हिंदी माध्यम नोट्स
उत्पादन के क्षेत्र क्या है , उदाहरण , परिभाषा किसे कहते हैं (sectors of production in economics in hindi)
sectors of production in economics in hindi उत्पादन के क्षेत्र क्या है , उदाहरण , परिभाषा किसे कहते हैं ?
उत्पादन की परिभाषा : अर्थ शास्त्र के अंतर्गत किसी वस्तु या सेवा को विभिन्न प्रकार के साधनों का प्रयोग करके उसको मानव आदि के लिए उपभोग योग्य बनाना उत्पादन कहलाता है | उदाहरण के लिए कपास से रेशा बनाया जाता है और फिर आगे अन्य साधनों का प्रयोग करके इसके वस्त्र बनाये जाते है | इसी प्रकार गन्ने को उगाने से लेकर उसके चीनी बनाने में भी कई साधनों और श्रम का इस्तेमाल होता है | इन उदाहरणों में कपास को उगाना भी उत्पादन और इससे कपडे बनाना भी , दूसरी तरफ गन्ना खेतों में उगाना भी गन्ने का उत्पादन और इससे अन्य साधनों का प्रयोग करके चीनी बनाना , चीनी उत्पादन कहलाता है |
उत्पादन के क्षेत्र (sectors of production in economics)
अर्थशास्त्र में समान प्रकार की क्रियाओं को क्षेत्रवार अलग अलग वर्गीकृत किया जाता है जिसे उत्पादन के क्षेत्र कहा जाता है | अन्य शब्दों में अर्थशास्त्र में समान प्रकार के वस्तुओं के उत्पादन को वर्गीकृत किया गया है जिसे उत्पादन के क्षेत्रक कहते है | उदाहरण – कृषि से संबंधित उत्पादन को एक क्षेत्र में , सेवाओं से संबंधित उत्पादन को अन्य क्षेत्र में , विनिर्मित वस्तुओं के उत्पादन को अन्य क्षेत्र में वर्गीकृत किया गया है |
उत्पादन के क्षेत्र निम्नलिखित प्रकार के होते है –
- प्राथमिक क्षेत्र (primary sector)
- द्वितीय क्षेत्र (secondary sector)
- तृतीयक क्षेत्र (tertiary sector)
- चतुर्थक क्षेत्र (quaternary sector )
- कवाइनरी क्षेत्र (quinary sector in hindi)
प्राथमिक क्षेत्र (primary sector) : इसको कृषि आधारित क्षेत्र (agricultural sector) भी कहा जाता है | वे वस्तुएं जिनका उत्पादन प्राकृतिक संसाधनों से किया जाता है उन्हें प्राथमिक क्षेत्र या प्राइमरी सेक्टर कहते हैं | अर्थात इस क्षेत्र में उन वस्तुओ को रखा जाता है जिनको प्राकृतिक रूप से प्राप्त किया जाता है |
उदाहरण : कृषि , पशुपालन , वन उत्पाद , मत्स्यपालन , खनन आदि |
नोट : भारत में माइनिंग एवं बिजली उत्पादन को द्वितीय क्षेत्र में रखा जाता है |
द्वितीय क्षेत्र (secondary sector) : इसको औद्योगिक क्षेत्र (industrial sector) भी कहा जाता है | निर्माण और विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) को द्वितीयक क्षेत्र में रखा जाता है | अर्थात निर्मित और विनिर्मित वस्तुओं को इस क्षेत्र में रखा जाता है |
उदाहरण : उद्योग और निर्माण कार्य (भवन , सडक , पुल , फ्रिज आदि)
तृतीयक क्षेत्र (tertiary sector) : इसको सेवा क्षेत्र (service sector) भी कहा जाता है | इस क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न सेवाओं को रखा गया है |
उदाहरण : बैकिंग , बिमा , शिक्षा , स्वास्थ्य , दूरसंचार , होटल , परिवहन आदि |
चतुर्थक क्षेत्र (quaternary sector) : बौद्धिक संपदाओं को इसके अंतर्गत रखा गया है |
उदाहरण : उच्च शिक्षा , रिसर्च , सांस्कृतिक गतिविधियाँ , परामर्शदात्री आदि |
कवाइनरी क्षेत्र (quinary sector in hindi) : इसके अंतर्गत उच्च राजनैतिक और आर्थिक निर्णयन से संबंधित सेवाओं को रखा गया है |
उदाहरण : राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , नौकरशाही , मंत्री , CEO’s , मेम्बर्स ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर (निदेशक मंडल के सदस्य)
नोट : ऑस्ट्रेलिया में क्वानरी क्षेत्र में घरेलु कार्य को भी रखा जाता है |
Recent Posts
सारंगपुर का युद्ध कब हुआ था ? सारंगपुर का युद्ध किसके मध्य हुआ
कुम्भा की राजनैतिक उपलकियाँ कुंमा की प्रारंभिक विजयें - महाराणा कुम्भा ने अपने शासनकाल के…
रसिक प्रिया किसकी रचना है ? rasik priya ke lekhak kaun hai ?
अध्याय- मेवाड़ का उत्कर्ष 'रसिक प्रिया' - यह कृति कुम्भा द्वारा रचित है तथा जगदेय…
मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi
malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…
कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए
राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…
हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained
hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…
तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second
Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…