जैन साहित्य को क्या कहते हैं jainism literature is known as in hindi जैन साहित्य क्या कहलाता है किस नाम से जाना जाता है
jainism literature is known as in hindi जैन साहित्य को क्या कहते हैं जैन साहित्य क्या कहलाता है किस नाम से जाना जाता है ?
प्रश्न : जैन साहित्य को क्या कहते हैं?
(अ) त्रिपिटक (ब) वेद
(स) आर्यसूत्र (द) आगम
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(द)
जैन साहित्य को ‘आगम‘ (सिद्धांत) कहा जाता है। इसके अंतर्गत
12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र एवं अनुयोग सूत्र आते हैं। बौद्ध साहित्य को ‘त्रिपिटक‘ कहा जाता है।
note : ‘‘इच्छा अर्थात तृष्णा सब कष्टों का कारण है‘‘ इसका प्रचार करने वाला धर्म, बौद्ध धर्म है। बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य – (1) दुःख, (2) दुःख समुदाय, (3) दुःख निरोध तथा (4) दुःख निरोध गामिनी।
1. बौद्धों के पवित्र अवशेषों पर निर्मित गुम्बदाकार छत वाली अर्ध-गोलाकार संरचना को क्या कहते हैं?
(अ) स्तूप (ब) धर्मादेश
(स) स्तंभ (द) एकाश्मक
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
बौद्धों के पवित्र अवशेषों पर निर्मित गुम्बदाकार छत वाली अर्धद्य गोलाकार संरचना को ‘स्तूप‘ कहते हैं। इसी स्तूप को ‘चैत्य‘ भी कहा गया है।
2. निम्न में कौन-सा शासक, बुद्ध का समकालीन था?
(अ) उदयन (ब) बिंबिसार
(स) अजातशत्रु (द) महापद्म नंद
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(*)
बुद्ध के समकालीन शासकों में से मगधराज बिंबिसार और अजातशत्रु, कोशल नरेश प्रसेनजित तथा वत्सराज उदयन थे। महापद्म नंद बुद्ध का समकालीन शासक नहीं था।
3. बुद्ध की मृत्यु किस वर्ष में हुई
(अ) 483 ईसा पूर्व (ब) 438 ईसा पूर्व
(स) 453 ईसा पूर्व (द) 468 ईसा पूर्व
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर- (अ)
गौतम बुद्ध की मृत्यु 483 ई. पू. में 80 वर्ष की आयु में कुशीनगर में हुई थी। इसे बौद्ध ग्रंथों में ‘महापरिनिर्वाण‘ कहा गया है।
4. भारतीय इतिहास के निम्नलिखित युगों में से किसके दौरान क्षत्रिय एक विशिष्ट पहचान रखते थे?
(अ) बुद्ध के युग में (ब) मौर्य काल में
(स) पश्च-मौर्य काल में (द) गुप्त काल में
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
बुद्ध युग में क्षत्रिय एक विशिष्ट पहचान रखते थे। महात्मा बुद्ध एवं महावीर स्वामी स्वयं क्षत्रिय कुल से संबंधित थे। बौद्धकालीन ग्रंथ ‘अंगुत्तरनिकाय‘ में महाजनपदों की सूची प्राप्त होती है, जिसके अधिकतर शासक क्षत्रिय कुल से संबंधित थे।
5. महावीर कौन थे?
(अ) 21वें तीर्थंकर (ब) 24वें तीर्थंकर
(स) 23वें तीर्थंकर (द) 22वें तीर्थंकर
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2012
उत्तर-(ब)
महावीर जैनियों के 24वें तीर्थंकर एवं जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक माने जाते हैं। इसके 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे।
6. भारत में जैन धर्म का संस्थापक कौन है?
(अ) गौतम (ब) महावीर
(स) चंद्रगुप्त (द) अशोक
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
भारत में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ को माना जाता है और इनका प्रथम उल्लेख ऋग्वेद में 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमि के साथ मिलता है। 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ तक जैन धर्म के अनुयायियों को ‘निग्रंथ‘ कहा था, लेकिन महावीर स्वामी द्वारा जैन शिक्षाओं में विस्तार के साथ इसका नाम ‘जैन धर्म‘ कर दिया गया।
7. वर्धमान महावीर ने परिनिर्वाण कहां प्राप्त किया?
