किसी मुद्रा (करेंसी) के अधिकीलन का अर्थ है, मुद्रा के मूल्य को इस पर निर्धारित करना Pegging up of currency in hindi

Pegging up of currency in hindi किसी मुद्रा (करेंसी) के अधिकीलन का अर्थ है, मुद्रा के मूल्य को इस पर निर्धारित करना ?

‘मुक्त व्यापार‘ का अभिप्राय है-
(अ) एक देश से दूसरे देश को माल का मुक्त संचलन
(ब) माल का निःशुल्क संचलन
(स) माल और सेवाओं का अनियंत्रित आदान-प्रदान
(द) निःशुल्क व्यापार
S.S.C. Tax Asst. परीक्षा, 2007
उत्तर-(स)
विश्व के दो राष्ट्रों के बीच व्यापार को और उदार बनाने के लिए ‘मुक्त व्यापार‘ संधि की जाती है। इसके तहत एक-दूसरे के यहां से आयात-निर्यात होने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क, सब्सिडी, नियामक कानून ड्यूटी, कोटा और कर को सरल बनाया जाता है। इस संधि से दो देशों में उत्पादन लागत बाकी के देशों की तुलना में काफी सस्ती होती है। सरल शब्दों में यह कारोबार पर सभी प्रतिबंधों को हटा देता है।

किसी मुद्रा (करेंसी) के अधिकीलन का अर्थ है, मुद्रा के मूल्य को इस पर निर्धारित करना-
(अ) स्थिर स्तर पर
(ब) निम्नतर स्तर पर
(स) उच्चतर स्तर पर
(द) इसको बाजार शक्तियों पर छोड़ देने पर
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(स)
‘मुद्रा अधिकीलन‘ (Pegging up of currency) विदेशी बाजारों में सरकार के हस्तक्षेप (Intervention) का नतीजा होता है।पेंगिग (Pegging) से तात्पर्य लोकल करेंसी के अगेन्स्ट विदेशी मुद्रा के क्रय और विक्रय से है, जिसका उद्देश्य ‘नियत विनिमय दर‘ बनाए रखना है। जब ये संक्रियाएं विनिमय दर को उच्च स्तर पर रखने के लिए अपनाई जाती हैं तो इसे ‘पेगिंग अप‘ या ‘अधिकीलन‘ कहते हैं जबकि इसका विलोम ‘पेगिंग डाउन‘ कहलाएगा।

मुक्त बाजार अर्थव्यवस्थाकी एक विशिष्टता क्या है?
(अ) उत्पादन के कारकों का लोक स्वामित्व
(ब) सक्रिय राज्य हस्तक्षेप
(स) उपभोक्ता संप्रभुता
(द) राशनिंग और कीमत नियंत्रण
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2015
उत्तर-(स)
मुक्त बाजार नैतिक और आर्थिक दोनों ही कसौटियों पर बेहतर माना जाता है क्योंकि, यह मानवीय स्वतंत्रता की प्रतिष्ठा करता है एवं आर्थिक एकाधिकारवाद को खत्म कर वास्ताविक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देते हुए उपभोक्ता समाज के हितों का संरक्षण-पोषण करता है।
नकद आरक्षण अनुपात तथा खुले बाजार की संक्रियाओं में विचरण, किसके साधन हैं?
(अ) मौद्रिक नीति (ब) बजटीय नीति
(स) व्यापार नीति (द) राजकोषीय नीति
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
नकद आरक्षण अनुपात तथा खुले बाजार की संक्रियाओं में विचरण, मौद्रिक नीति के साधन (Instruments) हैं। खुले बाजार परिचालन का सामान्य उद्देश्य अल्पकालिक ब्याज दर और अर्थव्यवस्था में बेस मुद्रा की आपूर्ति में जोड़-तोड़ (Manipulation) के द्वारा परोक्ष रूप से कुल मुद्रा पूर्ति को नियंत्रित करना है।
निम्न में से कौन-सी समिति बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों से संबंधित है?
