प्रश्न : केप ऑफ गुड होप के रास्ते भारत तक के समुद्री रास्ते की खोज किसने की थी ?
1487 में एक पुर्तगाली नाविक अन्य देशों की खोज करने के उद्देश्य से निकलता है और उसका नाम बार्थोलेम्यू डियाज होता है , 1488 में यह नाविक दक्षिण अफ्रीका नामक देश के एक तट पर अर्थात समुद्री किनारे पर पहुँचता है , वहां के लोग उसे भारत या इंडिया जैसे लगते है जो उस समय लगभग सम्पूर्ण विश्व को मसाला का निर्यात करता था समझ लेता है लेकिन बाद में उसे पता लगता है कि वह इंडिया नहीं बल्कि दक्षिण अफ्रीका देश है | चूँकि वह विभिन्न समुद्री तूफानों से गुजरकर पहुँचता है इसलिए इस स्थान को वह केप ऑफ़ स्टॉर्मस नाम देता है जिसे हिंदी में तूफानों का केप बोला जाता है | और इसी को पुर्तगाली भाषा में Cabo das Tormentas कहा जाता था | लेकिन इसकी खोज से अन्य देशों की खोज जैसे इंडिया की खोज आदि मिलने की एक उम्मीद जग गयी या इंडिया जैसे देशों तक पहुँचने का यह एक मार्ग या उम्मीद बना इसलिए बाद में इसे केप ऑफ गुड होप नाम दिया गया |
1498 में वास्को डी गामा नाम प्रथम पुर्तगाली व्यक्ति था जो केप ऑफ गुड होप के रास्ते होते हुए भारत तक के समुद्री रास्ते की खोज करता हुआ भारत देश में पहुँचने में सफल होता है | अर्थात 1498 में वास्को डी गामा नाम प्रथम पुर्तगाली नाविक या व्यक्ति भारत में पहुँचने वाला प्रथम पुर्तगाली यात्री बनता है |