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सूक्ष्म और वृहद् दूरियो का मापन , लम्बन विधि ,चन्द्रमा का व्यास , प्रतिध्वनि विधि या परावर्तन विधि
(अ) सूक्ष्म दूरियों का मापन (measurement of very small distances)
(i) आण्विक व्यास का निर्धारण (determination of molecular size)
सबसे पहले 20 cm3 में 1 cm3 आयतन का ऑलिक अम्ल को घोलते है।
इसे अच्छे से घोलने के बाद इस विलयन में से 1 cm3 आयतन को लेते है और इस 1 cm3 आयतन को दोबारा
20 cm3 आयतन के एल्कोहल में घोल लेते है।
इस तरह जो विलयन बनता है इस विलयन की सांद्रता (1/(20×20)) cm3 होगी।
इस विलयन की n बूंदों को पानी की समतल सतह पर डालते है और इन बूंदों को पानी की सतह पर अच्छी तरह से फैला देते है , इसे खुले में रखने पर एल्कोहल वाष्प बनाकर उड़ जाता है जबकि ऑलिक अम्ल की एक परत पीछे रह जाती है।
अब ग्राफ विधि या अन्य किसी विधि द्वारा इस ऑलिक अम्ल के परत का क्षेत्रफल नाप लेते है।
मान लेते है की n बूंदों का आयतन nV है।
अत: ऑलिक अम्ल का आयतन = nV x (1/(20×20))
हम जानते है की आयतन (विलयन का आयतन) = क्षेत्रफल x फिल्म की मोटाई
आयतन (V) = At
At = nV x (1/(20×20))
t = nv /400A
चूँकि हमने प्रारम्भ में माना था की ऑलिक अम्ल की परत की मोटाई ही इसके अणु के व्यास के बराबर मान लेते है। अत: यहाँ प्राप्त ऑलिक अम्ल की परत की मोटाई (t) का मान ही अणु के व्यास के बराबर है।
(ii) परमाणु के आकार की गणना या आवोगाद्रो विधि
(B) वृहत दूरियों का मापन (measurement of large distances)
(i) लम्बन विधि या विस्थापन विधि (parallax method)
अर्थात हमारे सामने रखी पेन्सिल को जब किसी केन्द्र के सापेक्ष बायीं आँख को बंद करके दाई आँख से देखा जाए फिर डाई आँख को बंद करके बायीं आँख से देखा जाए तो हम पाते है की पेन्सिल की स्थिति केन्द्र बिंदु के सापेक्ष कुछ विचलित प्राप्त होती है। इस प्रभाव को ही लंबन प्रभाव कहते है।
चित्रानुसार दो विभिन्न स्थितियों A तथा B से तारे (S) को देखा जाता है , एक ही समय पर s तारे को देखने पर इनके मध्य एक कोण बनता है जिसे θ से दर्शाया गया है इसे लम्बन कोण कहते है।
A व B के मध्य की दूरी b है तथा A से S व B से S के मध्य की दूरी D है।
त्रिभुज के नियम से
θ = AB/D
θ = b/D
D = b/θ
यहाँ θ रेडियन में मापा जाता है , θ का मान रेडियन में रखकर तारे की पृथ्वी से दूरी (D) की गणना की जा सकती है।
(ii) आकाशीय पिण्ड का आकार या चन्द्रमा का व्यास (size of astronomical object : diameter of moon)
(iii) वृहद् दूरियों के मापन की प्रतिध्वनि विधि या परावर्तन विधि
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