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ऑपरेटिंग सिस्टम किसे कहते हैं , कार्य , operating system in hindi ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य की व्याख्या करें

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operating system in hindi ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य की व्याख्या करें ऑपरेटिंग सिस्टम किसे कहते हैं , कार्य ?

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admin Selected answer as best October 1, 2022
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ऑपरेटिंग सिस्टम [OPERATING SYSTEMS]

ऑपरेटिंग सिस्टम एक तरह का कम्प्यूटर का कन्ट्रोल (Control) प्रोग्राम है। जिस तरह टैफिक पलिसमैन  अपने क्षेत्र के टैफिक पर नियन्त्रण रखता है, उसी तरह आपरेटिंग सिस्टम भी कम्प्यूटर पर नियन्त्रण रखता है। यह आपको फाइलों पर नियन्त्रण रखने में मदद करता है तथा कई भिन्न पेरिफेरल (Peripheral) यन्त्रों जैसे_प्रिन्टर मानीटर इत्यादि को भी जांच कर पूरे कम्प्यूटर पर नियन्त्रण करने में सहायता प्रदान करता है। कम्प्यटर स्वयं आपसे वातालाप (Communicate) नहा कर सकता है। उसे किसी प्रकार का वार्तालाप  साधन चाहिए जो वास्वत में आपरेटिंग सिस्टम देता है, अतः ऑपरेटिंग सिस्टम स्वयं में कुछ विशेष प्रोग्रामों का संग्रह है। ये प्रोग्राम आपके निर्देशों व प्रश्नों का कम्प्यटर भाषा में या मशीनी भाषा में अनुवाद करते हैं। और उसके बाद कम्प्यूटर के प्रत्युत्तर को मशीनी भाषा से इंगलिश में परिवर्तित करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम सा प्रोग्राम है जो आपके पी. सी. को निर्देश देता है कि इसके विभिन्न अंगों (Components) के साथ कैसे काम किया जाए।

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इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) एक कम्प्यूटर की सभी डिवाइसों का नियन्त्रण करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम को मास्टर कन्ट्रोल प्रोग्राम भी कहते हैं। कम्प्यूटर के ऑन होने के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे पहले मेमोरी में संग्रहीत हो जाता है फिर ऑपरेटिंग सिस्टम डिस्क पर संग्रहीत रहता है।

अन्य शब्दों में, जैसा कि आप जानते हैं कम्प्यूटर सिस्टम के लिए जितनी जरूरी ऊपरी मशीनें हैं उतने ही आवश्यक संचालन के लिए जरूरी निर्देश भी हैं। इन्हीं निर्देशों को ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं। इनमें हर विशिष्ट कार्य के लिए अलग-अलग निर्देश होते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम के माध्यम से ही उपभोक्ता और कम्प्यूटर के बीच सम्बन्ध बनता है। आप जो भी निर्देश कम्प्यूटर के लिए देते हैं, कम्प्यूटर उसे ऑपरेटिंग । सिस्टम के माध्यम से पूरा करता है। इसी के द्वारा आप विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम अपने निजी कम्प्यूटर (पी. सी.) पर चला पाते हैं।

उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट होता है कि ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System-OS) एक मास्टर कन्ट्रोल प्रोग्राम (Master Control program) है जो कम्प्यूटर का संचालन करता है और एक नियन्त्रक की भूमिका निभाता है। CPU से प्राप्त संकेतों को कम्प्यूटर के भागों तक से प्रवाह (Flow) को भी यह नियन्त्रित करता है।

कम्प्यूटर के ऑन (On) होने पर यही सबसे पहला प्रोग्राम है जो कम्प्यूटर की मेमोरी में संगृहीत हो जाता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) कम्प्यूटर का एक महत्वपूर्ण अंग है क्योंकि यह अन्य सभी एप्लीकेशन प्रोग्रामो (Application program) को कम्प्यूटर में क्रियान्वित (Execute) करता है। अन्य सभी प्रोग्राम कम्प्यूटर मशीन के सम्पर्क में आने से पहले ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) के सम्पर्क में आते हैं।

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या करता है ? (What does the Operating System do ?)

