खालिकबारी के लेखक कौन है | ‘खालिकबारी‘ किसकी रचना है? रचनाकार नाम | khalik bari kiski rachna hai

khalik bari kiski rachna hai in hindi खालिकबारी के लेखक कौन है | ‘खालिकबारी‘ किसकी रचना है? रचनाकार नाम ?

प्रश्न. ‘खालिकबारी‘ किसकी रचना है?
(अ) मुल्ला दो प्याजा (ब) रहीम
(स) अमीर खुसरो (द) अकबर
उत्तर-(स) अमीर खुसरो
हल : ज्ञान-खालिकबारी हिन्दी खड़ी बोली के प्रथम कवि अमीर खुसरो की रचना है, वस्तुतः यह तुर्की, अरबी, फारसी के शब्दों का हिन्दी अर्थ बताने वाला शब्दकोश है।

 देवनागरी वर्णमाला-
ध्यान रहे यह सरकारी देवनागरी वर्णमाला नहीं है। इसमें कुल 52 वर्ण हैं जिसमें से स्वर वर्ण 11 हैं तथा शेष 41 वर्ण व्यंजन हैं। यथा
ऽ स्वर – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ = 11
ऽ अनुस्वार – अं = 1
ऽ विसर्ग – अः = 1
ऽ व्यंजन – क, ख, ग, घ, ङ -कंठ्य
च, छ, ज, झ, ञ -तालव्य
ट, ठ, ड, ढ, ण -मूर्धन्य स्पर्श व्यंजन
त, थ, द, ध, न -दत्य
प, फ, ब, भ, म -ओष्ठ्य
य, र, ल, व -अंतस्थ – 4
श, ष, स, ह -ऊष्म – 4
क्ष, त्र, ज्ञ, श्र -संयुक्त व्यंजन – 4
ड़, ढ़ -उत्क्षिप्त अथवा द्विगुण व्यंजन
टिप्पणी-
1. भाषा की न्यूनतम इकाई ध्वनि है।
2. ध्वनियों से मिलकर वर्ण बनते हैं।
3. वर्गों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहा जाता है।
4. हिन्दी देवनागरी वर्णमाला में लिखी जाती है।
5. अनुस्वार, विसर्ग को किशोरी दास वाजपेयी ने अयोगवाह नाम
देकर इन्हें व्यंजन माना है, स्वर नहीं।
6. ड़, ढ, ड और ढ की अनुपूरक ध्वनियाँ हैं । ड, ढ का प्रयोग शब्द के प्रारम्भ में तथा ड़, ढ़ का प्रयोग शब्द के मध्य में या अन्त में होता है। यथा-
डलिया, ढाल
लड़का, पढ़ना
लड़ा, पढ़ा
7. सरकारी वर्णमाला में ड, ढ, श्र को स्थान नहीं दिया गया है, अतः वहाँ कुल वर्गों की संख्या 52 -3 = 49 ही मानी गयी है।
8. देवनागरी में कुल कितने वर्ण हैं। इस पर विद्वान एकमत नहीं हैं, संयुक्त व्यंजन – दो व्यंजनों के मेल से बने हैं।
क्ष = क् + ष
त्र = त् + र
ज्ञ = ज् + ञ
श्र = श् + र
 देवनागरी वर्णमाला-(सरकारी)
ऽ स्वर-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ
ऽ अनुस्वार-अं
ऽ विसर्ग-अः
ऽ व्यंजन- क, ख, ग, घ, ङ -कण्ठ्य
च, छ, ज, झ, ञ -तालव्य
ट, ठ, ड, ढ, ण -मूर्धन्य
त, थ, द, ध, न -दत्य
प, फ, ब, भ, म -ओष्ठ्य
य, र, ल, व -अंतस्थ
श, ष, स, ह -ऊष्म
क्ष, त्र, ज्ञ -संयुक्त व्यंजन
ज्ञान-1. देवनागरी वर्णमाला (सरकारी स्तर) में 11 स्वर हैं। 2. देवनागरी वर्णमाला में 38 व्यंजन हैं। 3. देवनागरी वर्णमाला में स्वर और व्यंजन मिलाकर कुल 49 वर्ण हैं।
 ‘अं‘ को अनुस्वार, ‘अः‘ को विसर्ग माना गया है। ये दोनों स्वर न होकर व्यंजन ध्वनियाँ हैं। तीसरी ध्वनि अनुनासिक भी है। जैसे-अनुस्वार- अंगद, अंग, अंक
विसर्ग- दुःख
अनुनासिक- आँगन, आँवला, हँसना
 ‘श्र‘ को सरकारी देवनागरी में स्थान प्राप्त नहीं है।

विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्न
1. साहित्यिक अपभ्रंश को पुरानी हिन्दी किसने कहा था?
(अ) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (ब) हजारीप्रसाद द्विवेदी
(स) शिवसिंह सेंगर (द) राहुल सांकृत्यायन
उत्तर-(अ) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (हिन्दी साहित्य का इतिहास)
2. हिन्दी का सम्बन्ध किससे है ?
(अ) शौरसेनी अपभ्रंश (ब) अपभ्रंश
(स) प्राकृत (द) पश्चिमी प्राकृत
उत्तर-(अ) शौरसेनी अपभ्रंश (डॉ. भोलानाथ तिवारी, हिन्दी भाषा)
3. इनमें से कौन-सी रचना अवधी में नहीं है?
(अ) पद्मावत (ब) मधुमालती
(स) कवितावली (द) हंस जवाहिर
उत्तर-(स) कवितावली
ज्ञान-कवितावली, ब्रजभाषा में तुलसीदास द्वारा रचित मुक्तक काव्य है।
4. भोजपुरी, मगही, मैथिली किस उपभाषा की बोलियाँ हैं?
छत्तीसगढ़ प्राध्यापक
(अ) पश्चिमी हिन्दी (ब) पूर्वी हिन्दी
(स) बिहारी (द) राजस्थानी
उत्तर-(स) बिहारी
ज्ञान-भोजपुरी, मैथिली, मगही बिहारी उपभाषा की बोलियाँ हैं।
5. छत्तीसगढ़ी बोली किस उपभाषा की है ?
उ.प्र.टी.ई.टी.
(अ) पूर्वी हिन्दी (ब) पश्चिमी हिन्दी
(स) पहाड़ी हिन्दी (द) राजस्थानी हिन्दी
उत्तर-(अ) पूर्वी हिन्दी
ज्ञान-पूर्वी हिन्दी की तीन बोलियाँ हैं- अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी।
6. ब्रजभाषा का विकास किस अपभ्रंश से हुआ?
(अ) शौरसेनी (ब) मागधी
(स) अर्द्धमागधी (द) पैशाची
उत्तर-(अ) शौरसेनी
ज्ञान-ब्रजभाषा पश्चिमी हिन्दी की बोली है जो शूरसेन प्रदेश में बोली जाती है। इसका विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है।
7. हिन्दी को राजभाषा कब घोषित किया गया?
(अ) 26 जनवरी, 1950 (ब) 14 सितम्बर, 1949
(स) 15 अगस्त, 1947 (द) 14 सितम्बर, 1965
उत्तर-(ब)
ज्ञान-14 सितम्बर, 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को राजभाषा और इसकी लिपि देवनागरी होने का प्रस्ताव पास किया था।
8. नागरी प्रचारिणी सभा का स्थापना वर्ष है
(अ) 1980 ई. (ब) 1890 ई.
(स) 1893 ई. (द) 1917 ई.
उत्तर-(स) 1893 ई.
ज्ञान-1893ई. में श्यामसुन्दर दास, पं. रामनारायण मिश्र, ठाकुर शिवकुमार सिंह ने काशी नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना की। इसके प्रथम सभापति राधाकृष्णदास बनाए गए।
10. कौन-सी बोली उत्तर प्रदेश में नहीं बोली जाती है ?
(अ) कन्नौजी (ब) ब्रज
(स) खड़ी बोली (द) मैथिली
उत्तर-(द) मैथिली

ज्ञान-मैथिली बिहार के मिथिला क्षेत्र में बोली जाती है और बिहारी उपभाषा के अन्तर्गत आती हैं, शेष तीनों पश्चिमी हिन्दी की बोलियाँ हैं और उ. प्र. में बोली जाती हैं।
12. इसमें से कौन-सा वर्ण कण्ठ्य है? उ.प्र. बी.एड.
(अ) य (ब) प (स) ग (द) त
उत्तर-(स)
ज्ञान-व्यंजनों का वर्गीकरण उच्चारण स्थान, उच्चारण प्रयत्न के आधार पर दिया गया है। कंठ्य व्यंजनों का उच्चारण कंठ से होता है। ‘क‘ वर्ग के सभी व्यंजन कंठ्य हैं अतः ‘ग‘ कठ्य व्यंजन है, शेष तीनों कंठ्य ध्वनियाँ नहीं हैं य- अंतस्थ, प- ओष्ठ्य, त-दंत्य व्यंजन है।

12. संयुक्त व्यंजन क्ष किन दो ध्वनियों के मेल से बना है-
उप्र.टी.ई.टी.
(अ) क् $ ष (ब) क् $़ थ
(स) च् $ छ (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(अ) क् $
ज्ञान-क्ष संयुक्त व्यंजन है जिसमें क $ ष ध्वनियाँ समाविष्ट हैं। यथा- पक्षी = च्।ज्ञैभ्प् शेष अशुद्ध हैं।
13. देवनागरी (सरकारी) वर्णमाला में कुल कितने वर्ण हैं।
उ.प्र.टी.ई.टी.
(अ) 50 (ब) 51
(स) 49 (द) 52
उत्तर-(स) 49
ज्ञान-सरकारी देवनागरी वर्णमाला में कुल 49 वर्ष है। वहाँ ड़, ढ़, श्र को स्थान नहीं दिया गया है।
14. देवनागरी लिपि में स्वर ध्वनियों की संख्या है
उ.प्र.टी.ई.टी.
(अ) 10 (ब) 11
(स) 12 (द) 13
उत्तर-(ब) 11
ज्ञान-देवनागरी लिपि में स्वर ध्वनियाँ 11 हैं- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।
15. अघोष व्यंजन कौन-सा है?
उ.प्र.टी.ई.टी.
(अ) ग (ब) द
(स) क (द) ब
उत्तर-(स) क