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आदर्श विलयन की परिभाषा क्या है , आदर्श विलयन किसे कहते है (what is ideal solution in hindi)

(what is ideal solution in hindi) आदर्श विलयन की परिभाषा क्या है , आदर्श विलयन किसे कहते है : हमने अक्सर यह सुना होगा जब हमारे अध्यापक और माता पिता हमें कहते है कि बेटा आदर्श बनो या आदर्श के रास्ते पर चलो , हम इसका मतलब आम भाषा में जानते भी है कि ऐसे व्यक्ति बने जिसमें अवगुण न हो या जो सही रास्ते पर चलता हो।
लेकिन विलयन में आदर्श और अनादर्श विलयन का क्या अभिप्राय है , यह हम यहाँ इस टॉपिक में पढेंगे।
आदर्श विलयन : ऐसा विलयन जो राउल्ट का नियम का अनुसरण करता है अर्थात वह विलयन को राउल्ट के नियम की पालना करता है उसे आदर्श विलयन कहते है।
राउल्ट का नियम : विलयन में उपस्थित किसी अवयव का आंशिक दाब का मान , उस अवयव की मोल भिन्न के समानुपाती होता है जबकि ताप का मान स्थिर रखा जाए , इसे ही राउल्ट का नियम कहते है।
अत: जो विलयन राउल्ट नियम की पालना करता है उस विलयन को आदर्श विलयन कहते है।
माना किसी विलयन में दो अवयव A तथा B उपस्थित है तो , राउल्ट के नियम के अनुसार विलयन का कुल दाब निम्न सूत्र या समीकरण द्वारा दिया जाता है –
विलयन का दाब = A अवयव के कारण दाब + B अवयव के कारण दाब
P = PA0 XA + PB0 XB
आदर्श विलयन वह विलयन होता है जिसका आयतन दोनों अवयवों के आयतन के योग के बराबर होता है , अर्थात यहाँ दो अवयवो A तथा B से मिलकर विलयन बना हुआ है तो विलयन का आयतन इन दोनों के आयतन के कुल योग के बराबर होगा , अर्थात विलयन के आयतन में किसी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं होता है तो ऐसे विलयन को आदर्श विलयन कहते है।
विलयन का आयतन = A अवयव का आयतन + B अवयव का आयतन
ऐसा विलयन जिसमें इसके अवयवों को मिलाने पर न तो ऊष्मा का अवशोषण होता है और न ही उत्सर्जन होता है अर्थात विलयन की एन्थैल्पी में परिवर्तन शून्य होता है तो ऐसे विलयन को आदर्श विलयन कहते है , यहाँ विलयन A और B अवयवों से मिलकर बना है तो जब इन दोनों अवयवो को मिलाया जाता है तो इस क्रिया में ऊष्मा का उत्सर्जन या अवशोषण नहीं होता है , ऐसे विलयन को आदर्श विलयन कहते है।
शुद्ध अवयवो के कणों के मध्य जो बल पाया जाता है उतना ही बल विलयन के कणों के मध्य भी पाया जाता है तो ऐसे विलयन को आदर्श विलयन कहते है जैसे जितना बल A-A तथा B-B कणों के मध्य पाया जाता है उतना बल ही विलयन बनने के बाद A-B के मध्य भी पाया जाता है तो ऐसे विलयन को आदर्श विलयन कहेंगे।
जब कोई विलयन इन सभी शर्तों को पूरा करते है तो ही वह आदर्श विलयन कहलाता है।
आदर्श विलयन के उदाहरण :
बेंजीन तथा टोलुइन का विलयन
CCl4 तथा SiCl4 का विलयन
Sbistudy

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