प्रतिवर्त का अर्थ क्या होता है ? प्रत्यावर्त किसे कहते है या परिभाषा क्या है reflex in hindi definition

reflex in hindi definition प्रतिवर्त का अर्थ क्या होता है ? प्रत्यावर्त किसे कहते है या परिभाषा क्या है ?

प्रतिवर्त (Reflex) :

Receptor (ग्राही) के उत्तेजन के कारण तात्क्षणिक अनैच्छिक क्रियाओं का उत्पन्न होना प्रत्यावर्त (reflexes) कहलाता है | अत: प्रत्यावर्त को अचेतन (unconscious) स्तर पर विशिष्ट ग्राही के उत्तेजन के द्वारा तंत्रिका सम्बन्धित तात्क्षणिक अनैच्छिक क्रियाओं के रूप में परिभाषित किया जाता है |

हमारे दैनिक जीवन में हमें प्रत्यावर्त क्रियाओं का अनुभव होता है | एक व्यक्ति नंगे पैर चलता है यदि उसके पैर में काँटा लग जाता है तो वह अपने प्रभावित पैर हटा लेता है जबकि दूसरे पैर को फैलाता है | (शरीर भार को सहारा देने के लिए) | यह पूर्ण कार्य प्रत्यावर्त है और इसके लिए इच्छा की आवश्यकता नहीं होती है | मानव दैहिक प्रत्यावर्त का सरलतम उदाहरण knee jerk reflex है | इस प्रत्यावर्त का परिक्षण प्रत्येक शारीरिक जांच का नियमित हिस्सा है | डॉक्टर घुटने के टेन्डन को tap करता है और वहां forward jerk of the lower leg प्रत्यावर्त होता है |

प्रत्यावर्त चाप (Reflex arc) : विशिष्ट तंत्रिका पथ (pathway) पर तंत्रिका आवेग के प्रवाह के द्वारा उत्पन्न प्रत्यावर्त , प्रत्यावर्ती चाप कहलाता है |

  • Afferent limb : ग्राही और अभिवाही (संवेदी) तंत्रिका युक्त होती है |
  • Efferent limb चालक न्यूरोन और अपवाही अंग (पेशी और ग्रंथि) युक्त
  • Center : CNS का भाग जहाँ अभिवाही चालक न्यूरोन के साथ प्रत्यक्ष सिनेप्स बनाता है और अपवाही चालक न्यूरोन के साथ intercalated न्यूरोन के द्वारा सम्बन्ध स्थापित करता है |

प्रत्यावर्ती चाप में आवेग केवल एक ही दिशा में afferent à connector à efferent प्रवाहित होते है क्योंकि एक प्रत्यावर्ती चाप में सिनेप्स केवल एक दिशा में आवेग गुजरने को स्वीकृत करता है , अत: कि ग्राही में प्रतिवर्ती क्रिया प्रभावी अंग अथवा अपवाही और अभिवाही न्यूरोन को उत्तेजित करके उत्पन्न नहीं की जा सकती है |

प्रत्यावर्त का वर्गीकरण (classification of reflexes) :

Reflexes दो श्रेणियों में विभाजित होते हैं , unconditioned और conditioned.

  • अप्रतिबंधित प्रत्यावर्ती क्रियाएँ : अप्रतिबंधित प्रत्यावर्ती क्रियाएं जन्मजात (जन्म से उपस्थित) होती है और पूर्व अनुभवों पर निर्भर नहीं रहती है | इस प्रकार के प्रत्यावर्त के लिए अप्रतिबंधित उद्दीपन होता है | उदाहरण के लिए नवजात शिशु में दुग्ध का स्वाद लार स्त्रावण प्रेरित करता है यद्यपि infant प्रारंभ में इसे पहले से ही चखा हुआ नहीं होता है | इसी प्रकार से नवजात की आँख को चमकीले प्रकाश से illuminate कराया जाए तो प्यूपिल में संकिर्णन होता है |
  • प्रतिबंधित और अर्जित प्रत्यावर्त : प्रतिबंधित प्रत्यावर्त वह प्रत्यावर्त है जो जन्म के बाद विकसित होते है और इनकी उपस्थिति पूर्व अनुभव पर निर्भर करती है | उदाहरण के लिए भोजन को देखने और गंध से लार का स्त्रावण | यह प्रतिबंधित प्रत्यावर्त का उदाहरण है क्योंकि यह प्रत्यावर्त जन्तु में जन्म से उत्पन्न नहीं होता है और शिक्षण / अनुभव से प्राप्त होता है |

Ivan patrovitch Pavlov (जिन्हें प्रतिबंधित प्रत्यावर्त subject का जनक कहा जाता है और प्रतिबंधित प्रत्यावर्त के साथ gastric physiology , में अपने कार्य के लिए नोबल पुरस्कार प्राप्त हुआ था) ने प्रतिबंधित प्रत्यावर्त में महत्वपूर्ण योगदान दिया |

इन्होने कुत्ते को मांस देने से पहले प्रत्येक बार घंटी बजाई | इस कार्य के कई बार दोहराने के बाद , कुत्ते ने घंटी की आवाज पर ही लार स्त्रावण किया यद्यपि उसे भोजन भी नहीं दिया गया था | इस प्रकार कुत्ता घंटी के बजने को मांस के साथ सम्बन्धित (conditioned to) करना सीख गया | घंटी की आवाज कुत्ते के लार प्रत्यावर्त के लिए प्रतिबंधित उद्दीपन बन गया |