मानव रुधिर का ph मान क्या है मानव शरीर रक्त का pH मान कितना होता है ph of human blood is approximately in hindi

ph of human blood is approximately in hindi मानव रुधिर का ph मान क्या है मानव शरीर रक्त का pH मान कितना होता है ?

1. मनुष्य में सामान्य निरन्न रुधिर शर्करा स्तर प्रति 100 ml रुधिर होता है –
(अ) 30-50 mg (ब) 50-70 mg
(स) 80-100 mg (द) 120-140 mg
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2011
उत्तर-(स)
मनुष्य में सामान्य निरन्न रुधिर शर्करा स्तर 80-100 mete 100 ml रुधिर होता है। भोजन ग्रहण करने के दो घंटे बाद यह मात्रा 160 mg प्रति 100 उस रुधिर तक जा सकती है। इन स्तरों से अधिक रुधिर शर्करा की मात्रा मधुमेह रोग की सूचक है।
2. वयस्कों में खाली पेट रुधिर ग्लूकोज स्तर mg/100ml होता है-
(अ) 200 (ब) 160
(स) 100 (द) 60
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2013
उत्तर-(द)
वयस्कों में खाली पेट रुधिर ग्लूकोज स्तर 60mg/100ml में होता है। वयस्कों में सामान्यतः इसका सांद्रण 90mg/100ml होता है जबकि आहार के साथ यह घटता-बढ़ता रहता है।
3. मानव रुधिर का pH है-
(अ) 7.2 (ब) 7.8
(स) 6.6 (द) 7.4
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2011
उत्तर-(द)
स्वस्थ मनुष्य में लगभग 5-6 लीटर रुधिर होता है, जिसका pH मान 7.4 होता है। यह एक तरल संयोजी ऊतक है जो दो भागों से मिलकर बना होता है प्लाज्मा (55%) एवं रुधिराणु (45%)। रुधिर का प्रमुख कार्य खाद्य-पदार्थों एवं ऑक्सीजन का संवहन करना है।
4. वयस्क मानव में रुधिर की सामान्य मात्रा होती है-
(अ) एक लीटर (ब) तीन लीटर
(स) पांच लीटर (द) सात लीटर
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2013
S.S.C.  मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(स)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
5. मानव में कुल रक्त आयतन में प्लाज्मा का प्रतिशत लगभग कितना होता है?
(अ) 45 (ब) 50
(स) 55 (द) 60
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(स)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
6. कणिकाओं (कॉर्पसल) के बिना रक्त के तरल अंश को कहते है-
(अ) ऊतक तरल (ब) प्लाज्मा
(स) सीरम (द) लसीका
S.S.C. Tax Asst. परीक्षा, 2006
उत्तर-(ब)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
7. अरक्तता किसकी कमी के कारण होती है?
(अ) राइबोफ्लेविन (ब) थायमीन
(स) फॉलिक एसिड (द) नियासिन
S.S.C.Tax Asst. परीक्षा, 2008
उत्तर-(स)
फॉलिक एसिड का मुख्य स्रोत हरी पत्तियां, जिगर, सोयाबीन, यीस्ट, गुर्दे, फलियां है। इसका प्रमुख कार्य वृद्धि, रुधिराणुओं का निर्माण तथा क्छ। का संश्लेषण करना है। इसकी कमी से अरक्तता हो जाती है।
8. रक्तस्राव को रोकने के लिए आमतौर पर किस एल्युमीनियम लवण का प्रयोग किया जाता है?
(अ) एल्युमीनियम नाइट्रेट (ब) एल्युमीनियम सल्फेट
(स) एल्युमीनियम क्लोराइड (द) पोटाश एलम
S.S.C.C.P.O. परीक्षा, 2015
उत्तर-(द)
रक्तस्राव को रोकने के लिए आमतौर पर पोटाश एलम (फिटकरी) का प्रयोग किया जाता है। इसका रासायनिक सूत्र K2SO4Al2(So4)324H2O है।

38. निम्न में से वर्णक प्रोटीन (क्रोमोप्रोटीन) कौन-सा है?
