खतरे का संकेत लाल होता है क्यों ? खतरे के निशान लाल रंग की क्यों होते हैं में कर रहे है why red colour is used for danger signals in hindi

why red colour is used for danger signals in hindi खतरे का संकेत लाल होता है क्यों ? खतरे के निशान लाल रंग की क्यों होते हैं में कर रहे है as sign ?

उत्तर : लाल रंग का प्रकीर्णन सबसे कम होता है जिसके कारण यह रंग अधिक दूरी से भी आसानी से देखा जा सकता है और चूँकि खतरे का निशान अधिक दूरी तक आसानी से दिख जाना चाहिए इसलिए इस रंग को खतरे के निशान के रूप में प्रयुक्त किया जाता है |

 पानी से भरे किसी बर्तन में पड़ा एक सिक्का किस कारण थोड़ा उठा हुआ प्रतीत होता है? -प्रकाश के अपवर्तन के कारण
 पानी में पैर लटकाकर बैठे हुए व्यक्ति को उसका पैर मुड़ा हुआ और छोटा क्यों दिखायी पड़ता है? -अपवर्तन के कारण
 जब एक काम्पेक्ट डिस्क (CD) सूर्य के प्रकाश में देखी जाती है तो इन्द्र धनुष के समान रंग दिखायी देते हैं। इसकी व्याख्या किस आधार पर की जा सकती है?
-अपवर्तन, विवर्तन एवं पारगमन की परिघटना के आधार पर
 जल के अन्दर पड़ी हुई मछली किस कारण से अपनी वास्तविक गहराई से कुछ ऊपर ऊठी हुई दिखायी देती है?
-प्रकाश के अपवर्तन के कारण
 जल के अन्दर मौजूद व्यक्ति को किस कारण जल की सतह से ऊपर की वस्तु अपनी वास्तविक स्थिति से अपेक्षाकृत अधिक ऊँचाई पर प्रतीत होती है? -प्रकाश के अपवर्तन के कारण
 किस गुण-धर्म के कारण पानी से भरे बर्तन में डुबोई गई छड़ी मुड़ी हुई प्रतीत होती है? -अपवर्तन
 जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाती है, क्या होता है? -अभिलम्ब की ओर झुक जाती है
 इन्द्रधनुष बनने का क्या कारण है? -वायुमण्डल में सूर्य की किरणों
का जल बूंदों के द्वारा परावर्तन, अपवर्तन व व्यतिकरण
 आकाश में नीला रंग प्रकट होने के साथ सम्बन्धित प्रकाश की परिघटना है -प्रकीर्णन
 आकाश का रंग नीला प्रतीत होता है, क्योंकि -छोटी तरंगदैर्घ्य
वाला प्रकाश बड़ी तरंगदैर्घ्य वाले प्रकाश की अपेक्षा वायुमंडल के द्वारा अधिक प्रकीर्णित होता है
 वायुमण्डल में प्रकाश के विसरण का क्या कारण है? -धूलकण
 चन्द्र सतह पर एक प्रेक्षक को, दिन के समय आकाश कैसा दिखायी देता -काला
 एक गोलाकार वायु का बुलबुला किसी काँच के टुकड़े में अन्तरूस्थापित है। उस बुलबुले से गुजरती हुई प्रकाश की किरण के लिए वह बुलबुला किसकी तरह व्यवहार करता है? -अपसारी लैंस
 खतरे के संकेतों के लिए लाल प्रकाश का प्रयोग क्यों किया जाता है?
-इसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है
 समुद्र नीला क्यों प्रतीत होता है? -आकाश के परावर्तन तथा जल
के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
 अस्त होते समय सूर्य लाल किस कारण दिखायी देता है? -प्रकीर्णन
 इन्द्रधनुष के किस रंग का विक्षेपण अधिक होता है? -बैंगनी
 तारे आकाश में वास्तव में जितनी ऊँचाई पर होते हैं, वे उससे अधिक ऊँचाई पर प्रतीत होते हैं। इसकी व्याख्या किसके द्वारा की जा सकती है? -वायुमण्डलीय अपवर्तन
 सूखी बालू चमकीली क्यों दिखाई देती है, जबकि गीली बालू द्युतिहीन होती है? -इसका कारण परावर्तन है
 पेरिस्कोप बनाने में प्रयुक्त होता है -समतल दर्पण
 साबुन के पतले झाग में चमकदार रंगों का बनना किस परिघटना का परिणाम है? -बहुलित परावर्तन और व्यतिकरण
 कार चलाते समय अपने पीछे के यातायात को देखने के लिए आप किस प्रकार के दर्पण का उपयोग करना चाहेंगे? -उत्तल दर्पण
 मानव आँख की रेटिना पर कैसा प्रतिबिम्ब बनता है?
-वास्तविक तथा उल्टा
 किसी व्यक्ति का पूरा प्रतिबिम्ब देखने के लिए एक समतल दर्पण की न्यूनतम ऊँचाई क्या होती है? -व्यक्ति की ऊँचाई की आधी
 जब कोई वस्तु दो समानान्तर समतल दर्पणों के बीच रखी जाती है, तो बने हुए प्रतिबिम्बों की संख्या कितनी होगी? -अनन्त