जैसे ही आप कम्प्यूटर चालू करते हैं, आपका कम्प्यूटर यह जांच करता है कि आपके सभी आन्तरिक साधन (Internal Device) जैसे—रैम, रोम, विभिन्न पेरीफेरल साधन जैसे—प्रिन्टन, मॉनीटर, मेमोरी इत्यादि ठीक से कार्य कर रहे हैं अथवा नहीं। यह जांच पूरी होने के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम लोड किया जाता है जैसा कि पहले बताया गया है ऑपरेटिंग सिस्टम भौतिक नियम रखता है जो सभी प्रोग्रामों को मानने पड़ते हैं।

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of Operating System)

ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) का महत्वपूर्ण एवं प्राथमिक कार्य है—नियन्त्रण (Control) और प्रबन्धन (Management)। ऑपरेटिंग सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि प्रक्रिया के लिए प्रविष्ट प्रोग्राम अपने कार्यों को क्रमानुसार सम्पन्न करे और कम्प्यूटर में उपलब्ध संसाधनों (Resources) इस प्रोग्राम के लिए उपलब्ध हो।

बड़े कम्प्यूटरों में, जिनमें एक से अधिक यूजर (User) एक साथ कार्य कर सकते हैं, ऑपरेटिंग सिस्टम सभी यूजर्स की वैधता (Validity) की जांच करता है और केवल वे यूजर्स ही इन कम्प्यूटरों पर कार्य का सकते हैं जिन्हें पासवर्ड (Password) प्रदान किया गया है जिससे वे वैध (Valid) यूजर्स माने जायेंगे। इसके अलावा आपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर के संसाधनों का भी आवण्टन (Assignment) या बांटने का कार्य यजा की आवश्यकतानुसार करता है, जिस प्रकार मानव शरीर में रक्त (Blood) शरीर की सभी क्रियाओं संचालन में सहायक है, उसी प्रकार ऑपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर के लिए महत्वपूर्ण होता है। अर्थात् ऑपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर का रक्त होता है। ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य निम्नलिखित है :

(1) प्रोसेसर मैनेजमेंट (Processor Management) : इसके अन्तर्गत विभिन्न कार्य प्रोसेसर को सौंप जाते हैं जोकि एक कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा पूर्ण किए जाने हैं।

(2) मेमोरी मैनेजमेंट (Memory Management) : इसके अन्तर्गत सिस्टम प्रोग्राम, यूजर प्रोग्राम तथा डाटा को मेन मेमोरी (Memory Management) में स्टोर कराया जाता है।

(3) इनपुट/आउटपुट मैनेजमेंट (Input/Output Management) : इस मैनेजमेंट के अन्तर्गत विभिन्न इनपुट तथा आउटपुट डिवाइसों का समन्वय तथा उन डिवाइसों को कार्य सौंपा जाना सम्मिलित है जब एक या अधिक प्रोग्राम क्रियान्वित होते हैं।

(4) फाइल मैनेजमेंट (File Management) : इसके अन्तर्गत विभिन्न फाइलों को स्टोर किया जाता है तथा उन फाइलों को एक डिवाइस पर हस्तांतरित किया जाता है। इस बात की स्वीकृति भी प्रदान करता है कि आप फाइलों को बदल सकें तथा उनमें परिवर्तन कर सकें। इसके लिए किसी टेक्स्ट एडीटर (Text Editor) का प्रयोग करना पड़ेगा।

(5) इसमें जॉब प्राथमिकता (Job Priority) का निर्माण तथा उसको बढ़ावा दिया जाता है। यह निर्धारित करता है कि एक कम्प्यूटर सिस्टम में कौन-सा कार्य पहले किया जाना चाहिए।

operating system in hindi

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स्मरण रखने योग्य महत्वपूर्ण बिन्दु

  1. कम्प्यूटर= एक ऐसा यन्त्र जो सूचनाओं को एकत्र कर उन्हें आवश्यकता पड़ने पर सुनियोजित ढंग से प्रस्तुत करता है।
  2. इण्टरनेट = विश्वभर में कम्प्यूटरों के संयोजन से बना एक संचार जाल।
  3. ई-व्यापार= कम्प्यूटर की सहायता से किया जाने वाला व्यापार।
  4. सी. पी. यू. = सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट या कम्प्यूटर का दिमाग।
  5. कम्प्यूटर हार्डवेयर = कम्प्यूटर के यान्त्रिक, वैद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक भाग।
  6. कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर = वे प्रोग्राम जो कम्प्यूटर को निर्देश दें कि डाटा को किस प्रकार से प्रोसेस किया जाए और किस प्रकार से आवश्यक सूचना को जनित (generate) किया जाए।
  7. माइक्रो प्रोसेसर चिप = एक ऐसी सूक्ष्म डिवाइस जिसमें अनेक ट्रान्जिस्टरों के तुल्य परिपथ हो। यह 0.5″ x 0.5″ आकार का सिलिकॉन का टुकड़ा होता है जो एक खोल (case) में छोटे-छोटे कनैक्टर्स के साथ व्यवस्थित रहता है।
  8. मेमोरी = कम्प्यूटर का कार्यकारी संग्रह जहां डाटा, सूचना व प्रोग्राम प्रक्रिया के दौरान स्थित रहते हैं और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्ध हो जाते हैं। मेन मेमोरी एक सेमीकण्डक्टर चिप के रूप में होती है। प्रकार दो (1) RAM रैम या अस्थायी मेमोरी जो की बोर्ड से कम्प्यूटर में आती है और यदि उस समय पॉवर बन्द हो जाए तो मिट जाती है। (ii) ROM रोम या स्थाई मेमोरी जिसमें कम्प्यूटर निर्माण के समय प्रोग्राम संगहीत कर दिए जाते हैं, इन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता है केवल पढ़ा ही जा सकता है।
  9. फ्लॉपी = (एक सहायक मेमोरी उपकरण) जिस पर डाटा को संगृहीत किया जा सकता है और भरी हुई के डाटा को पढ़ा जा सकता है।
  10. हार्ड डिस्क = अधिक भण्डारण क्षमता वाली चुम्बकीय डिस्क जो डाटा को रीड व राइट करने के काम आती है।
  11. कम्प्यूटर हार्डवेयर = कम्प्यूटर के यान्त्रिक, वैद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक भाग, इसकी इकाइयां-तीन-त) की-बोर्ड, माउस आदि इनपुट यूनिट, (ii) सी. पी. यू. या मुख्य कम्प्यूटर जिसमें मेमोरी कण्ट्रोल यूनिट एवं अंकगणितीय तर्क आदि होते हैं। (iii) मॉनीटर प्रिण्टर आदि के रूप में आउटपुट यूनिट।