(अ) म्यूसिन (ब) हीमोग्लोबिन
(स) पेप्टोन (द) विटेलिन
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2012
उत्तर-(ब)
एक वर्णक प्रोटीन एक संयुग्मित प्रोटीन है जिसमें एक रंगीन पात्रम समूह अथवा ‘कोफैक्टर‘ (एक कारक जिसके साथ अन्य भारका को कार्य करने के लिए संयुक्त होना पड़ता है) होता है। इसका सामान्य उदाहरण हीमोग्लोबिन है जिसमें ‘हीम‘ (Heme) ‘कोफैक्टर‘ होता है। ‘हीम‘ एक लोहयुक्त अणु है जिससे आक्सीजनीकृत रक्त लाल दिखाई पड़ता है। मायोग्लोबिन, साइटोक्रोम्स और फ्लेवोप्रोटीन्स अन्य वर्णक प्रोटीन हैं।
9. क्रिस्मस फैक्टर किसमें निहित होता है?
(अ) उत्सर्जन (ब) पाचन
(स) श्वसन (द) रक्त जमाव
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(द)
क्रिस्मस फैक्टर (Christmas factor) रक्त जमाव से संबंधित है। इसे फैक्टर प्ग् या एंटीहीमोफीलिक फैक्टर B भी कहा जाता है।
10. रुधिर लसीका (हीमोलिम्फ) इनमें देखी जाती है-
(अ) शूलचर्मी (एकाइनोडर्म) (ब) ऐस्कारिस
(स) ऐनेलिड (लघुवलयक) (द) संधिपाद (ऑर्थोपोड)
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
रुधिर लसीका (हीमोलिम्फ) संधिपाद (ऑर्थोपोड) में देखी जाती है। यह एक प्रकार का तरल द्रव है।
11. मानव की लाल रुधिर कणिकाओं की आयु निम्नलिखित में से कितनी होती है?
(अ) अनिश्चित (ब) 120 दिन
(स) 180 दिन (द) जब तक व्यक्ति जीवित रहता है
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(ब)
मानव में लाल रुधिर कणिकाओं की औसत जीवन-काल लगभग 100-120 दिन तथा इनकी संख्या 54 लाख/घन मिमी. होती है। यह शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन करती हैं।
12. लाल रक्त कणिकाओं का औसत जीवन काल लगभग कितने समय का होता है?
(अ) 100-200 दिन (ब) 100-120 दिन
(स) 160-180 दिन (द) 150-200 दिन
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2011
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2011
उत्तर-(ब)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
13. केंचुए की पृष्ठीय रुधिर वाहिका में रक्त का प्रवाह किस ओर होता है?

(अ) अधोमुखी (ब) पश्चगामी
(स) अग्रगामी (द) पार्श्वमुखी
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(स)
केंचुए की पृष्ठीय रुधिर वाहिका में रक्त का प्रवाह अग्रगामी होता है।
हृदय
ऑनलाइन परीक्षा-प्रश्न (2016)
 हृदय की धड़कन की गति परिधीय तंत्रिका, अनुकंपी तंत्रिका, परानुकंपी तंत्रिका तथा कपाल तंत्रिका में से किससे बढ़ती है?
– अनुकंपी तंत्रिका
 हृदय की धड़कन को उत्तेजित करने वाला हॉर्मोन कौन-सा है?
– थाइरॉक्सिन
 स्तनधारियों में उत्सर्जन का एक महत्वपूर्ण कार्य बड़ी आंत गुर्दे (वृक्क), फेफड़े एवं जिगर (यकृत) में से कौन-सा अवयव करता है?
– गुर्दे (वृक्क)
 मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी कौन-सी है? – महाधमनी
ऑफलाइन परीक्षा-प्रश्न (2006-2015)
1. सामान्य वयस्क व्यक्ति के हृदय का वजन लगभग कितना होता है?
(अ) 200 ग्राम (ब) 300 ग्राम
(स) 400 ग्राम (द) 500 ग्राम
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
सामान्य वयस्क व्यक्ति के हृदय का वजन लगभग 300 ग्राम होता है।
2. हृदय वंचित है-
(अ) हृद् पेशी से (ब) अनैच्छिक पेशी से
(स) ऐच्छिक पेशी से (द) चिकनी पेशी से
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2012
उत्तर-(स)
हृद् पेशी हृदय में पायी जाती है जो अनैच्छिक पेशियां हैं जबकि हृदय में ऐच्छिक पेशियों का अभाव रहता है। ऐच्छिक पेशियां अस्थियों के साथ जुड़ी रहती हैं जो इच्छा शक्ति के नियंत्रण में होती हैं।
3. रुमैटिक हृदय रोग का इलाज किसकी मदद से किया जाता है?
