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परासरण के नियम : वान्ट हाफ बॉयल का नियम , वांट हॉफ चार्ल्स नियम , आवोगाद्रो वान्टहॉफ (osmotic pressure law in hindi)

(osmotic pressure law in hindi) परासरण के नियम : वान्ट हाफ बॉयल का नियम , वांट हॉफ चार्ल्स नियम , आवोगाद्रो वान्टहॉफ : हमने गैस के लिए इनके नियमों का अध्ययन किया है अर्थात बोयल और चार्ल्स के गैस के लिए नियम हमने पढ़ लिए है।
किसी तनु विलयन के अन्दर विलेय के अणुओं का व्यवहार ठीक ऐसा ही होता है जैसे गैस के में गैस के अणुओं का होता है।
वान्ट हॉफ ने बताया कि गैस के नियम विलयन भी लागू हो सकता है , अपने अध्ययनों के आधार पर वैज्ञानिक वान्ट हॉफ ने गैस के नियमों से विलयन के लिए समीकरण को व्युत्पन्न किया जिन्हें हम आगे पढने जा रहे है।
1. वान्ट हॉफ चार्ल्स का नियम : इस नियम के अनुसार किसी स्थिर परासरण दाब के विलयन का आयतन उसके परम ताप के समानुपाती होता है।
अत: इस नियम के अनुसार –
V ∝ T
यहाँ V = विलयन का आयतन है तथा T = परम ताप है
यहाँ याद रखे की परासरण दाब को स्थिर रखा गया है अर्थात π स्थिर है , यहाँ हमने परासरण दाब को π द्वारा व्यक्त किया है।
2. वान्ट हॉफ बॉयल का नियम : इस नियम के अनुसार एक निश्चित ताप पर किसी दिए गए विलयन का परासरण दाब का मान , विलयन के आयतन के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
माना किसी निश्चित ताप T पर किसी विलयन का परासरण दाब π है तो यह विलयन के आयतन के समानुपाती होगा।
अर्थात
π ∝ 1/V
यहाँ π = परासरण दाब है तथा V = विलयन का आयतन है तथा याद रखे कि यहाँ ताप T को स्थिर रखा गया है।
3. वान्ट हॉफ आवोगाद्रो का नियम : इस नियम के अनुसार एक निश्चित ताप और एक निश्चित परासरण दाब पर विलयनों के बराबर आयतन में विलेय पदार्थ के अणुओं की संख्या समान होती है।
अर्थात जब दो या दो से अधिक विलयन हो तो एक निश्चित ताप और परासरण दाब पर , दोनों विलयनों का समान आयतन लेने पर हम पाते है कि दोनों के समान आयतन में विलेय के अणुओं की संख्या समान पायी जाती है , इसे वान्ट हॉफ आवोगाद्रो नियम कहते है।
माना दो विलयन है , जब दोनों विलयन के लिए निश्चित ताप और परासरण दाब की स्थिति में –
अर्थात
π1 = π2
T1 = T2
V1 = V2 विलयन का आयतन समान लेने पर।
n1 = n2 , विलेय के अणुओं की संख्या समान प्राप्त होती है।
4. वान्ट हॉफ दाब ताप का नियम : इस नियम के अनुसार एक स्थिर आयतन के तनु विलयन का परासरण दाब का मान उसके परम ताप के समानुपाती होता है।
अर्थात इस नियम के अनुसार –
π ∝ T
जबकि यहाँ विलयन के आयतन V को स्थिर रखा गया है।
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