JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi sociology physics physical education maths english economics geography History

chemistry business studies biology accountancy political science

Class 12

Hindi physics physical education maths english economics

chemistry business studies biology accountancy Political science History sociology

Home science Geography

English medium Notes

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Class 12

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Categories: 12th maths

स्वतुल्य सम्बन्ध (reflexive relation in hindi) , सममित सम्बन्ध (Symmetric relation) , संक्रमक , तुल्यता

संक्रमक , तुल्यता क्या है स्वतुल्य सम्बन्ध (reflexive relation in hindi) , सममित सम्बन्ध (Symmetric relation) कक्षा 12 वीं उदाहरण , प्रश्न उत्तर परिभाषा किसे कहते है ?

विभिन्न प्रकार के द्विआधारी सम्बन्ध (different types of binary relations in hindi) :

1. स्वतुल्य सम्बन्ध (reflexive relation) : यदि किसी समुच्चय A में कोई सम्बन्ध R इस तरह हो कि A समुच्चय का प्रत्येक अवयव स्वयं से R द्वारा सम्बंधित हो तो R स्वतुल्य सम्बन्ध कहलाता है।

अर्थात प्रत्येक x के लिए xRx , प्रतिक भाषा के रूप में निम्न प्रकार लिखा जाता है –

∀ x ∈ A , xRx

या

∀ x ∈ A , (x ,x) ∈ R

उदाहरण :

1. किसी समतल में स्थित सरल रेखाओं के समुच्चय में सम्बन्ध ‘समान्तर’ स्वतुल्य सम्बन्ध है क्योंकि कोई रेखा स्वयं के भी समान्तर होती है। प्रतिक भाषा के रूप में , xRy यदि x||y स्वतुल्य सम्बन्ध है।

2. सम्बन्ध “बराबर” स्वतुल्य सम्बन्ध है क्योंकि किसी समुच्चय A के प्रत्येक अवयव के लिए x = x अर्थात xRx.

प्रतिक भाषा के रूप में , xRy यदि x = y स्वतुल्य सम्बन्ध है।

3. यदि A , B , C ,  . . . .  उपसमुच्चय है तो ARB , यदि A⊆A सत्य है।

4. धन पूर्णांकों के समुच्चय में xRy यदि x ≤ y स्वतुल्य सम्बन्ध है क्योंकि x ≤ x सत्य है।

5. यदि A = {1,2,3} और R = {(1,1) , (2,2) , (3,3)} स्वतुल्य सम्बन्ध है।

6. धन पूर्णांको के समुच्चय में , xRy यदि x < y स्वतुल्य सम्बन्ध नहीं है।

इसी प्रकार xRy यदि x > y भी स्वतुल्य सम्बन्ध नहीं है।

7. किसी अरिक्त समुच्चय A में समष्टीय सम्बन्ध स्वतुल्य सम्बन्ध होता है।

2. सममित सम्बन्ध (Symmetric relation)

किसी अरिक्त समुच्चय A पर परिभाषित कोई सम्बन्ध R सममित कहलाता है , जबकि प्रत्येक युग्म x , y ∈ A के लिए xRy → yRx
अर्थात (x,y) ∈ R → (y,x) ∈ R
उदाहरण : (1) सम्बन्ध “बराबर” सममित सम्बन्ध है , क्योंकि x = y  → y = x
(2) समतल में स्थित रेखाओं के समुच्चय में सम्बन्ध लम्ब है , सममित सम्बन्ध है क्योंकि x ⊥ y → y ⊥ x
यहाँ ⊥ , लम्ब का प्रतिक है।
(3) धन पूर्णांको के समुच्चय में xRy यदि x + y = 10 , युग्म x , y ∈ N एक सममित सम्बन्ध है , क्योंकि x + y = 10  → y + x = 10
अर्थात (x , y) ∈ R → (y,x) ∈ R
(4) यदि A = {2 , 4 , 6 , 8} तो
R1 = {(2,4) , (4,2) , (4,6) , (6,4) , (2,8) , (8,2)}
सममित सम्बन्ध है क्योंकि
(2,4) ∈ R1 → (4,2) ∈ R1
(4,6) ∈ R1 → (6 , 4) ∈ R1
(2,8) ∈ R1 → (8,2) ∈ R1
R2 = {(2, 4) , (4,2) , (4,6) , (2,8) , (8,2)} सममित  नहीं है क्योंकि
(4,6) ∈ R2 → (6, 2) ∉ R2

3. प्रतिसममित सम्बन्ध (Antisymmetric relation)