 दो समतल दर्पणों को 90° के कोण पर रखा गया है और उनके मध्य एक मोमबत्ती जल रही है। दर्पण में मोमबत्ती के कितने प्रतिबम्ब बनेंगे?
-3
 यदि एक व्यक्ति दो समतल दर्पण जो 60° कोण पर आनत हैं, के बीच खड़ा हो तब उसे कितने प्रतिबम्ब दिखेंगे? -5
 अभिसारी लैंस का गुण क्या होता है?-वह किरणें एकत्रित करता है
 अपसारी लैंस का गुण क्या होता है? -वह किरणें फैलाता है
 प्रकाश का रंग किसके द्वारा निर्धारित होता है? -तरंगदैर्घ्य
 पानी में हवा का बुलबुला किसकी तरह काम करेगा? -अवतल लैंस
 हम पृथ्वी के पृष्ठ पर सूर्य का प्रकाश प्राप्त करते हैं। ये प्रकाश के किस प्रकार के किरणपुंज हैं ? -समान्तर
 यदि एक निकट-दृष्टिग्रस्त नेत्र का सुदूर बिन्दु 200 सेमी है तो लैंस की क्षमता क्या ? – -0.5D
 डॉक्टरों द्वारा प्रयोग किया जाने वाला हेड मिरर किस प्रकार का होता है? -अवतल
 कार में दृश्यावलोकन के लिए किस प्रकार के शीशे का प्रयोग होता है?
-उत्तल दर्पण
 आँख के किस भाग द्वारा आँख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा नियंत्रित होती है? -आइरिस
 नेत्रदान में दाता की आँख के किस हिस्से को प्रत्यारोपित किया जाता है? -कॉर्निया
 मनुष्य की आँख में प्रकाश तरंगें किस स्थान पर स्नायु उद्वेगों में परिवर्तित होती हैं? -रेटिना से
 स्वस्थ नेत्र के लिए स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी कितनी होती है?
-25 सेमी
 यदि कोई व्यक्ति दूर की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है तो उसकी दृष्टि में कौन-सा दोष होगा? -निकट दृष्टि
 निकट दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति को कौन सी वस्तु दिखाई नहीं देती हैं? -दूर की वस्तुएँ दिखायी नहीं देती हैं
 निकट दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के चश्मे में कौनसा लैंस प्रयोग किया जाता है? -अवतल लैंस
 दूर दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति को क्या दिखाई नहीं देता?
-निकट की वस्तुएँ दिखायी नहीं देती हैं
 दूर दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के चश्मे में कौन-सा लैंस प्रयोग किया जाता है? -उत्तल लैंस
 बुढ़ापे में दूर दृष्टिता वह खराबी होती है, जिसमें लैंस
-बहुत अधिक छोटा हो जाता है
 जरा दृष्टि दोष (Presbyopia) के उपचार के लिए कौन सा लैंस प्रयुक्त किया जाता है? -बायफोकल लैंस
 मनुष्य के नेत्र के रेटिना पर कैसा प्रतिबिम्ब बनता है?
-वास्तविक एवं उल्टा
लैंस सम्बन्धी कुछ शब्द
ऽ प्रकाशिक केन्द्र- यह लैंस के अन्दर स्थित वह बिन्दु है, जिससे गुजरने पर प्रकाश किरणों का विचलन नहीं होता है।
ऽ मुख्य अक्ष- लैंस के दोनों पृष्ठों के वक्रता केन्द्र को मिलाने वाली रेखा को लैंस का मुख्य अक्ष कहते हैं।
ऽ फोकस- मुख्य अक्ष के समानान्तर आने वाली किरणें लैंस के अपवर्तन के पश्चात् जिस बिन्दु पर मिल जाती हैं अथवा मिलती हुई प्रतीत होती है उसे लैंस का फोकस कहते हैं।
ऽ फोकस दूरी- प्रकाशीय केन्द्र से फोकस तक की दूरी को फोकस दूरी कहते हैं।
 किसी गाड़ी के अग्रदीप से प्रकाश का शक्तिशाली समान्तर पुंज पाने के लिए कौन सा दर्पण उपयोग में लाना चाहिए? -अवतल दर्पण
 दाढ़ी बनाने के लिए कौन सा दर्पण काम में लेते हैं? -अवतल दर्पण
अवतल दर्पणों के उपयोग
अवतल दर्पणों का उपयोग सामान्यतः टॉर्च, सर्चलाइट तथा वाहनों के अग्रदीपों (ीमंकसपहीजे) में प्रकाश का शक्तिशाली समान्तर किरण पुंज प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इन्हें प्रायः चेहरे का बड़ा प्रतिबिंब देखने के लिए शेविंग दर्पणों (ेींअपदह उपततवते) के रूप में उपयोग करते हैं। दंत विशेषज्ञ अवतल दर्पणों का उपयोग मरीजों के दाँतों का बड़ा प्रतिबिंब देखने के लिए करते हैं। सौर भट्टियों में सूर्य के प्रकाश को केन्द्रित करने के लिए बड़े अवतल दर्पणों का उपयोग किया जाता है।

