कृत्रिम रेशम का नाम क्या है | कृत्रिम रेशम किसे कहते हैं उदाहरण कौन सा Synthetic fiber in hindi
Synthetic fiber in hindi meaning definition example कृत्रिम रेशम का नाम क्या है | कृत्रिम रेशम किसे कहते हैं उदाहरण कौन सा ?
316. आम जीवाण्वीय मरहम पट्टी में काम आने वाला पीला ठोस पदार्थ है-
(अ) लेड क्रोमेट (स) आयोडोफॉर्म
(स) आयोडीन (द) लेड आयोडाइड
Ans- (स) आम जीवाण्वीय मरहम पट्टी में काम आने वाला पीला ठोस पदार्थ आयोडोफॉर्म है।
ऽ यह पीले रंग का रवेदार पदार्थ है जिसमें एक तरह की गन्ध होती है यह जल में अघुलनशील परन्तु एल्कोहॉल एवं ईथर में घुलनशील है। यह उर्ध्वपातित होता है यह एक कीटानुनाशक पदार्थ है। इसका उपयोग दवा में होता है।
ऽ आयोडीन (lodine) : यह एक ठोस अधातु है इसमें धातु की तरह (Matellic) चमक पायी जाती है। मानव शरीर में आयोडीन की कमी से घेघा या गलगण्ड (Goitre) रोग होता है यह एक प्रवल जीवाणुनाशी है आयोडिन और इथाइल एल्कोहॉल का मिश्रण टिंचर आयोडीन कहलाता है।
317. पिपरमिंट के तेल से प्राप्त होने वाला यौगिक जो औषधि के रूप में
कारगर है-
(अ) थाइमॉल (स) मेन्थॉल
(स) मॉर्फीन (द) पिपेरीन
Ans- (स) पिपरमिंट के तेल से प्राप्त होने वाला यौगिक जो औषधि के रूप में कारगर है मेन्थॉल कहलाता है।
ऽ मेंथॉल का उपयोग निश्चेतक और मुंह के छाले को ठीक करने में होता है। बाम एवं कफ सीरप, दर्द निवारक दवा के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
318. कृत्रिम रेशम का निम्नलिखित नाम भी है-
(अ) रेयॉन (स) डेक्रॉन
(स) रेशा कांच (द) नायलॉन
Ans- (अ) कृत्रिम रेशम का नाम रेयॉन है।
ऽ रेयॉन मानव निर्मित रेशा है इसका निर्माण सेलुलोज से होता है सेलुलोज में सोडियम हाइड्राइड एवं कार्बन डाई सल्फाइड, को मिलाकर रेयान बनाया जाता है इसका उपयोग वस्त्र बनाने में होता है।
ऽ नायलॉन पहला मानव निर्मित रेशा है इसका निर्माण एडिपिक अम्ल एवं हेक्सा मिथिलिन डाईएमीन से होता है इसका उपयोग वस्त्र बनाने में, टायर बनाने में, रस्सी बनाने में, पैरासूट बनाने में होता है।
319. निम्नलिखित यौगिक के समूह पर विचार कीजिए
I. प्रोटीन . II. इन्टरफेरॉन III. कार्बोहाइड्रेट,
उपर्युक्त तीनों में से, यौगिकों का वर्ग जिसमें पेप्टाइड अनुबंध होता है-
(अ) I और III (स) II और III
(स) I, II और III (द) I और II
Ans- (द) प्रोटीन एवं इन्टरफेरॉन में पेप्टाइड अनुबंध होता है।
320. रासायनिक रूप में सफेद स्पीरिट है-
(अ) पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण
(स) शोधित एथानॉल
(स) परिशुद्ध इथाइल ऐल्कोहॉल
(द) विकृतीकृत ऐल्कोहॉल
Ans- (अ) रासायनिक रूप में सफेद स्पीरिट पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन का मिश्रण होता है।