(अ) पावा (ब) सारनाथ
(स) वैशाली (द) श्रवणबेलगोला
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(अ)
वर्धमान महावीर ने मल्ल महाजनपद की राजधानी पावा या पावापुरी में परिनिर्वाण प्राप्त किया था। पावापुरी बिहार राज्य के नालन्दा जिले में स्थित है। जैन धर्म 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी थे। 23वें जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ व प्रथम जैन तीर्थंकर आदिनाथ थे।
9. प्राचीन भारत का प्रसिद्ध वह शासक कौन था, जिसने अपने
जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म अपना लिया था?
(अ) समुद्रगुप्त (ब) बिंदुसार
(स) चंद्रगुप्त (द) अशोक
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2011
उत्तर-(स)
चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म अपना लिया था। उसने जैन साधु भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा लेकर श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) स्थित चंद्रगिरि पहाड़ी पर 298 ई.पू. में उपवास द्वारा अपना शरीर त्यागा था।
10. दक्षिण भारत में प्रसिद्ध जैन केंद्र स्थित है-
(अ) रामेश्वरम् (ब) कांची
(स) मदुरई (द) श्रवणबेलगोला
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
दक्षिण भारत में प्रसिद्ध जैन केंद्र कर्नाटक में मैसूर स्थित श्रवणबेलगोला है, यहां गोमतेश्वर की मूर्ति चामुण्डराय ने बनवाई है।
छठी शताब्दी ई. पूर्व के बाद का भारत
ऑफलाइन परीक्षा-प्रश्न (2006-2015)
1. भारत में सबसे पुराना लौह युग जुड़ा हुआ है-
(अ) चित्रित धूसर मृभांडों के साथ
(ब) काले और लाल मृद्भांडों के साथ
(स) गेरू रंग के मृभांडों के साथ (ओसीपी)
(द) उत्तरी काली पॉलिश वाले मृभांडों के साथ
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(अ)
लोहे की प्राचीनता संबंधी साहित्यिक उल्लेखों की पुष्टि पुरातात्विक प्रमाणों से भी हो जाती है। अहिच्छत्र, अतरंजीखेड़ा, आलमगीरपुर, मथुरा, रोपड़, श्रावस्ती आदि स्थलों से लौह-युगीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस काल के लोग एक विशिष्ट प्रकार के बर्तन का प्रयोग करते थे, जिसे चित्रित धूसर मृद्भांड कहा जाता है।
2. छठी शताब्दी ईसा पूर्व मगध में किसका विशाल भंडार था?
(अ) तांबा (ब) टिन
(स) लेड (द) लौह
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
छठी शताब्दी ईसा पूर्व मगध राज्य में लौह का विशाल भंडार
था।
3. मगध के उत्थान के लिए कौन-सा प्रथम शासक उत्तरदायी था?
(अ) बिंदुसार (ब) अजातशत्रु
(स) विविसार (द) वासुदेव
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर–(स)
बिंबिसार मगध की गद्दी पर 544 ई.पू. में बैठा था। इसने राजगृह का निर्माण कर उसे अपनी राजधानी बनाया। यह बौद्ध धर्म का अनुयायी था तथा इसने चण्डप्रद्योत (अयन्ति का शासक) की सेवा में अपने राजवैद्य जीयक को भेजा। बिबिसार की हत्या उसके पुत्र अजातशत्रु ने कर दी थी। मगध के उत्थान के लिए बिंबिसार ही उत्तरदायी था।
4. उस राज्य का नाम बताइए जिसने पहली बार युद्ध में हाथियों का इस्तेमाल किया?
