गैसों के नियम , आदर्श गैस का नियम (gases laws in hindi)

(gases laws in hindi) गैसों के नियम , आदर्श गैस का नियम : अलग अलग वैज्ञानिकों ने अलग अलग प्रयोग किये और अपने प्रयोगों के आधार पर गैसों के लिए अलग अलग नियम दिए और ये नियम गैस के लिए अलग अलग राशि पर आधारित है अर्थात कुछ नियम गैस के लिए दाब से सम्बंधित है , कुछ नियम गैस के लिए आयतन और कुछ ताप से सम्बन्धित है।  हम यहाँ इन्ही नियमों के बारे में अध्ययन करने जा रहे है।
अतः हम कह सकते है कि गैसों के नियम से अभिप्राय है “गैसों के गुण जो ताप , दाब , आयतन , मोल इत्यादि पर किस प्रकार निर्भर रहते है और ये राशियाँ इन्हें किस प्रकार से प्रभावित करती है , इसे जिन नियमों में पढ़ा जाता है उसे गैस के नियम कहते है। ”
गैसों के नियम निम्नलिखित है –
1. आवोगाद्रो का नियम 
2. बॉयल का नियम
3. चार्ल्स का नियम
4.  गेलुसाक का नियम
5. आदर्श गैस का नियम
अगर आप इन्हें विस्तार से पढना चाहते है तो नियम के नाम पर क्लिक करके पढ़ सकते है , हम इन्हें यहाँ भी पढने जा रहे है और इनके सूत्र का अध्ययन करने जा रहे है ताकि ये नियम आपको और अधिक अच्छे से याद हो जाए।

1. आवोगाद्रो का नियम 

किसी आदर्श गैस के लिए जब नियत ताब व दाब पर गैसों का समान आयतन लिया जाता है तो उन गैसों के समान आयतन में गैस के अणुओं की संख्या समान होती है। और इसे इस सूत्र द्वारा व्यक्त किया जाता है –
यहाँ V = गैस का आयतन तथा n = गैस के अणुओं की संख्या
यह नियम नियत ताप पर गैस के आयतन और दाब में को दर्शाता है , इस नियम के अनुसार नियत ताप पर गैस का आयतन , दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है , इसे निम्न प्रकार व्यक्त किया जाता है –
यहाँ V = गैस का आयतन व् P = गैस का दाब
जब किसी गैस के दाब को नियत रखा जाए तो यह नियम गैस के आयतन और ताप में सम्बन्ध को बताता है , इस नियम के अनुसार जब दाब को नियत रखा जाए तो गैस का आयतन ताप के समानुपाती होता है , इसे निम्न सूत्र से व्यक्त किया जाता है –
V∝T
यहाँ V = गैस का आयतन और T = ताप
जब गैस के आयतन को नियत रखा जाए तो यह नियम गैस के दाब और ताप में सम्बन्ध को बताता है , इस नियम के अनुसार नियत आयतन पर गैस का दाब , ताप के समानुपाती होता है , इसे गणितीय रूप में निम्न प्रकार व्यक्त किया जाता है –
P∝T
यहाँ P = गैस का दाब , T = तापमान

5. आदर्श गैस का नियम

यह नियम किसी गैस के दाब , आयतन , मोल और ताप के बीच सम्बन्ध को दर्शाता है , इस नियम के अनुसार इस सब राशियों में निम्न सम्बन्ध होता है –
यहाँ P = गैस का दाब , V = आयतन , n = गैस के मोल , T = ताप तथा R = गैस नियतांक