(अ) एल.सी. गुप्ता (ब) नरसिंहन
(स) चक्रवर्ती (द) केलकर
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2012
उत्तर-(ब)
आर्थिक उदारीकरण का एक महत्त्वपूर्ण आयाम बैंकिग सुधारों से जाकर जुड़ता है। आरंभ में अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्र की तरह बैंकिंग गतिविधियों को भी सरकार रिजर्व बैंक के जरिए नियंत्रित करती थी जिसके कारण बैंकिंग क्षेत्र में कई समस्याएं उभर कर सामने आयीं। इन बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों के लिए ही वर्ष 1990 में नरसिंहन समिति का गठन किया गया।
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना हुई थी –
(अ) 1991 में (ब) 1995 में
(स) 1997 में (द) 1999 में
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(ब)
वर्ष 1947 में गैट (GATT-GeneralAgreement on tarffis and Trade) की स्थापना के बाद से बहुराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली के विकास के फलस्वरूप 1 जनवरी, 1995 को विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना हुई। विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय जेनेवा में स्थित है। इसके उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
(i) जीवन स्तर में वृद्धि करना
(ii) पूर्ण रोजगार एवं प्रभावपूर्ण मार्ग में वृहतस्तरीय, परंतु ठोस वृद्धि करना एवं
(iii) वस्तुओं के उत्पादन एवं बहुपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना।
WTO मुख्यतः निम्नलिखित में से किसको बढ़ावा देता है?
(अ) वित्तीय समर्थन (ब) विश्व शांति
(स) एकपक्षीय व्यापार (द) बहुपक्षीय व्यापार
S.S.C. स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2010
उत्तर-(द)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
विश्व व्यापार संगठन (WTO) को पहले कहते थे-
(अ) GATT (ब) UNICEF
(स) UNCTAD (द) FAO
S.S.C.Tax Asst. परीक्षा, 2006
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2012
उत्तर-(अ)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का मुख्य प्रहरी कौन है?
(अ) विश्व व्यापार संगठन (ब) अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम
(स) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (द) विश्व बैंक
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
पाटना एक प्रकार का मूल्य-विभेद किस स्तर पर है ?
(अ) उद्योग के अंतर्गत (ब) राष्ट्रीय स्तर
(स) अंतर्राष्ट्रीय स्तर (द) स्थानीय स्तर
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2013
उत्तर-(स)
‘पाटना‘ (Dumping) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मूल्य-विभेद का सबसे प्रचलित तरीका है। यह एक ऐसी मूल्य पद्धति (Pricing Practice) है जिसमें कोई फर्म विदेशी ग्राहकों के लिए घरेलू ग्राहकों की तुलना में कम मूल्य निर्धारित करती है।
हवाला क्या है?
(अ) किसी विषय का पूर्ण विवरण
(ब) विदेशी मुद्रा का अवैध कारोबार
(स) कर वचन
(द) शेयरों का अवैध व्यापार
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(ब)
‘हवाला‘ विदेशी मुद्रा का अवैध कारोबार है। हवाला के अंतर्गत अनाधिकृत रूप से एक देश से दूसरे देश में विदेशी विनिमय किया जाता है अर्थात हवाला विदेशी मुद्रा का एक स्थान से दूसरे स्थान पर गैर-कानूनी रूप से हस्तांतरण है।
विदेश में वस्तुएं घरेलू विक्रय दाम से कम दाम पर बेचने को कहते हैं-
(अ) कूटनीति (ब) भेदभाव
(स) पाटना (डंपिंग) (द) दोहरे दाम
S.S.C. Section off. परीक्षा, 2006
उत्तर-(स)
जब कोई देश घरेलू विक्रय कीमत पर वही वस्तु विदेशों में कम दाम पर बेचता है तो इस स्थिति को पाटना (डंपिंग) कहते हैं।
सामाजिक वानिकी स्कीम (योजना) इसके दौरान प्रारंभ की गई-
(अ) द्वितीय पंचवर्षीय योजना (ब) छठी पंचवर्षीय योजना
(स) चैथी पंचवर्षीय योजना (द) आठवीं पंचवर्षीय योजना
S.S.C.CPO परीक्षा, 2012
उत्तर-(’)
सामाजिक वानिकी स्कीम (योजना) पांचवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान वर्ष 1976 में राष्ट्रीय कृषि आयोग पहल पर प्रारंभ की गई थी। सामाजिक वानिकी, समाज के लिए, समाज के द्वारा, समाज की भूमि पर वनीकरण की प्रक्रिया है।
‘व्यष्टि अर्थशास्त्र‘ और ‘समष्टि अर्थशास्त्र‘ शब्दों का निर्माण किसने किया था?
