जीवन की उत्पत्ति The origin of life in hindi

The origin of life in hindi जीवन की उत्पत्ति

विकासात्मक जीव- विज्ञान(Developmental biology):-

पृथ्वी पर विभिन्न जीव रूपों के इतिहास का अध्ययन विकासात्मक जीव विज्ञान कहलाता है।

जीवन की उत्पत्ति(The origin of life):- 

जीवन की उत्पत्ति एक रोचक घटना है ब्रहाण्ड अत्यन्त विशाल है तथा पृथ्वी इसके सामने एक छोटा कण मात्र हैपृथ्वी की उत्पत्ति को बिग-बैग महाटीस्टफोट परिकल्पना द्वारा जिससे इसका विस्तार हुआ तथा उसके तापमान में कुछ कमी आयी। कुछ समय भ्ए भ्म् जैसी गैसे थी तथा गुरूत्वाकर्षण के कारण इनका संघनन हुआ जिससे आकाश गंगा बनी ऐसी ही आकाश गंगा मिल्की वे से 450 करोड वर्ष पूर्ण पृथ्वी बनी तथा इसके 50 करोड वर्ष बाद लगभग 400 करोड वर्ष पूर्व जीवन की उत्पत्ति हुई ।

जीवन की उत्पत्ति के विभिन्न मत:-

1 स्योर बिजाणु सिद्धान्त पेन- स्पर्मिया(Sure Spore Principle Panspermia):- 

इसके अनुसार जीवन किसी अन्य ग्रह से पृथ्वी पर आया है पेन स्पर्मिग खगोल वैज्ञानिकों का सर्वश्रेय सिद्धान्त है।

2 स्वतः जनन सिद्धान्त(Auto birth principle):- 

इसके अनुसार निर्जिव वस्तुएं जैसे कीचड, भूसा आदि से सजीवों का निर्माण होता है।

3 जीवन जीवोत्पति का सिद्धान्त(Theory of Life Biogenesis):- 

इसके अनुसार जीव से जीव की उत्पत्ति होती है लुई पास्चर ने खुले फ्लास्क में एवं के आकार के फ्लास्क में जीवाणु रहित मूत यीस्ट को रखा। खुले फ्लरास्क का यीस्ट जीवाणु उत्पन्न होने के कारण सड गया है।

4 रासायनिक विकास का सिद्धान्त(The principle of chemical development):-

प्रस्तुतकर्ता:-

ओपेरिन रूम व हाल्डेन इंगलैण्ड इसके अनुसार जीव की उत्पत्ति पहिले से अस्थित जीव रहित कार्बेनिक पदार्थ से हुई कार्बेनिक पदार्थो का निर्माण अर्काीनिक पदार्थ से हुआ उस समय पृथ्वी का तापमान बहुत था तथा ब्एभ्एव्एछजैसे तत्व पाये जाते है धीरे तापमान में कुछ कमी आयी तथा ब्भ्4ए छभ्3ए भ्ए भ्2व्ए ब्व्2 आदि बने जिनकी मात्रा बहुत कम थी।

इस प्रकार लगभग 300 करोड वर्ष पूर्व प्रथम अकोशिकीय जीव की उत्पत्ति हुई तथा लगभग 200 करोड वर्ष पूर्व प्रथम कोशिकीय रूपसम्भवत है जल में बना।