलग-2 अनुपात मिलाने से निम्न पदार्थ बनाये जाते है मेरिजुमाना, चरस, गाँजा, हसीश।
उपयोग:-अन्त श्वसन या मुंह द्वारा प्रभावित अंग-रूद-वाहिका तंत्र
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III. कोका ऐल्काॅलयड:-
यह कोकेन (कोक) के नाम से उपलब्ध होता है। वनस्पति नाम एरिप्रोजाइलम कोका स् दक्षिण अमेरिका का मूल पादप।
प्रभाव:-
विभ्रम (केैलुसिनेशन) उत्पन्न करता है सूखा यूफोरिया होता है के कारण शरीर में उर्जा की वृति आभास होता है।
अन्य उदाहरण:-1म. ट्रोपा बेलाडोना 2 धतुरा
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अन्य औषधियाँ:-
जिनका कुप्रयोग होता है। बार्बिटयूरेट, बेंजोडायजोपिन, एंफेटिमिन, लाइसार्जिक एसिड डाइ ऐमाइड ;स्ैक्द्ध
टप्प्. धु्रमपान व इसके प्रभाव:-
सेवन का तरीका
1 चबाना
2 धुमपान के रूप में
3 सूंघना।
मुख्य एल्कोहाॅल-निकोटिन
दुष्प्रभाव:-
1 मुंह गले एवं फेफडों का कैसर
2 श्वसनी शोध
3 मुत्राश्य एवं वृक्क का कैसर
4 हदय रोग
5 जहर व्रण ळंेजतवब ।सबमत
6 दमा
7 खून की कमी
युवावस्था एवं किशोरावस्था व ड्रग व एल्कोहल का दुष्प्रभाव:- 12 -18 वर्ष
प्रयोग का कारण्:-
1 प्राकृतिक जिज्ञासा
2 प्रयोग करने की इच्छा।
3 उत्तेजना के प्रति आकर्षण
5 प्रभाव को फायदे के रूप में देखना
6 समस्या के समाधान का तरीका
7 शैक्षिक क्षेत्र में दबाव का सामना करने हेतु।
8 पारिवारिक सम्बन्धों में तनाव
9 निर्भरता या लत लगना
प्रभाव:-
।. तात्कालिक प्रभाव:-
श्वसन पात, हदृय पात, वृक्क निष्क्रिय होना मस्तिष्क प्रघात, मूर्छा एंव मृत्यु
ठण् दूरगामी परिणाम:-
चोरी करना, मित्रों एवं पारिवारिक सदस्यों को हानि, आर्थिक कष्ट, मानसिक वेदना तथा एडस यकृत शोध-बी लीवर सिओसि, तंत्रिकीय क्षति आदि।
लक्षण:-
1 स्कूल काॅलेज से बिना कारण अनुपस्थिति।
2 शैक्षिक प्रदर्शन में कमी
3 एकाँकीपन
4 थकावट
5 अवसाद तनाव
6 आक्रमाक व्यवहार
7 बिगडे सम्बन्ध
8 व्यक्तिगत स्वच्छता में की
9 शौक में कमी
10 खाने की आदतों में परिवर्तन
11 सोने की आदत में परिवर्तन
12 वजन का घटना या बढना