JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: chemistry

छद्म प्रथम कोटि की अभिक्रिया , छदम एकाणुक अभिक्रिया (pseudo first order reaction in hindi)

(pseudo first order reaction in hindi)  छद्म प्रथम कोटि की अभिक्रिया , छदम एकाणुक अभिक्रिया : वे अभिक्रिया जो प्रकृति में तो द्वितीयक कोटि की प्रतीत होती है लेकिन अध्ययन से यह पाते है कि वह प्रथम कोटि अभिक्रिया की है , ऐसी अभिक्रियाओं को ही छदम कोटि की अभिक्रिया कहते है जो दिखने पर तो अलग कोटि की दिखती है लेकिन होती अन्य कोटि की है।
अर्थात कुछ अभिक्रिया ऐसी होती है जिनमें अभिकारक तो दो होते है लेकिन अभिक्रिया की कोटि केवल एक क्रियाकारक की सांद्रता पर निर्भर करता है।
जैसे मान लीजिये एक निम्न अभिक्रिया संपन्न हो रही है –
A + B → C + D
समीकरण को देखने से हम कह सकते है कि अभिक्रिया दोनों क्रियाकारक अर्थात A और B की सांद्रता पर निर्भर करता है , लेकिन मान लेते है कि एक क्रियाकारक की सांद्रता का मान बहुत अधिक है और दुसरे पदार्थ या क्रियाकारक की सांद्रता बहुत कम है तो जो क्रियाकारक उच्च मात्रा में होता है उसका मान थोडा बहुत परिवर्तन करने से अभिक्रिया के वेग में कोई परिवर्तन नही होता है लेकिन चूँकि क्रियाकारक B यहाँ कम मात्रा में है अत: इसकी थोड़ी मात्रा भी परिवर्तित करने से अभिक्रिया का वेग अधिक परिवर्तित हो जाता है , अत: अभिक्रिया में दो क्रियाकारक है लेकिन अभिक्रिया का वेग केवल एक क्रियाकारक की सांद्रता पर निर्भर करता है इसलिए इस अभिक्रिया को प्रथम कोटि की अभिक्रिया कह सकते है।
इसे हम निम्न उदाहरण द्वारा अच्छी तरह से समझ सकते है –
एस्टर का अम्लीय जल अपघटन की अभिक्रिया निम्न प्रकार होती है –
CH3COOC2H5 + H2O CH3COOH + C2H5OH
इस अभिक्रिया में हम देख सकते है कि इसकी आण्विकता दो है।
इसलिए अभिक्रिया से इस अभिक्रिया का वेग CH3COOC2H5 और H2O की सांद्रता पर निर्भर करना चाहिए लेकिन वास्तविकता में ऐसा होता नहीं है , इस अभिक्रिया में जल को आधिक्य में लिया जाता है इसलिए इस अभिक्रिया का वेग जल की सांद्रता परिवर्तन से बहुत कम या नगण्य प्रभावित रहता है इसलिए हम यहाँ कह सकते है इस अभिक्रिया का वेग CH3COOC2H5 केवल की सांद्रता पर निर्भर करता है , इस अभिक्रिया को छदम एकाणुक अभिक्रिया या छदम प्रथम कोटि की अभिक्रिया कहते है।
अतः हम कह सकते है कि वे अभिक्रियाये जिनकी कोटि कुछ और प्रतीत होती है लेकिन वास्तविकता में इनकी कोटि प्रथम कोटि की होती है ऐसी अभिक्रिया को छदम प्रथम कोटि की अभिक्रिया कहते है।
Sbistudy

Recent Posts

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

4 weeks ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

4 weeks ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

4 weeks ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

4 weeks ago

चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi

chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…

1 month ago

भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi

first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…

1 month ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now