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सुदर्शन का अर्थ क्या होता है | सुदर्शन किसे कहते है ? sudarshan meaning in hindi सु दर्शन का मतलब बताओं

sudarshan meaning in hindi सुदर्शन का अर्थ क्या होता है | सुदर्शन किसे कहते है ? सु दर्शन का मतलब बताओं

अनेकार्थी शब्द
वे शब्द जिनके एक से अधिक अर्थ होते हैं, अर्थात् जो श्लिष्ट शब्द होते हैं, ‘अनेकार्थक शब्द‘ कहे जाते हैं, जैसे‘‘सारंग‘ अनेकार्थी शब्द है जिसके अर्थ हैं-मोर, बादल, सर्प, मेढक आदि । अतः सारंग अनेकार्थी शब्द है। इसी प्रकार द्विज शब्द चार अर्थों में प्रयुक्त होता है-ब्राह्मण, पक्षी, दाँत, चन्द्रमा । अतः द्विज अनेकार्थक शब्द है।
 अनेकार्थक शब्द भले ही अनेक अर्थों को व्यक्त करें, किन्तु एक प्रसंग में उनका एक ही अर्थ होता है। वे किस अर्थ में प्रयुक्त हैं इसका पता सन्दर्भ-प्रसंग से ही चल पाता है।
यहाँ कुछ अनेकार्थी शब्दों की सूची प्रस्तुत है-

सुदर्शन भगवान विष्णु का चक्र, सुन्दर, मछली, जामुन ।
अमृत जल, सुधा, दूध, अन्न, स्वर्ण, घृत।
अर्थ धन, कारण, प्रयोजन, के लिए, मतलबं
अधर नीचे का होठ, नीचे, मध्य ।
आपत्ति विपत्ति, एतराज।
आकर भण्डार, कोष, खान, स्रोत ।
आन शपथ, दूसरा, टेक।
अच्छा सकुशल, भला, बढ़िया ।
अंगद बालि का पुत्र, बाजूबन्द ।
अंतर भेद, फासला।
अशोक एक वृक्ष, शोकरहित।
अग्र आगे, श्रेष्ठ, मुख्य, सिरा, अगुआ।
अपवाद जहाँ नियम लागू न हो, कलंक ।
अनी सेना, नोक ।
अलि भ्रमर, सखी।
आराम विश्राम, बाग, रोग में राहत।
आदी अभ्यस्त, अदरख ।
आत्मा जीवात्मा, प्राण, अग्नि, सूर्य, परमात्मा।
अंकुश नियन्त्रण, हाथी को हाँकने वाला लोहे का काँटा।
अन्त समापन, मृत्यु, सीमा।
अंक गोद, संख्या।
अंश भाग, डिग्री।
अक्ष धुरी, सर्प, पासा।
अविनाशी ब्रह्म, शिव, वर्ण ।
अरुण लाल, सूर्य, सूर्य का सारथि।
अज दशरथ के पिता, बकरा, ब्रह्मा ।
अम्बर आकाश, वस्त्र, केसर।
अर्क सूर्य, अरक (रस)।
अहि सर्प, सूर्य, राहु।
आम एक फल (आम्र), सामान्य ।
इन्दु चन्द्रमा, कपूर।
इन्द्र देवेन्द्र, श्रेष्ठ।
ईश ईश्वर, राजा, समर्थ, महादेव, परमेश्वर, उपनिषद् ।
उषा अरुणोदय की लालिमा, वाणासुर की कन्या का नाम ।
उत्तम श्रेष्ठ, विष्णु, ध्रुव का सौतेला भाई।
उमा पार्वती, दुर्गा, हल्दी। उपचार इलाज, उपाय ।
उत्तर एक दिशा, जबाव, विराट का पुत्र ।
उपल ओले, बादल, पत्थर।
ऋषभ बैल, संगीत का दूसरा स्वर, एक तीर्थंकर (ऋषभदेव)।
करभ हाथी का बच्चा, ऊँट का बच्चा, हाथी की सूंड़।
कुश एक घास, राम का पुत्र, जल।
कुकुभ एक पेड़, एक राग, छंद, एक दिशा।
कोटि करोड़, वर्ग, धनुष का सिरा।
कच केश, बृहस्पति का पुत्र।
कनक सोना, धतूरा।
कपि बन्दर, सूर्य, हाथी।
कर टैक्स, हाथ, लँड, किरण।
कर्ण कान, कुन्ती पुत्र।
कल मशीन, चैन, आगामी या बीता हुआ दिन ।
काण्ड अध्याय, दुर्घटना।
काल समय, मृत्यु ।
कुंजर हाथी, पीपल।
कुम्भ घड़ा, एक राशि, कुम्भ मेला ।
कुमार स्कंद, तोता, अविवाहित ।
कटाक्ष तिरछी चितवन, व्यंग्य।
काम कार्य, इच्छा, वासना ।
कौशिक विश्वामित्र, उल्लू ।
कपिल एक मुनि, महादेव, सूर्य, विष्णु ।
