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यदि कोई व्यक्ति वृद्धि कारकों का प्रयोग करते हुए अनिषेकफलन को प्रेरित करता है तो आप प्रेरित अनिषेकफलन के लिए कौन-सा फल चुनते हैं और क्यों ?

प्रश्न 16. यदि कोई व्यक्ति वृद्धि कारकों का प्रयोग करते हुए अनिषेकफलन को प्रेरित करता है तो आप प्रेरित अनिषेकफलन के लिए कौन-सा फल चुनते हैं और क्यों ?

उत्तर : यदि कोई व्यक्ति वृद्धि कारकों का प्रयोग करते हुए अनिषेक फलन प्रेरित करता है तो हम प्रेरित अनिषेकफलन के लिए केला (banana) फल का चयन करेंगे क्योंकि इसमें बीज का अभाव होता है |
उत्तर का विस्तार : निषेचन के फलस्वरूप बीजयुक्त फल का निर्माण होता हैं। अनेक प्रजातियों में बिना निषेचन के ही फल का निर्माण हो जाता हैं। इस प्रकार के फल बीजरहित होते हैं उदाहरण के लिए जैसे — केला, अंगूर आदि। इस प्रकार के फलों को अनिषेकफलनी फल (parthenocarpic fruits) और इस प्रक्रिया को अनिषेकफलन (parthenocarpy) कहा जाता हैं।
वृद्धिकारकों की उचित सान्द्रता के विलयन को पुष्पों के ऊपर छिड़कने से बीजरहित फल प्राप्त किए जा सकते हैं। अनिषेकफलन द्वारा सन्तरा, नीबू, अमरूद, पपीता, तरबूज आदि फलों का व्यापारिक स्तर पर उत्पादन किया जा सकता है। इसके फलस्वरूप इनसे अधिक मात्रा में पोषक पदार्थ प्राप्त होते हैं। यह प्रक्रिया फल की गुणवत्ता बढ़ा देती है। जिन फलों में बीज ही प्रमुख खाद्य भाग बनाते हैं (जैसे-अनार) उनमें अनिषेकफलन हानिकारक रहता है। अर्थात जिन फलों में बीज मुख्य खाद्य पदार्थ के रूप में काम आता है उनमें अनिषेकफलन क्रिया द्वारा फल प्राप्त नहीं किये जाने चाहिए इससे फलों के उत्पादन में कमी आ सकती है , यह ऐसे फलों के लिए कामगार है जिनमें बीज एक तरह से व्यर्थ के रूप में होते है जैसे अंगूर , निम्बू , संतरा आदि |