ऽ 100ः शुद्ध इथाइल अल्कोहल को परिशुद्ध एल्कोहल (Absolute Alcohol) कहते हैं ।
321. निम्नलिखित प्राकृतिक स्रोतों से एन्जाइमों को पृथक किया जा सकता है-
I. प्राणी II. पौधे
III. जीवाणु IV. कवक
जैव प्रौद्योगिकीय संक्रियाओं में एन्जाइम निम्न से प्राप्त किए जाते हैं-
(अ) I और III से (स) II और III से
(स) III और IV से (द) I, III और IV से
Ans- (द) प्राकृतिक स्रोतों से एन्जाइमों को प्राणी, जीवाणु एवं कवक के द्वारा पृथक किया जाता है।
322. …………………..सोडियम का द्विअंगी (binary) यौगिक है।
(अ) सोडियम नाइट्रेट (स) सोडियम सलफेट
(स) सोडियम कार्बोनेट (द) सोडियम क्लोराइड
Ans- (अ) सोडियम नाइट्रेट को सोडियम का द्विअंगी (Binary) यौगिक
ऽ सोडियम नाइट्रेट (Sodium Nitrate) को चिली साल्टपीटर कहते हैं यह चीली तथा पेरू में काफी मात्रा में मिलता है इसका उपयोग खाद बनाने के रूप में तथा नाइट्रिक अम्ल के निर्माण होता है।
323. अम्ल के जलीय विलयन का उदाहरण है/हैं-
I. HCl II. HO़की अधिकता III. CuSO4
(अ) केवल I (स) केवल III
(स) केवल I और II (द) I, II और III
Ans- (स) अम्ल के जलीय विलयन का उदाहरण HCl तथा H3O की अधिकता है।
324. ‘माइटोमाइसिन‘ नामक प्रतिजैविक निम्नलिखित रोगों के कुछ विशेष प्रकारों के उपचार में काम आता है-
(अ) कैंसर (स) एड्स
(स) पोलियो (द) सिफिलिस
Ans- (अ) कैंसर के उपचार में माइटोमाइसिन नामक प्रतिजैविक का उपयोग होता है।
325. साधारण रासायनिक अभिक्रिया द्वारा और अपघटित नहीं हो सकने वाला पदार्थ है-
(अ) जल (स) वायु
(स) शर्करा (द) चांदी (रजत)
Ans- (द) साधारण रासायनिक अभिक्रिया द्वारा और अपघटित नहीं हो सकने वाला पदार्थ चाँदी (रजत) है। यह विद्युत का सबसे अच्छा चालक है।
ऽ वायु मिश्रण का उदाहरण है। इसमें नाइट्रोजन 78%, ऑक्सीजन 21% तथा 0.03% CO2, होता है। जल रंगहीन, स्वादहीन, गंधहीन तथा ठोस, द्रव, गैस तीनों अवस्था में पाया जाता है।
326. मिश्रण के घटकों के क्वथनांकों की भिन्नता का उपयोग करते हुए किसी मिश्रण के घटकों को अलग करने की प्रक्रिया निम्नलिखित कहलाती है-
(अ) भंजक आसवन (स) प्रतिस्थापन
(स) प्रभाजी आसवन (द) फिल्टरन
Ans- (स) मिश्रण के घटकों के क्वथनांकों की भिन्नता का उपयोग करते करते हुए किसी मिश्रण के घटकों को अलग करने की प्रक्रिया को प्रभाजी आसवन कहते हैं।
ऽ प्रभाजी आसवन (Fractional Distillation)ः प्रभाजी आसवन विधि के द्वारा उन मिश्रित द्रवों का पृथक्करण किया जाता है जिसमें द्रवों के क्वथनांकों में बहुत कम अन्तर होता है ।
Ex. भूगर्भ से निकाले गये खनिज तेल से पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल प्रभाजी आसवन विधि द्वारा प्राप्त किया जाता है।