(अ) एस्पिरिन (ब) स्ट्रेप्टोमाइसिन
(म) मेथिल डोपा (द) पेनिसिलिन
S.S.C. स्टेनोग्राफर परीक्षा, 2010
उत्तर-(अ)
एस्पिरिन की मदद से रुमैटिक हृदय रोग का इलाज किया जाता है।
4. स्वस्थ हृदय के लिए व्यक्ति को लेना होता है संतुलित आहार पर्याप्त निद्रा और-
(अ) उत्साही मानसिक क्रियाकलापों में लीन होना होता है
(ब) कैरम, शतरंज और ताश जैसे खेल खेलने होते हैं
(स) सही मात्रा में शारीरिक व्यायाम करना होता है
(द) बैठे रहने वाला काम करना होता है
S.S.C.Tax Asst. परीक्षा, 2008
उत्तर-(स)
स्वस्थ हृदय के लिए व्यक्ति को संतुलित आहार, पर्याप्त निद्रा लेना होता है और सही मात्रा में शारीरिक व्यायाम करना होता है।
5. वयस्क व्यक्ति की हृदय धड़कन दर क्या होती है?
(अ) प्रति मिनट 50-60 बार (ब) प्रति घंटा 70-80 बार
(स) प्रति सेकंड 70-80 बार (द) प्रति मिनट 70-80 बार
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
हृदय के संकुचन (Systole) एवं शिथिलन (Diastole) को सम्मिलित रूप से हृदय की धड़कन कहते हैं। एक वयस्क व्यक्ति का हृदय सामान्य अवस्था में 72 बार प्रति मिनट तथा भ्रूण की अवस्था में 150 बार प्रति मिनट धड़कता है।
6. हृदय (हार्ट) की मरमर निम्नलिखित में से किस कारण होती है?
(अ) निष्क्रिय परिकोष्ठ (ब) च्यवन वाल्व
(स) कोरोनरी धौबोसिस (द) लघु महाधमनी
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(ब)
हृदय की मरमर च्यवन वाल्व के कारण होती है। हृदय की वाल्व में समस्या (जैसे- वाल्व का संकुचित हो जाना, लीक होना आदि) होने से मर्मरिंग होती है।
7. दिल की फुसफुसाहट (मरमर) से क्या पता चलता है?
(अ) दोषपूर्ण कपाट (वाल्व)
(ब) ऑक्सीजन की कमी
(स) दिल का विस्थापन
(द) मांसपेशियों का अनियमित विकास
S.S.C.Section off. परीक्षा, 2006
उत्तर-(अ)
दिल की फुसफुसाहट (मरमर) दोषपूर्ण कपाट (वाल्व) की वजह से होता है। इसको स्टेथोस्कोप द्वारा सुनते हैं।
8. हृदय का काम है-
(अ) ऊतकों को ऑक्सीजन पहुंचाना
(ब) ऊतकों से कार्बन डाइऑक्साइड ले जाना
(स) अपशिष्ट द्रव्यों का उत्सर्जन
(ब) रूधिर को शरीर के विभिन्न अंगों में पंप करना
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(द)
हृदय काम रुधिर को शरीर के विभिन्न अंगों में पंप करना है। सिंचरण की खोज वर्ष 1628 में विलियम हार्वे ने की थी।
9. कौन-सी शिरा फेफड़ों से हृदय में शुद्ध रक्त लाती है?
(अ) वृक्कीय शिरा (ब) फुप्फुस शिरा
(स) महाशिरा (द) यकृत शिरा
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
फफ्फुस शिरा फेफड़ों से हृदय के बाएं भाग में शुद्ध रक्त लाती है।
10. निम्न में किसको, हृदय का प्रारंभिक ‘पेस-मेकर‘ कहा जाता है?
(अ) एस.ए.नोड (ब) ए.वी.नोड
(स) कोरडे टेंडीन (द) ए.वी.सेप्टम
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2012
उत्तर-(अ)
गति प्रेरक (पेस-मेकर) हृदय से संबंधित है। हृदय चार भागों में विभाजित होता है- RA, LA, RV, LV गति प्रेरक (पेस-मेकर) SA Node (सिनो-आट्रिअल नोड) को कहते हैं। यह RA में स्थित होता है। यहीं से दिल की धड़कन (Heart beat) उत्पन्न होती है।