(अ) अल्फ्रेड मार्शल (ब) रेगनर नर्क्स
(स) रेगनर फ्रिश्च (द) जे.एम. कीन्स
S.S.C. स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2010
उत्तर-(स)
रेगनर फ्रिश्च ने ‘व्यष्टि अर्थशास्त्र‘ और ‘समष्टि अर्थशास्त्र‘ शब्दों का निर्माण किया है। व्यष्टि का अर्थ सूक्ष्म है। यह सूक्ष्म अर्थशास्त्र का अध्ययन करता है जबकि समष्टि अर्थशास्त्र विस्तृत क्षेत्र का अध्ययन करता है।
1933 में अर्थशास्त्र में ‘माइक्रो‘ और ‘मैक्रो‘ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया था?
(अ) रेगनर फ्रिश्च (ब) आई. फिशर
(स) जेम्स टोबिन (द) गर्ली
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(अ)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
सूक्ष्म अर्थशास्त्र का संबंध किससे है?
(अ) समग्र यूनिटों (ब) व्यक्तिगत यूनिटों
(स) आंशिक यूनिट (द) सीमांत यूनिटों
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(ब)
सूक्ष्म अर्थशास्त्र, अर्थशास्त्र की एक शाखा है जो यह अध्ययन करता है कि किस प्रकार अर्थव्यवस्था के व्यक्तिगत अवयव, परिवार एवं फर्म, विशिष्ट रूप से उन बाजारों में सीमित संसाधनों न का निर्णय करते हैं, जहां वस्तुएं एवं सेवाएं खरीदी एवं बेची जाती हैं।
निम्नलिखित में से किस अर्थशास्त्री को अर्थशास्त्र का जनक माना जाता है?
(अ) माल्थस (ब) रॉबिन्सन
(स) रिकॉर्डो (द) एडम स्थिम
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
दिए गए विकल्पों में माल्थस, रॉबिन्सन तथा रिकार्डो ख्यातिलब्ध अर्थशास्त्री हैं, परंतु ‘अर्थशास्त्र का जनक‘ (Father of Economics) होने का श्रेय एडम स्मिथ को जाता है।
कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र‘ का संबंध मुख्यतः किससे है?
(अ) सैन्य पहलू (ब) राजनीतिक शासनकला
(स) सामाजिक पहलू (द) आर्थिक सिद्धांत
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2015
उत्तर-(ब)
कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र‘ का संबंध मुख्यतः राजनीतिक शासनकला (राज्य व्यवस्था) से है।
किसने कहा था, ‘‘अर्थशास्त्र धन का विज्ञान है‘‘?
(अ) रॉबिन्सन (ब) जे.एस.मिल
(स) एडम स्मिथ (द) कीन्ज
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008.
उत्तर-(स)
प्रो. एडम स्मिथ के अनुसार, ‘अर्थशास्त्र धन का विज्ञान है।‘ एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का जनक भी कहा जाता है।
‘अर्थशास्त्र‘ शब्द किस भाषा से लिया गया है?
(अ) यूनानी (ब) जर्मन
(स) अंग्रेजी (द) फ्रांसीसी
S.S.C.  संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
‘अर्थशास्त्र‘ शब्द यूनानी भाषा से लिया गया है।
किसी देश के निवासियों और विश्व के शेष लोगों के बीच एक वर्ष में किए गए सभी आर्थिक लेन-देनों के रिकॉर्ड को क्या कहते हैं?