327. रासायनिक यौगिक नियासिन अथवा निकोटिनिक अम्ल निम्नलिखित का घटक है-
(अ) विटामिन सी (स) विटामिन बी कॉम्प्लेक्स
(स) थाइरॉक्सिन हॉर्मोन (द) सुक्रोज
Ans- (स) रासायनिक यौगिक नियासिन (Vita B5) अथवा निकोटिनिक अम्ल Vit B Complex का घटक है।
328. हाइड्रोजन सल्फाइड अथवा हाइड्रोजन क्लोराइड की तुलना में जल का क्वथनांक असामान्य रूप से अधिक होने का कारण है-
(अ) वांडर-वॉल्स (vander&wal’s) बल
(स) ध्रुवीय सहसंयोजक आबंधन (bonding)
(स) द्विध्रुव रोधन (dipole insulation)
(द) हाइड्रोजन आबंधन
Ans- (द) हाइड्रोजन आवंधन के कारण हाइड्रोजन सल्फाइड अथवा हाइड्रोजन क्लोराइड की तुलना में जल का क्वथनांक असामान्य रूप से अधिक होते हैं।
ऽ हाइड्रोजन एवं विद्युत ऋणात्मक तत्व के बीच जो इवदक बनता है उसे hydrogen bond कहते हैं।
ऽ Hydrogen bond सिर्फ अत्यधिक विद्युत ऋणात्मक के बीच होता है यह सिर्फ F,O, एवं N या H के साथ हाइड्रोजन बंधन बनता है। इसी बंधन के कारण ही H2O द्रव अवस्था में पाया जाता है।
329. ‘झाग‘ निम्नलिखित का एक उदाहरण है-
(अ) किसी द्रव में परिक्षिप्त (dispersed) गैस
(स) जैल (gel) में परिक्षिप्त एक द्रवः
(स) किसी द्रव में परिक्षिप्त एक ठोस पदार्थ
(द) किसी द्रव में परिक्षिप्त एक द्रवः
Ans- (अ) किसी द्रव में परिक्षिप्त गैस
ऽ वैसा कोलाइड जिसमें विलायक ठोस तथा विलेय द्रव होता है जेल कहलाता है।
ऽ वैसा कोलाइड जिसमें ठोस कण द्रव में परिक्षेपित होते है। सोल कहलाता है।
ऽ किसी गैस में ठोस या द्रव के कणों का परिक्षेपण एरोसोल कहलाता है।
Ex- Smoke, Fog-
330. ‘ताम्र पिशाच‘ (copper demon) नामक शब्द का प्रयोग निम्नलिखित धात्विक तत्व को दर्शाने के लिए किया गया था-
(अ) ‘टिन‘ (रांगा) (स) ‘निकेल‘
(स) ‘जिंक‘ (जस्ता) (द) ‘आयरन‘ (लोहा)
Ans- (स) निकेल घात्विक तत्व को दर्शाने के लिए ताम्र पिशाच (Copperdemon) नामक शब्द का प्रयोग होता है।
331. निम्नलिखित के आयन को क्लोरीन जल तथा कार्बन टेट्राक्लोराइड में मिलाने से बैंगनी रंग की निचली सतह बनती है।
(अ) फ्लूओराइड (स) क्लोराइड
(स) ब्रोमाइड (द) आयोडाइड
Ans- (द) आयोडाइड आयन को क्लोरीन जल तथा कार्बन टेट्राक्लोराइड में मिलाने से बैंगनी रंग की निचली सतह बनती है।
332. ‘ऐक्वा रेजीया‘ निम्नलिखित का मिश्रण है-
(अ) HCl तथा H2SO4 (स) HCl तथा NHO3
(स) HCl तथा HBr (द) HCl तथा HF
Ans- (स) तीन भाग HCl तथा एक भाग HNO3 के मिश्रण को ऐक्वा रेजीया (Aqua regia) कहते है।
333. अमोनिया का व्यवसायिक उत्पादन जिस प्रक्रम द्वारा किया जाता है उसे कहते हैं-
(अ) ओस्वाल्ड प्रक्रम (स) हॉल प्रक्रम