यदि किसी अरिक्त समुच्चय A में कोई सम्बन्ध R इस प्रकार हो कि x , y ∈ A के लिए
xRy और yRx → x = y
अर्थात xRy और yRx तभी सत्य होगा जब x = y होगा , तब R प्रतिसममित सम्बन्ध कहलाता है।
उदाहरण :
(1) उपसमुच्चयों के समुच्चय में सम्बन्ध ⊆ प्रतिसममित सम्बन्ध है क्योंकि A ⊆ B , B⊆A → A = B
(2) पूर्णांकों के समुच्चय में सबंध > प्रतिसममित सम्बन्ध है क्योंकि x > y , y > x → x = y
(3) प्राकृतिक संख्याओं के समुच्चय में a भाजक है , b प्रतिसममित सम्बन्ध है क्योंकि aRb , bRa → a= b
(4)किसी अरिक्त समुच्चय A में तत्समक सम्बन्ध प्रतिसममित सम्बन्ध होता है।

4. संक्रमक सम्बन्ध (Transitive relation)

किसी अरिक्त समुच्चय A में सम्बन्ध R इस प्रकार परिभाषित हो कि किन्ही x , y , z ∈ A के लिए
xRy , yRz  → xRz
अर्थात (x,y) ∈ R,(y,z) ∈ R → (x,z) ∈ R
तो R संक्रमक सम्बन्ध कहलाता है।
उदाहरण :
(1) xRy यदि x= y तो R संक्रमक सम्बन्ध है।
(2) xRy यदि x > y तो R संक्रमक सम्बन्ध है।
(3) ARB यदि A ⊆ B तो R संक्रमक सम्बन्ध है।
(4) xRy यदि x ⊥ y तो R संक्रमक नहीं है।
(5) A = {1 , 2 , 3} और R = {(1,2) , (1,3) , (2,3)} तो R संक्रमक है क्योंकि (1,2) ∈ R , (2,3) ∈ R → (1,3) ∈ R
(6) किसी समतल में सरल रेखाओं के बीच सम्बन्ध समान्तर है , संक्रमक सम्बन्ध है क्योंकि किन्ही तीन रेखाओ x , y , z के लिए ,
xRy , yRz → xRz
अर्थात x||y , y || z → x||z
(7) समतल में स्थित त्रिभुजों के मध्य सम्बन्ध सर्वांगसम सम्बन्ध , संक्रमक सम्बन्ध है।
प्रमेय : यदि किसी समुच्चय A में R एक सम्बन्ध है तो सिद्ध कीजिये कि –
(i) R स्वतुल्य → R-1 स्वतुल्य
(ii) R सममित → R-1 सममित
(iii) R संक्रमक → R-1 संक्रमक
उत्पत्ति :
(i) ∀ a ∈ A , (a,a) ∈ R,R स्वतुल्य है।
अब (a,a) ∈ R → (a,a) ∈ R-1
अत: ∀ a ∈ A , (a,a) ∈ R-1
अत: R-1 स्वतुल्य है।
(ii) (a,b) ∈ R-1 →  (b,a) ∈ R
परन्तु R सममित है।
अत: (b,a) ∈ R → (a,b) ∈ R
(b,a) ∈  R-1
अत: (a,b) ∈  R-1 → (b,a) ∈  R-1
अत:  R-1 सममित है।
(iii) माना (a,b) तथा (b,c) ∈  R-1 तब (b,a) ∈  R और (c,b) ∈ R , परन्तु R संक्रमक है अत:
(c,b) ∈ R , (b,a) ∈ R → (c,a) ∈ R → (a,c) ∈  R-1
इस R संक्रमक है।

5. तुल्यता सम्बन्ध (Equivalence relation)

किसी अरिक्त समुच्चय A में कोई सम्बन्ध R तुल्यता सम्बन्ध कहलाता है , यदि सम्बन्ध R स्वतुल्य , सममित और संक्रमक हो अर्थात
(i) सभी x ∈ A के लिए xRx (स्वतुल्य)
(ii) x,y ∈ A के लिए xRy → yRx (सममित)
(iii) x,y,z  ∈ A के लिए xRy , yRz → xRz (संक्रमक)
तुल्यता सम्बन्ध का प्राय: ” ~ “से निरुपित किया जाता है।
अत: समुच्चय A में “~” तुल्यता सम्बन्ध होगा यदि –
(i) x ~ x , ∀ x  ∈ A
(ii) x  ~ y  → y ~ x ; x , y ∈ A
(iii) x ~ y एवं y ~ z → x ~ z ; x , y , z  ∈ A
Sbistudy

Recent Posts

द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण तथा विशिष्ट फलन क्या हैं differential equations of second order and special functions in hindi

अध्याय - द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण तथा विशिष्ट फलन (Differential Equations of Second Order…

5 hours ago

four potential in hindi 4-potential electrodynamics चतुर्विम विभव किसे कहते हैं

चतुर्विम विभव (Four-Potential) हम जानते हैं कि एक निर्देश तंत्र में विद्युत क्षेत्र इसके सापेक्ष…

3 days ago

Relativistic Electrodynamics in hindi आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा

आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा Relativistic Electrodynamics in hindi ? अध्याय : आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी…

5 days ago

pair production in hindi formula definition युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए

युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए pair production in hindi formula…

1 week ago

THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा

देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi…

1 week ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now