कूर्म कछुआ, विष्णु का एक अवतार ।
कोश शब्दकोश, म्यान।
केतु पताका, एक अशुभ ग्रह ।
कोक चकवा, कोयल, मेढक। खर गधा, तेज।
खेचरी दुर्गा, अप्सरा ।
खेचर ग्रह, पक्षी, वायु, बादल, विमान, देवता।
खोट दुष्ट, मिलावट।
खत चिट्ठी, कलम को तिरछा काटना, लिखावट ।
खाली रिक्त, बेरोजगार, जो व्यस्त न हो।
खग पक्षी, वाण, वायु, बादल, चन्द्रमा ।
खं आकाश, स्वर्ग, सूर्य।
खून रक्त, हत्या।
गति मोक्ष, दया, हाल-चाल ।
ग्रहण राहु द्वारा सूर्य का चंद्रमा को ग्रस्त कर लेना, पकड़ना।
गायत्री एक मन्त्र, एक छन्द, दुर्गा।
गण वर्ग, संघ, शिव के गण, तीन वर्गों का समूह (छन्दशास्त्र
में)।
गुण धर्म, डोरी, रस्सी, कौशल, शील।
गुरु आचार्य, बृहस्पति, भारी, दीर्घ, घर, बादल।
गैरिक गेरू, सोना।
गो गाय, किरण, इन्द्रिय, धरती।
गोपति गोस्वामी, ग्वाला, विष्णु, कृष्ण ।
गोपाल कृष्ण, ग्वाला, अहीर, राजा।
गौरी पार्वती, तुलसी।
घन ठोस, घन, बादल।
घृत घी, जल।
घोष ध्वनि, अहीरों का गाँव।
घात हत्या, चोट, दांव।
घड़ियाल मगरमच्छ, बड़ा घंटा ।
घाट नदी का घाट, कम, स्थान ।
चण्ड उग्र, शिव, स्कंद।
चन्द्र जल, कपूर, चाँद।
चक चकवा, जमीन का टुकड़ा, चक्र ।
चपला चंचला, लक्ष्मी, बिजली।
चपल चंचल, पारा, मछली, पपीहा ।
चक्र पहिया, एक हथियार, एक व्यूह ।
चोटी पर्वत की चोटी, बालों की चोटी, शिखा ।
चश्मा ऐनक, झरना।
चाप धनुष, परिधि का एक भाग ।
चीर चीरा लगाना (चीरना), वस्त्र ।
चारा उपाय, पशुओं का चारा ।
चूना कलई, टपकना।
चीनी शक्कर, चीन का।
चैकी पुलिस चैकी, लकड़ी की चैकी, सेना की चैकी, पहरा,
पड़ाव ।
चैथ चतुर्थी तिथि, कर या आतंक से रूप में वसूली करना ।
चुनना तोड़ना, उपलब्ध विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करना,
चिनाई करना।
चूर चूर्ण, निमग्न (मद में चूर)।
छत्र छतरी, कुकुरमुत्ता।
छन्द काव्य के छंद, छलछंद (कपट), बहाना (बहाने बनाना)। जम्बुक जामुन, गीदड़।
जड़ मूल, मूर्ख, निश्चेष्ट (गतिहीन)।
जन व्यक्ति, सेवक, लोक।
जनक पिता, सीरध्वज ।
जरा बुढ़ापा, थोड़ा-सा।
जलज कमल, मोती, शंख, मछली।
जाली नकली, गवाक्ष ।
जोड़ योग, सन्धि , पैबंद ।
जलधर बादल, समुद्र ।
ज्या धनुष की डोरी, वृत्त की त्रिज्या ।
ज्वार एक अनाज, ज्वार (समुद्र में उठने वाला)।
जलद बादल, कपूर, मोथा।
जिला जनपद, जीवनदान ।
जाल फरेब, शिकारी का जाल ।
जय विजय, महाभारत, सूर्य, अर्जुन, विष्णु के दो द्वारपालों में से
एक (जय-विजय)।
जलना ईर्ष्या करना, जल जाना, प्रकाशित करना (दीपक जलना)। जमना द्रव का ठोस बनना (पानी बर्फ के रूप में जम जाता है),
उगना (बीज का जमना), दूध का दही बनना (जमना),
स्थिर होना (नए पद पर जमने में समय लगेगा)।
जेठ एक महीने का नाम, पति का बड़ा भाई।
जीवन जिन्दगी, जल, वायु, पुत्र।
टीका तिलक, एक आभूषण, इन्जेक्शन ।
टीन कनस्तर, लोहे की पतली चादर ।
टेक सहारा, गीत की टेक।
टेसू पलाश, मूर्ख, टेसू (झांझी)।
ठाकुर विष्णु, एक जाति (क्षत्रिय), नाई।
डण्डी शाखा, तराजू की डण्डी।
ढिबरी बोल्ट, दीपक (तेल का दीपक)।
तख्त लकड़ी का तख्त, राजगद्दी ।
तड़का सवेरा (भोर), बघार ।
तनु शरीर, पतला।
तम अंधकार, तमोगुण, राहु।