(अ) कौशल (ब) मगध
(स) चम्पा (द) अवन्ती
S.S.C. C.P.O. परीक्षा, 2015
उत्तर-(ब)
मगध राज्य ने पहली बार युद्ध में हाथियों का इस्तेमाल किया। मगध राज्य में पाए जाने वाले जंगलों में हाथी पर्याप्त संख्या में थे जिनका प्रयोग मगध सेना में किया गया।
5. प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए प्रयुक्त भाषा थी-
(अ) संस्कृत (ब) पालि
(स) ब्राह्मी (द) खरोष्ठी
S.S.C.C.P.O. परीक्षा, 2006
उत्तर-(अ)
प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए अधिकांशतः संस्कृत
भाषा प्रयुक्त होती थी।
6. हेरोडोटस को माना जाता है-
(अ) इतिहास का जनक (ब) भूगोल का जनक
(स) राजनीतिशास्त्र का जनक (द) दर्शनशास्त्र का जनक
S.S.C.K Tax Asst. परीक्षा, 2006
उत्तर-(अ)
हेरोडोटस को इतिहास का जनक माना जाता है।
7. अलेक्जेंडर (सिकंदर) और पोरस ने लड़ाई लड़ी थी –
(अ) हाइडेस्पीज में (ब) झेलम में
(स) पानीपत में (द) तराइन में
S.S.C.K F.C.I. परीक्षा, 2012
उत्तर-(*)
यूनानी स्रोतों के अनुसार, पौरव राजा पोरस के साथ सिकंदर का प्रसिद्ध युद्ध हाइडेस्पीज (Hydaspes) नदी के किनारे हुआ था। इस युद्ध में पोरस की हार हुई परंतु सिकंदर ने पोरस की बहादुरी से प्रभावित होकर उसके राज्य को वापस कर उससे मित्रता कर ली। झेलम नदी को ही यूनानी भाषा में हाइडेस्पीज कहा जाता था। इस प्रकार विकल्प (अ) और (ब) दोनों सही हैं।
8. किसकी सेना ने ग्रीक शासक सिकंदर के साथ झेलम नदी
के तट पर मुकाबला किया?
(अ) ऐम्बी (ब) चंद्रगुप्त मौर्य
(स) पोरस (द) धनानंद
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(स)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
9. यहूदियों के धार्मिक पाठ का नाम है-
(अ) सूक्ति संग्रह (ब) मूसा संहिता
(स) त्रिपिटक (द) जेंद-अवेस्ता
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
यहूदियों के धार्मिक पाठ का नाम मूसा संहिता (ज्वतंी) है और इनका पूजा स्थल सिनागौश के नाम से जाना जाता है। त्रिपिटक बौद्धों का और जेंद-अवेस्ता पारसियों का पवित्र ग्रंथ है।
10. निम्नलिखित मगध के राजवंशों को कालक्रमानुसार लिखिए:
I. नंद II. शिशुनाग
III. मौर्य IV. हर्यक
(अ) IV, II, III तथा I (ब) II, I, IV तथा III
(स) IV, II, I तथा III (द)III, I, IV तथा II
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2011
उत्तर-(स)
दिए गए मगध के राजवंशों का कालक्रमानुसार क्रम इस प्रकार होगा-हर्यक वंश (544 ई.पू.- 412 ई.पू.), शिशुनाग वंश (412 ई.पू.- 345 ई.पू.), नंद वंश (345 ई.पू. – 322 ई.पू.), मौर्य वंश (322 ई.पू. – 184 ई.पू.) इस प्रकार अभीष्ट उत्तर विकल्प (स) होगा।
11. महाभाष्य लिखा था-
(अ) गार्गी ने (स) बाण ने
(ब) मनु ने (द) पतंजलि ने
S.S.C.K F.C.I परीक्षा, 2012
उत्तर-(द)
महाभाष्य के रचनाकार पतंजलि थे। इस ग्रंथ से यह जानकारी मिलती है, कि मौर्य शासकों ने आर्थिक संकट से उबरने के लिए
देव प्रतिमाएं बनवाकर बिकवायी थीं।
12. निम्नलिखित नामों से प्राचीन भारत के चिकित्सकीय त्रय की पहचान करिए-
(अ) चरक, सुश्रुत और भरत
(ब) चरक, सुश्रुत और पतंजलि
(स) चरक, सुश्रुत और वागभट्ट
(द) चरक, वात्स्यायन और वागभट्ट
S.S.C.C.P.O. परीक्षा, 2012
उत्तर-(स)
चरक, सुश्रुत और वागभट्ट को चिकित्सकीय त्रय के नाम से जाना जाता है। ये तीनों ही चिकित्सक आयुर्वेद में सिद्धस्थ थे।
13. प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए प्रयुक्त भाषा थी
(अ) संस्कृत (ब) पालि
(स) ब्राह्मी (द) खरोष्ठी
S.S.C.C.P.O. परीक्षा, 2006
उत्तर-(अ)
प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए अधिकांशतः संस्कृत भाषा प्रयुक्त होती थी।
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