(स) हाबर प्रक्रम (द) कान्टेक्ट प्रक्रिया
Ans- (स) हेबर प्रक्रम द्वारा अमोनिया का व्यावसायिक उत्पादन होता है।
ऽ कान्टेक्ट प्रक्रिया (संपर्क विधि) द्वारा एल्युमिनियम का निष्कर्षण होता है।
334. साधारण विसंक्रामक के रूप में और गर्भ निरोधक के घटक के रूप में काम आने वाला रसायन है-
(अ) ऐसीटोन (स) सल्फर
(स) पैराफॉर्मेल्डीहाइड (द) बैंजोइक अम्ल
Ans- (स) पैराफॉर्मल्डीहाइड का उपयोग साधारण विसंक्रामक के रूप में और गर्भ निरोधक के घटक के रूप में काम आने वाला रसायन है।
ऽ बेन्जोइक अम्ल (Beæoic Acid) : यह एक ऐरोमेटिक कार्बोक्सिलिक अम्ल है इसका प्रयोग खाद्य पदार्थों के संरक्षण में किया जाता है।
ऽ एसीटोन का उपयोग कृत्रिम रेशम तथा संश्लेषित रबर बनाने में क्लोरोफॉर्म एवं आयडोफॉर्म आदि दवाओं के निर्माण में होता है।
335. एल्युमिनियम निष्कर्षण प्रक्रम कहलाता है-
(अ) डॉन प्रक्रम
(स) हैबर प्रक्रम
(स) हॉल प्रक्रम
(द) विद्युत-लेपन (एलेक्ट्रोप्लेटिंग)
Ans- (स) एल्युमिनियम निष्कर्षण प्रक्रिया कहलाता है हॉल प्रक्रिया बेयर विधि द्वारा भी इसका निष्कर्षण होता है।
ऽ Al भू-पर्पटी में सबसे अधिक पाया जाने वाला धातु है। उसके बाद क्रमशः लोहा, कैल्सियम, सोडियम, पोटाशियम, मैग्नीशियम तथा टाइटेनियम पाए जाते हैं।
ऽ बॉक्साइट ऐलुमिनियम का मुख्य अयस्क है। यह अयस्क सर्वप्रथम फ्रांस के बॉक्स (Baux) नामक स्थान पर पाया गया था, इसलिए इस अयस्क का नाम बॉक्साइट रखा गया ।
336. बिटुमेनी कोयला से कोक का उत्पादन निम्न प्रक्रम से होता है-
(अ) भंजन (स) संश्लेषण
(स) प्रतिस्थापन (द) भंजक आसवन
Ans- (द) भंजक आसवन द्वारा बिटुमनी कोयला से कोक का उत्पादन किया जाता है।
337. शर्करा के शोधन में प्रयुक्त विरंजक निम्न है-
(अ) बोनब्लैक (boneblack)
(स) क्लोरीन जल
(स) हाइड्रोजन परऑक्साइड
(द) सल्फर डाइऑक्साइड
Ans- (अ) शर्करा के शोधन में प्रयुक्त विरंजक बोन ब्लैक (Bone black) होता है।
338. इन्सुलिन नियंत्रण रखती हैं-
(अ) अवटुग्रंथि (थाइरॉयड) में आयोडीन के स्तर का
(स) रक्त में लोहे की मात्रा का
(स) रक्त में शर्करा के स्तर का
(द) रक्त में यूरिया के स्तर का
Ans- (स) रक्त में शर्करा के स्तर का नियंत्रन इन्सुलिन द्वारा होता है।
339. रासायनिक तौर पर इंटरफेरॉन है-
(अ) कार्बोहाइड्रेट (स) ग्लाइकोप्रोटीन
(स) न्यूक्लीक अम्ल (द) फ्लूओरिनीकृत हाइड्रोकार्बन
Ans- (स) रासायनिक तौर पर इंटरफेरॉन ग्लाइकोप्रोटीन होते हैं।
340. इंटरफेरॉन निम्नलिखित का संदमन करता है-
(अ) जीवाणु (स) विषाणुः
(स) रोगाणु (microbes) (द) कवक
Ans- (स) इटरफेरॉन विषाणु (Bacteria) का संदमन करता है।
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