JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: chemistry

समावयवता की परिभाषा क्या है , प्रकार , वर्गीकरण

समावयवता : वे यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु उसमे उपस्थित समूहों की व्यवस्था भिन्न भिन्न होती है , जिससे उनके गुण भी भिन्न भिन्न होते है।  वे एक दूसरे के समावयवी कहलाते है इस गुण को समावयवता कहते है।

समावयवता का वर्गीकरण :

समावयवता

  • सरंचना समावयवता
  • त्रिविम समावयवता

सरंचना समावयवता

  • आयनन
  • बंधनी
  • उपसहसंयोजन
  • विलायक योजन या हाइड्रेट

त्रिविम समावयवता

  • ज्यामिति
  • घूर्णन या प्रकाशिकी
  1. संरचना समावयवता :

यह चार प्रकार की होती है

(1) आयनन समावयवता :

वे संकुल यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु जलीय विलयन में अलग अलग आयन देते है उनमे आयनन समावयवता पाई जाती है।

उदाहरण :

[CO(NH3)5Cl]SO4  ⇆ [CO(NH3)5Cl]2+  + SO42-

[CO(NH3)5SO4]Cl  ⇆  [CO(NH3)5SO4]+  + Cl

प्रथम यौगिक के जलीय विलयन में BaCl2का विलयन मिलाने पर BaSO4 का स्वेत अवक्षेप बनता है , जिससे विलयन में सल्फेट (SO4) आयन की पुष्टि होती है।

दूसरे यौगिक के जलीय विलयन में AgNO3 मिलाने पर AgCl का स्वेत अवक्षेप बनता है , जिससे क्लोराइड (Cl) आयन की उपस्थिति सिद्ध होती है।

(2) बंधनी समावयवता :

वे यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु उनमे उभयदंती लिगेंड के दाता परमाणु भिन्न भिन्न होते है , उनमे बंधनी समायवता पायी जाती है।

उदाहरण :

[CO(NH3)5(NO2)]Cl2

[CO(NH3)5(ONO)]Cl2

(3) उपसहसंयोजन समायवता :

यह समायवता उन संकुल यौगिकों में पायी जाती है जिनका धनायन व ऋणायन दोनों ही संकुल आयन हो इन संकुल आयनों में लिगेंड के आदान प्रदान से यह समायवता बनती है।

उदाहरण :

[CO(NH3)6][Cr(CN)6]

[Cr(NH3)6][CO(CN)6]

(4) विलायक योजन समायवता या हाइड्रेट समायवता :

वे संकुल यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु एक समावयवी में जल के अणु लिगेंड के रूप में तो दूसरे समावयवी में कुछ जल के अणु क्रिस्टलीन जल में होते है।

(2) त्रिविम समायवता :

 वे यौगिक जिनके अणुसूत्र समान होते है परन्तु उनमे परमाणु अथवा समूहों की आकाशीय व्यवस्था भिन्न भिन्न होती है वे एक दूसरे के त्रिविम समावयवी कहलाते है , इस गुण को त्रिविम समावयवता कहते है।

यह समावयवता दो प्रकार की होती है।

(1) ज्यामिति समावयवता

(2) प्रकाशिक समावयवता

(1) ज्यामिति समावयवता :

उपसहसंयोजन संख्या चार वाले संकुल यौगिक जिनकी ज्यामिति सतलीय वर्गाकार है उनमे ज्यामिति समायवता।

उदाहरण :

[Pt(NH3)2Cl]

[Pt(NH3)2ClBr]

(2) प्रकाशिक समावयवता या ध्रुवण समावयवता :

वे यौगिक जो समतल ध्रुवित प्रकाश के तल को किसी विशेष दिशा में घुमा देते है उन्हें ध्रुवण घूर्णक यौगिक कहते है।

यदि वह यौगिक समतल ध्रुवित प्रकाश के तल को दायीं ओर घुमाता है तो उसे दक्षिण ध्रुवण घूर्णक पदार्थ कहते है इसे d या + से व्यक्त करते है।

यदि वह पदार्थ समतल ध्रुवित प्रकाश के तल को बायीं ओर घुमाता है तो उसे वाम ध्रुवण घूर्णक पदार्थ कहते है इसे l या – चिन्ह से व्यक्त करते है।

ध्रुवण समायवता के लिए आवश्यक शर्ते निम्न है।

  1. अणुअसममित होना चाहिए।
  2. अणु अपने दर्पण प्रतिबिम्ब पर अध्यारोपित नहीं होना चाहिए ऐसे अणुओं काइरल अणु कहते है।

उदाहरण : [CO(CN)3]3+

Sbistudy

Recent Posts

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

4 days ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

4 days ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

7 days ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

7 days ago

चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi

chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…

2 weeks ago

भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi

first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…

3 weeks ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now