अवतल दर्पण के कारण बने प्रतिबिम्ब की स्थिति
वस्तु की स्थिति प्रतिबिम्ब की स्थिति प्रतिबिम्ब की प्रकृति एवं आकार
ऽ अनंत पर
ऽ अतंत एवं वक्रता केन्द्र के बीच
ऽ वक्रता केन्द्र पर
ऽ वक्रता केन्द्र एवं फोकस के बीच
ऽ फोकस पर
ऽ फोकस एवं ध्रुव के बीच फोकस पर
फोकस एवं वक्रता केन्द्र के बीच
वक्रता केन्द्र पर
वक्रता केन्द्र एवं अनंत के बीच
अनंत पर
दर्पण की पीछे वास्तविक, उल्टा तथा विस्तार में अत्यंत छोटा
वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु से छोटा
वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु के बराबर
वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु से बड़ा
वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु की अपेक्षा बहुत बड़ा
आभासी, सीधा तथा वस्तु से बड़ा

 किसी अपरादर्शी वस्तु का रंग उस रंग के कारण होता है, जिसे वह
-परावर्तित करती है
 यदि किसी कमरे में हरा विद्युत् बलब लगा हो तो लाल वस्त्र कैसा दिखाई देगा? – काले रंग का
 कुछ परिवहन वाहनों में अतिरिक्त पीली बत्तियाँ होती है। ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि- पीला प्रकाश कोहरे को बेधता है जिससे सड़क साफ दिखायी देती है। अतः कोहरे वाली रातों में पीली बत्ती काम आती है
 प्रकाश में सात रंग होते है। रंगों को अलग करने का क्या तरीका है?
-एक प्रिज्म से रंगों को अलग-अलग किया जा सकता है
 लाल काँच को अधिक ताप पर गर्म करने पर वह कैसा दिखाई देगा?
-हरा
 प्रकाश का रंग किसके द्वारा निश्चित किया जाता है?
-तरंगदैर्घ्य द्वारा
 सूर्य की किरणों में कितने रंग होते हैं? -7
 यदि वायुमण्डल न हो तो पृथ्वी से आकाश किस रंग का दिखाई देगा?
-काला