November 18, 2017
जैव विविधता के प्रतिरूप , कारण , परितंत्र में महत्व Biodiversity patterns in hindi
BiologyadminBiodiversity patterns in hindi जैव विविधता के प्रतिरूप कारण , परितंत्र में महत्व : [1]अक्षांशीय प्रवणता (Latitudinal gradient) : भूमध्य रेखा के उत्तर व दक्षिण का 3.5 अक्षांश का क्षेत्र उष्णकटिबंधीय क्षेत्र कहलाता है यहां वर्षा अधिक होने से जैव विविधता ज्यादा होती है परंतु भूमध्य रेखा के दोनों ओर 66.5 डिग्री अक्षांश तक जाने पर शीतोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र मिलता है यहां उष्णकटिबंधीय क्षेत्र से थोड़ी कम जैव विविधता मिलती है इसी तरह 90 डिग्री अक्षांश तक दुर्गों की ओर जाने पर शीत कटिबंधीय क्षेत्र में सबसे कम विविधता मिलती […]