(अ) चालू लेखे में शेष (ब) पूंजी लेखे में शेष
(स) भुगतान शेष (द) व्यापारिक शेष
S.S.C. मल्टी टॉरिंकग परीक्षा, 2014
उत्तर-(स)
किसी अर्थव्यवस्था के एक वर्ष में होने वाले सकल विदेशी लेन- देन (चालू एवं पूंजीगत खातों के) के प्रतिफल को ‘भुगतान शेष‘ (BoP) कहा जाता है। वास्तव में यह किसी देश का एक वर्ष में होने वाले इसके चालू खाते और पूंजीगत खाते के सकल निष्पादन का प्रतिफल प्रदर्शित करता है।
जब श्रम पूर्ति वक्र पीछे झुकता है-
(अ) आय निम्नस्तरीय वस्तु हो जाती है
(ब) कार्य निम्नस्तरीय पण्य हो जाता है
(स) अवकाश निम्नस्तरीय वस्तु हो जाती है
(द) उच्च वेतन स्तर पर लोग आलसी हो जाते हैं
S.S.C. CPO परीक्षा, 2012
उत्तर-(अ)
पूर्ति से तात्पर्य श्रमिकों की उस मात्रा से है जो मजदूरी की विभिन्न दरों पर अपनी सेवा देने के लिए तत्पर हों।
∵ पूर्ति = आय प्रभाव ़ प्रतिस्थापन प्रभाव
यदि आय प्रभाव इतना ऋणात्मक हो कि वह प्रतिस्थापन प्रभाव को समाप्त कर दे तो पूर्ति वक्र पीछे झुक जाता है। इसमें पूर्ति वक्र कुछ दूरी तक तो बाएं से दाहिने की ओर ऊपर उठता है जो यह दर्शाता है कि जब तक प्रतिस्थापन-प्रभाव अधिक शक्तिशाली है तब तक तो मजदूरी बढ़ने के साथ-साथ श्रमिक अधिक कार्य करेंगे पर एक सीमा के बाद आय-प्रभाव अधिक शक्तिशाली हो जाता है, ऐसी परिस्थिति में मजदूरी की वृद्धि के बाद भी श्रम की पूर्ति कम होती जाती है। रेखाचित्र (1) में OW मजदूरी तक तो श्रम की पूर्ति बढ़ती जाती है पर OW के बाद मजदूरी की वृद्धि के बावजूद भी श्रम की पूर्ति में वृद्धि नहीं होती है। पूर्ति वक्र बाएं की ओर मुड़ जाता है। सामान्यतया इसका स्वरूप रेखाचित्र (2) के समान होता है, जब मजदूरी की दर OW1 से बढ़कर OW2 तथा OW3 हो जाएगी तो श्रम की पूर्ति OL से बढ़कर OL1 तथा OL2 हो जाएगी जिससे पूर्ति वक्र यह प्रदर्शित करता है कि आय प्रभाव की अपेक्षा प्रतिस्थापन प्रभाव अधिक शक्तिशाली है अर्थात् आय निम्नस्तरीय वस्तु होती है।
कर उतने ही निश्चित हैं जितनी मृत्यु, क्योंकि-
(अ) वे सरकारी राजस्व के प्रमुख स्रोत का गठन करते हैं
(ब) सरकार के पास राजस्व का कोई दूसरा स्रोत नहीं है
(स) अधिकांश पब्लिक सेक्टर उपक्रम अक्षमतापूर्वक चलाए जाते हैं
(द) सरकार के बजट संबंधी अपने प्रतिबंध होते हैं
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
राजकोषीय नीति का संबंध आर्थिक नीति के उन पहलुओं से है जो सार्वजनिक बजट के क्रियाशीलन से उत्पन्न होते हैं। इस प्रकार करारोपण, सार्वजनिक ऋण तथा सार्वजनिक व्यय तीन महत्त्वपूर्ण राजकोषीय अस्त्र हैं, जिनका प्रयोग सरकार किसी अर्थव्यवस्था में राजकोषीय प्रबंध के लिए लाती है, जिससे अर्थव्यवस्था में वांछित परिणाम प्राप्त हो सकें।