प्रश्न : मीनाक्षी मंदिर कहां स्थित है ? बताइए कि यह कब और किस शैली से सम्बन्धित है ?
उत्तर : इस मंदिर का पूरा पता निम्नलिखित है –
मदुरै मेन, मदुरै, तमिलनाडु 625001
इस युग की वास्तुकला का सर्वाधिक प्रसिद्ध उदाहरण है मदुरै का मीनाक्षी-सुंदरेश्वर मंदिर। इसका निर्माण सत्रहवीं सदी के मध्य में तिरूमलाई नायक के काल में हुआ था। इस विशाल मंदिर संकुल में वस्तुतः दो मंदिर भवन हैं एक सुंदरेश्वर के रूप में शिव को समर्पित है और दूसरा देवी मीनाक्षी के रूप में उनकी पत्नी को। बहुधा पूरे संकुल को मीनाक्षी मंदिर कहा जाता है। मंदिर के हर स्थान पर ताखों भित्ति स्तंभों और अन्य आकृतियों की भरमार है।
मुख्य मंदिर से जरा अलग हटकर बना विशाल सरोवर इस मंदिर का एक अन्य प्रमुख आकर्षण है। इसके चारों तरफ सीढ़ियां बनी हैं और एक स्तंभयुक्त द्वार मंडप भी है। इस सरोवर का उपयोग आनुष्ठानिक स्नान हेतु किया जाता था। दक्षिण भारतीयों के जीवन में इस मंदिर का विशेष महत्व था और यह उनके सामाजिक व आर्थिक जीवन का अभिन्न अंग था। यह अपने आप में एक शहर जैसा था, इसके बाह्य प्रांगण में कभी-कभार बाजार भी लगता था और यहां हमेशा लोगों का आना-जागा लगा रहता था।