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अन्त: संक्रमण तत्व (inner transition elements in hindi) , f ब्लॉक के तत्व नाम , इलेक्ट्रॉनिक विन्यास , f block elements
f ब्लॉक के तत्व नाम , इलेक्ट्रॉनिक विन्यास , f block elements अन्त: संक्रमण तत्व (inner transition elements in hindi) : वे तत्व जिनका आखिरी इलेक्ट्रॉन (n-2)f कक्षक में प्रवेश करता है उन तत्वों को f ब्लॉक के तत्व कहते है और f ब्लॉक के तत्वों को अंत: संक्रमण तत्व भी कहते है।
f ब्लाक के तत्वों में वे तत्व शामिल होते है जिनमें 4f और 5f कक्षक आंशिक रूप से भरा हुआ रहता है , f ब्लॉक के तत्वों का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n–2)f1–14(n–1)d0–1ns2 होता है।
आधुनिक आवर्त सारणी में f ब्लॉक में आने वाले तत्व 57 – 70 और 89 – 102 परमाणु क्रमांक वाले तत्वों को इसमें शामिल किया गया है , f ब्लाक में कुल 28 तत्व आते है।
इन f ब्लाक के तत्वों को संक्रमण धातु भी कहते है यहाँ संक्रमण इस बात को दर्शाता है कि ये तत्व इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने या त्यागने में सक्षम होते है और इसलिए इन्हें संक्रमण तत्व कहा जाता है।
जैसा कि हम जानते है कि किसी दिए गएf कोश में 14 कक्षक हो सकते है अर्थात किसी f ब्लॉक श्रेणी के अन्दर 14 इलेक्ट्रॉन भरे हुए हो सकते है और इस आधार पर हम कह सकते है कि किसी f ब्लाक वाले तत्व का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n–2)f1–14(n–1)d0–1ns2 हो सकता है।
शुरू में f ब्लॉक के तत्वों को मृदा आदि जैसे दुर्लभ खनिजो से प्राप्त किया गया था और यही कारण है कि इन तत्वों को दुर्लभ मृदा तत्व भी कहते है।
f ब्लाक के तत्वों को आगे दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है जो निम्न है –
1. लेंथेनाइड
2. ऐक्टिनाइड
अब हम इन दोनों प्रकार की श्रेणियों का अध्ययन करते है।
f ब्लाक के तत्वों में वे तत्व शामिल होते है जिनमें 4f और 5f कक्षक आंशिक रूप से भरा हुआ रहता है , f ब्लॉक के तत्वों का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n–2)f1–14(n–1)d0–1ns2 होता है।
आधुनिक आवर्त सारणी में f ब्लॉक में आने वाले तत्व 57 – 70 और 89 – 102 परमाणु क्रमांक वाले तत्वों को इसमें शामिल किया गया है , f ब्लाक में कुल 28 तत्व आते है।
इन f ब्लाक के तत्वों को संक्रमण धातु भी कहते है यहाँ संक्रमण इस बात को दर्शाता है कि ये तत्व इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने या त्यागने में सक्षम होते है और इसलिए इन्हें संक्रमण तत्व कहा जाता है।
जैसा कि हम जानते है कि किसी दिए गएf कोश में 14 कक्षक हो सकते है अर्थात किसी f ब्लॉक श्रेणी के अन्दर 14 इलेक्ट्रॉन भरे हुए हो सकते है और इस आधार पर हम कह सकते है कि किसी f ब्लाक वाले तत्व का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n–2)f1–14(n–1)d0–1ns2 हो सकता है।
शुरू में f ब्लॉक के तत्वों को मृदा आदि जैसे दुर्लभ खनिजो से प्राप्त किया गया था और यही कारण है कि इन तत्वों को दुर्लभ मृदा तत्व भी कहते है।
f ब्लाक के तत्वों को आगे दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है जो निम्न है –
1. लेंथेनाइड
2. ऐक्टिनाइड
अब हम इन दोनों प्रकार की श्रेणियों का अध्ययन करते है।
1. लेंथेनाइड
वे तत्व जिनका अंतिम इलेक्ट्रॉन 4f कक्षक में प्रवेश करता है तो उन तत्वों को f ब्लॉक के लेंथेनाइड श्रेणी में रखा जाता है या लेंथेनाइड तत्व कहा जाता है। इन तत्वों का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास [Xe]4f1–145d0–16s2 होता है। इन तत्वों को लेंथेनाइड नाम इसलिए दिया गया क्यूंकि यह श्रेणी लेन्थेनाइड तत्व के बाद शुरू होती है।
इन तत्वों को 4f तत्व भी कहा जा सकता है , इस श्रेणी में आने वाले तत्वों को संख्या 14 होती है , इस श्रेणी में आने वाले तत्वों का परमाणु क्रमांक 54 से 71 तक होता है।
2. ऐक्टिनाइड
वे तत्व जिनका आखिरी इलेक्ट्रॉन 5f कक्षक में जाता है उन्हें ऐक्टिनाइड तत्व कहते है , अर्थात जिन तत्वों का अंतिम इलेक्ट्रॉन 5f कक्षक में आता है उन्हें f ब्लॉक के ऐक्टिनाइड श्रेणी एम् रखा जाता है। इन तत्वों को ऐक्टिनाइड इसलिए कहा जता है क्यूंकि ये एक्टिनियम तत्व के तुरंत बाद शुरू होते है , इस श्रेणी के तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास [Rn]5f1–146d0–17s2 होता है। इस श्रेणी में कुल 14 तत्वों को रखा गया है , इस रखे गए तत्वों का परमाणु क्रमांक 90 से लेकर 103 तक होता है।
f ब्लॉक के तत्वों को तथा लेंथेनाइड व ऐक्टिनाइड श्रेणी में रखे गए तत्वों को यहाँ चित्र में प्रदर्शित किया गया है –
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