तत्व यथार्थ, ब्रह्म, मूल, सार, पंचभूत ।
तात पिता, बेटा, भाई, गुरु।
तरणि सूर्य, नौका।
तारा नक्षत्र, आँख की पुतली।
ताल तालाब, संगीत की ताल ।
तूल रुई, आकाश।
तेज चमक, फुर्तीला, महँगा।
तीर किनारा, वाण।
दण्ड जुर्माना, सजा, डण्डा।
दल पत्ता, समूह, सेना।
दस्त हाथ, पाखाना।
दानी दान करने वाला, दानव ।
दारु काष्ठ, पीतल, शिल्पी।
दाम मूल्य, माला, रस्सी। दैव भाग्य, विधाता।
द्विज ब्राह्मण, पक्षी, चन्द्रमा, दाँत ।
दारू दवा-दारू, शराब, बारूद ।
दिनेश सूर्य, समीप, आधार ।
धवल उजला, सफेद, साफ, निष्कलंक ।
ध्रुव स्थिर, उत्तानपाद का पुत्र, एक तारा ।
ध्वनि आवाज, व्यंग्यार्थ।
नजर दृष्टि, दया।
नल दमयन्ती का पति, पानी की मशीन ।
नाक नासिका, स्वर्ग।
नागरी चतुर स्त्री, देवनागरी लिपि ।
नाग हाथी, काला सर्प।
नाना विविध, माता का पिता।
नार गर्दन, नाड़ा, नाला।
नारी स्त्री, मोटी रस्सी, नाड़ी।
नाल बन्दूक की नली, घोड़े की नाल ।
नित्य प्रतिदिन, शाश्वत (सदैव)।
नग पर्वत, रत्न, वृक्ष।
निशाचर राक्षस, गीदड़, चोर।
नीलकण्ठ शिव, एक पक्षी ।
पक्ष पंख, पाख।
पट वस्त्र, परदा, किवाड़।
पटना एक नगर, तय होना, छत पटना।
पट्टी तख्ती, ड्रेसिंग, एक खाद्य वस्तु ।
पतंग सूर्य, कनकौआ, पक्षी, विष्णु ।
पोत जहाज, मोती।
पात्र बर्तन, उचित व्यक्ति, चरित्र ।
पत्र चिट्ठी, पत्ता।
पद पैर, ओहदा।
पद्म कमल, एक पुराण का नाम, एक बड़ी संख्या।
पर पंख, परन्तु।
पय दूध, जल, ओज, अन्न।
परी अप्सरा, लेटी, द्रव पदार्थ नापने की छोटी-सी परी
(उपकरण)।
पुष्कर एक तीर्थ-स्थल, कमल, तालाब ।
पाग चाशनी, पगड़ी।
पानी जल, आब, इज्जत।
पास उत्तीर्ण, निकट, स्वीकृत।
पुतली आँख की पुतली, कठपुतली ।
पयोधर बादल, स्तन, नारियल।
प्रत्यय बाद में जुड़ने वाला शब्द, विश्वास, ज्ञान ।
पृष्ठ पीठ, पन्ना, पीछे का भाग।
फल परिणाम, फल-फ्रूट।
बलि दैत्यराज बलि, न्योछावर ।
बाग उपवन, लगाम।
बार केश, दफा।
बाल बच्चा, केश।
बाली सुग्रीव का भाई, गेहूँ आदि की बाली (बाल)।
बिन्दी शून्य, माथे की बिन्दी।
बिल चूहे का बिल, माल खरीद का बिल।
बुण्र एक ग्रह का नाम, बुद्धिमान, देवता, सप्ताह का एक दिन ।
बंशी बाँसुरी, मछली फंसाने का काँटा।
बट्टा मूल्य में कटौती, सिल-बट्टा की लोढ़ी।
बरी मंगोड़ी, दोषमुक्त।
बैठक ड्राइंग रूम (बैठने का कमरा), अधिवेशन, सोहबत ।
बौराना पागलपन, बौर आ जाना।
बदली हल्के बादल, तबादला, परिवर्तन।
बरसाती ऊपर का चारों ओर से खुला कमरा जिसमें केवल छत होती
है, बरसात में पहनने का ओवर कोट (जो वाटरप्रूफ होता
है।), वर्षाकाल का, यथा – बरसाती मेढक ।
भंग टूटना, भांग।
भव शंकर, संसार।
भीम एक पाण्डव, शिव, भयंकर ।
भूत भूतकाल, प्रेत।
भौंरा भ्रमर, लटू।
मंगल एक ग्रह, एक दिन, कल्याण ।
मधु शहद, शराब, बसन्त, एक दैत्य।
महावीर हनुमान, वीर, सिंह, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर ।
मित्र सूर्य, दोस्त।
मुद्रा अँगूठी, सिक्का।
मूल जड़, मूलधन, मुख्य।
मण्डल घेरा, वृत्त, रीजन (यथा-आगरा मण्डल)।
मंगल एक ग्रह, एक दिन, कल्याण ।
मूल जड़, मूलधन।

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