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वनस्पति जगत अध्याय 3 नोट्स पीडीएफ जीव विज्ञान plant kingdom class 11 ncert pdf notes in hindi

By   June 25, 2023

plant kingdom class 11 ncert pdf notes in hindi वनस्पति जगत अध्याय 3 नोट्स पीडीएफ जीव विज्ञान ?

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वनस्पति जगत या प्लांट किंगडम (Plant Kingdom) वनस्पतियों का एक विशाल जगत है जो पृथ्वी पर पाया जाता है। वनस्पतियाँ संवर्धित और वनस्पतियों की राजसी शाखा (Regnum Plantae) में सम्मिलित होती हैं। वनस्पतियों के लाभों के कारण, इनका महत्व जीवन के लिए अधिकतम होता है।

वनस्पतियों की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. सेलुलर संरचना: वनस्पतियाँ ईकोर्योटिक या सामान्य सेल के साथ संरचित होती हैं। इनकी संरचना में छोटे कोशिकाकार कोशिकाएँ, कार्बन संश्लेषण क्षेत्र (chloroplasts) और सेल की दीवार (cell wall) मौजूद होती है।

2. ख्यातिमान प्रकार: वनस्पतियाँ विविध प्रकार की हो सकती हैं जैसे की पेड़, गहरे जड़ीबूटी, घास, वनस्पति लता, फूल और फल। प्रत्येक प्रकार की वनस्पति अपनी विशेषताओं और जीवन प्रक्रियाओं के आधार पर अलग अलग प्रकार में विभाजित होती है।

3. ऑक्सीजन उत्पादन: वनस्पतियाँ सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके फोटोसिंथेसिस द्वारा ऑक्सीजन उत्पन्न करती हैं। यह ऑक्सीजन पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक है और साथ ही वनस्पतियों को ऊर्जा प्राप्ति के लिए भी उपयोगी होता है।

वनस्पति जगत का विभाजन विभिन्न वर्गों और उपवर्गों में होता है, जैसे की ब्रायोफाइट (Bryophyta), प्टेरिडोफाइट (Pteridophyta), जन्तुवल्लभ वनस्पतियाँ (Gymnosperms) और फल वनस्पतियाँ (Angiosperms)। यह वर्गीकरण वनस्पतियों की विशेषताओं, विकास के प्रक्रियाओं और जीवनचक्र के आधार पर किया जाता है।

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वनस्पति राज्य (Plant Kingdom) हिंदी में वनस्पति जगत कहलाता है।

रोडोफाइसी

रोडोफाइसी (Rhodophyta) वनस्पति जगत का एक वर्ग है जिसे हिंदी में लाल जीविका वर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह जलीय वनस्पतियों का एक विशेष वर्ग है जो समुद्री पानी में पाया जाता है। रोडोफाइसी वनस्पतियों की संरचना में फाइकोबिलिन पिगमेंट्स की मौजूदगी होती है जो उन्हें लाल या गहरे हरे रंग का देते हैं। इनकी कोशिकाएं निरीक्षक (uninucleate) होती हैं और उनमें कोशिकीय नभिज की आवश्यकता नहीं होती है। रोडोफाइसी के उदाहरणों में से कुछ प्रमुख शाखाएं शामिल हैं: डेंसलिया, पोर्पिरा, ग्रेसिलारिया, कॉरालाइना आदि। ये वनस्पतियाँ महत्वपूर्ण रूप से समुद्री जीवन के लिए होती हैं और कॉरल रीफ्स के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।

भूरी शैवाल में जनन

भूरी शैवाल (Spirogyra) एक जलीय वनस्पति है जो रोडोफाइसी वर्ग में सम्मिलित होती है। इसकी जनन प्रक्रिया को आलिंगन (conjugation) कहा जाता है। आलिंगन एक लैटिन शब्द है जिसका अर्थ होता है “समान-गुणों का मिलान”। यह जनन प्रक्रिया स्पाइरोजायरा के द्वारा शुरू की जाती है, जिसमें दो इंद्रधनुषी रंग के शैवालीयों के बीच में एक संपर्क स्थापित किया जाता है।

इस प्रक्रिया में, एक शैवाल अपनी खुदरा कोशिका में से एक प्रोटोप्लास्ट (प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड का संयोजक) को दूसरी शैवाल की खुदरा कोशिका में ले जाता है। इसके बाद, दोनों शैवाल अपनी खुदरा कोशिकाओं को समाप्त कर देते हैं और एक नयी शैवालीय जनित कोशिका बनाते हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा शैवालों के बीच एक साझी कार्यक्रम और विनिमय होता है, जिससे वे आपस में जीनेटिक सामग्री का आपसी विनिमय कर सकते हैं। यह जनन प्रक्रिया शैवालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

ब्रायोफाइट का आर्थिक महत्व

ब्रायोफाइट (Bryophyta) एक जड़ीबूटी वनस्पति का वर्ग है जिसमें मौसमी, सिच्यूएंश और अवांछित वनस्पतियाँ शामिल होती हैं। ब्रायोफाइट वनस्पतियों के आर्थिक महत्व के बारे में निम्नलिखित प्रमुख अंतर्निहित तत्व हैं:

1. माटी और जल संरक्षण: ब्रायोफाइट मौसमी और सिच्यूएंश इलाकों में जटिलता के बिना विकसित हो सकती हैं। इनकी खाद्य पदार्थों में शामिल मौजूद पोलिसैकराइड्स और एल्गीनेट्स उन्हें जल संधारित करने की क्षमता प्रदान करते हैं। इसके अलावा, वनस्पतियों की ब्रायोफाइट जटिलताओं में पानी और मिट्टी को बाधाओं से बचाकर रखती हैं और मौसमी तथा सिच्यूएंश की आपात स्थितियों में पानी की वापसी को बढ़ावा देती हैं।

2. मौसमी और प्राकृतिक वातावरण में महत्वपूर्ण भूमिका: ब्रायोफाइट वनस्पतियाँ जलीय, लैंडस्केप, और अल्पांतरीय परिस्थितियों में व्यापक रूप से पायी जाती हैं। इनका आर्थिक महत्व मुख्य

रूप से उनकी पर्यावरण सेवा और प्राकृतिक वातावरण की संरक्षा से संबंधित होता है। वे जमीन को अवस्थापन करती हैं, जमीन की एरोजन को रोकती हैं, पानी की अवशोषण करती हैं, मिट्टी को गर्म रखती हैं, और बायोडाइवर्सिटी के लिए महत्वपूर्ण ठिकाने प्रदान करती हैं।

3. आर्थिक महत्व: कुछ ब्रायोफाइट वनस्पतियाँ चिकित्सा में उपयोग होती हैं, जैसे की स्फटिक लालमीच (Sphagnum) जो अंतिम वितरण में विस्तारपूर्वक उपयोग होती है। इसके अलावा, ब्रायोफाइट का आर्थिक महत्व उनके वनस्पतिक संसाधनों के उपयोग के रूप में भी हो सकता है, जैसे की लिचेन्स के रूप में। लिचेन्स ब्रायोफाइट और फंगस (कवक) के समन्वय से बने होते हैं और विभिन्न उद्योगों में उपयोग होते हैं, जैसे की फार्मेस्यूटिकल, कोशिका संश्लेषण, और पत्र-चित्र उद्योग।

इस प्रकार, ब्रायोफाइट वनस्पतियों का आर्थिक महत्व प्राकृतिक वातावरण, पर्यावरण सेवा, चिकित्सा और औद्योगिक क्षेत्रों में होता है।

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Liverworts को हिंदी में “जिगरी पादप” कहा जाता है।

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