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भारत का लौह पुरुष किसे कहा जाता है ? who is called loh purush , why sardar vallabhbhai called iron man
why sardar vallabhbhai called iron man in hindi , भारत का लौह पुरुष किसे कहा जाता है ? who is called loh purush ? लोह पुरूष क्यों कहा जाता है ?
प्रश्न : भारत का लौह पुरुष किसे कहा जाता है ?
उत्तर : सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत का लौह पुरुष किसे कहा जाता है।
प्रश्न : सरदार वल्लभ भाई पटेल लोह पुरूष की उपाधि किसने दी थी ?
उत्तर : सरदार वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष की उपाधि महात्मा गाँधी ने दी थी।
भारत जब 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्र हुआ तब भारत में कुल 565 थी , इनमे से यदि तीन रियासतों को छोड़ दे अर्थात हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ इन तीन रियासतों को छोड़कर शेष 562 रियासतों को भारत में मिलाकर एकीकृत भारत का निर्माण करने का श्रेय सरदार वल्लभ भाई पटेल को ही जाता है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का गृहमंत्री बनाया गया तब इनको सभी रियासतों को विलय करने का जिम्मा भी दिया गया और अपनी कूटनीति संधियों के बल पर और अपने अटूट दृढ के साथ वल्लभभाई पटेल ने सभी रियासतों को भारत संघ में मिला लिया और उनकी इस दृढ़ता को देखते हुए महात्मा गाँधी ने वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष की उपाधि थी।
अपनी कूटनीतिक विशेषता के साथ साथ उनमे सहनशीलता की भी विशेषता कूटकर भरी हुई थी , उनकी सहनशीलता पर तो एक किस्सा भी प्रसिद्द है।
जब सरदार वल्लभभाई पटेल छोटे थे तब खेलते समय उन्हें कोई छोट लग गयी और उन्होंने इस चोट को नजरअंदाज कर दिया और कुछ दिनों बाद यह चोट घाव का रूप लेकर एक फोड़ा बन गया। उन्होंने कुछ दिनों इंतजार किया कि यह फोड़ा स्वयं ही समय के साथ ठीक हो जाए लेकिन जब कुछ दिनों में भी यह फोड़ा ठीक न हुआ तो उन्होंने एक लोहे की छड को गर्म किया और उसे उस फोड़े पर लगाकर उस फोड़े को समाप्त कर दिया इससे यह पता चलता है कि उनमे सहन शक्ति काफी अच्छी थी। जब वे बड़े हुए और रियासतों का विलय कर रहे थे तब हैदराबाद के नवाब ने भारत में विलय करने से मना कर दिया। हैदराबाद के नवाब ने स्वतंत्र रहने का फैसला कर लिया , इस पर सरदार वल्लभभाई पटेल ने उनको काफी समझाया और उन्हें विलय करने के लाभ और अलग रहने के नुकसान भी बताये और साथ ही उनको कई आकर्षक प्रस्ताव भी उनके समक्ष रखे लेकिन उन्होंने जब मना कर दिया तो उनको गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि यह तो सहनशीलता की हद से बाहर हो गया और उसके बाद उन्होंने सैन्य दखल देकर हैदराबाद को भारत संघ में विलय करवाया।
इस तरह उनमे एक हद तक सहनशीलता काफी अच्छी थी।
प्रश्न : सरदार वल्लभ भाई पटेल लोह पुरूष की उपाधि देने का क्या कारण था ?
उत्तर : सरदार पटेल ने लगभग 565 रियासतों को मिलाकर अखण्ड भारत का निर्माण किया था। जब अंग्रेज भारत छोड़कर गये थे उन्होंने दो देश पाकिस्तान और हिदुस्तान बनाया था और सभी रियासतों को यह स्वतंत्रता दी थी कि वे अपनी इच्छा से किसी भी देश का हिस्सा बन सकती है या स्वतंत्र रह सकती है।
कुछ रियासते जो पाकिस्तान से बहुत दूरी पर थी और भारत की तरफ थी लेकिन वे पाकिस्तान में विलय करना चाहती थी उन रियासतों को सरदार वल्लभभाई ने अपनी कुटनीति के बल पर भारत में विलय किया और अखंड भारत संघ का निर्माण किया।
उनकी इस दृढ़ता और दृढ निश्चय के कारण ही महात्मा गाँधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी।
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