12 इनपुट व आउटपुट प्रणालिया- मानव एवं कम्प्यूटर के मध्य सम्पर्क की सविधा प्रदान करने हेतु। इनपुट प्रणाला। हमारी भाषा को कम्प्यूटर के समझने योग्य 0, 1 बिट भाषा में परिवर्तित करके कम्प्यूटर के पास भेजता है। और आउटपुट प्रणाली कम्प्यूटर की 0.1 बिट भाषा को परिवर्तित करके हमारे समझने योग्य भाषा (यथा अंग्रेजी, हिन्दी आदि) में परिवर्तित करके मॉनीटर पर दर्शाती हैं। 13. प्रमुख इनपुट डिवाइसज- की-बोर्ड, माउस, OMR, स्कैनर आदि।

  1. प्रमुख आउटपुट डिवाइसेज- मॉनीटर, प्रिण्टर आदि।
  2. बाइनरी संख्या प्रणाली- 0 व 1 दो अंकों के रूप में लिखी गई संख्याएं जिन्हें कम्प्यूटर समझता है।
  3. कम्प्यूटर भाषा– कमाण्ड या प्रोग्राम जिन्हें कम्प्यूटर समझ सकता हो। प्रकार-दो-(i) निम्न स्तरीय, (ii) उच्च । स्तरीय।

17 निम्नस्तरीय भाषा  0.1 के संकेतों की भाषा जो कम्प्यूटर के आन्तरिक परिपथ के लिए सीधी समझने योग्य होती है। इसकी श्रेणियां: (a) मशीनी भाषा जो प्रत्येक कम्प्यूटर के लिए अलग-अलग होती हैं। । (b) असेम्बली भाषा जिसमें कम्प्यूटर की क्रियाओं को शाब्दिक रूप दिया जाता है।

  1. उच्च स्तरीय भाषाएं – जिनके निर्देश अंग्रेजी भाषा में लिखे जाएं और इन्हें अन्य विशेष प्रोग्राम के द्वारा मशीनी भाषा में अनुवादित किया जा सके। अनुवादक प्रोग्राम के प्रकार(a) इण्टरप्रेटर—जो उच्चस्तरीय भाषा के एक-एक निर्देश को बारी-बारी से मशीनी भाषा में अनुवादित करके क्रियान्वित करते हैं। (b) कम्पाइलर—जो उच्चस्तरीय भाषा के सभी निर्देशों को एक साथ ही मशीनी भाषा में अनुवादित करके क्रियान्वित करते हैं।
  2. कुछ प्रमुख उच्चस्तरीय भाषाएं- (i) FORTRAN या गणितीय भाषा. (ii) COBOL या व्यापार सम्बन्धी। भाषा, (iii) BASIC या कम्प्यूटर में प्रोग्रामिंग की भाषा, (iv) PASCAL या सिस्टम सॉफ्टवेयर को तैयार करने की भाषा, (v) C-LANGUAGE या आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम की भाषा जिससे ग्राफिक्स तथा ऐनीमेशन भी बनाए जा सकें।
  3. ऑपरेटिंग सिस्टम – कम्प्यूटर के समस्त प्रोग्रामों एवं क्रियाओं के नियन्त्रण एवं प्रबन्धन करने वाली युक्ति ।
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